उत्तर भारत में कोहरा, जन-जीवन प्रभावित, तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

100 से ज्यादा उड़ानें हुई हैं प्रभावित

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में शुक्रवार की सुबह घने कोहरे की चादर से लिपटा नजर आया। घना कोहरा छाया हुआ है। जिसकी वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। और यातायात के दौरान लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह साढ़े नौ बजे दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई एयरपोर्ट पर दृश्यता अभी भी शून्य मीटर पर है।
वहीं कोहरे की वजह से कई ट्रेनें और उड़ानें प्रभावित हुई हैं। पिछले 12 घंटों के दौरान दिल्ली में न्यूनतम दृश्यता का आंकड़ा सामने आया है। शुक्रवार सुबह साढ़े छह बजे पालम में 100 मीटर घना कोहरा छाया रहा। वहीं सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग में 300 मीटर मध्यम कोहरा छाया रहा।
ठंड के इस मौसम में लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं कोहरे की वजह से कई ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देरी से चल और पहुंच रही हैं। वहीं दिल्ली एयरपोर्ट अधिकारियों ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी उड़ान के बारे में जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें। घने कोहरे की वजह से 100 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुई हैं।

बीपीएससी मामले पर पूरे बिहार में जगह-जगह छात्रों का चक्का जाम

ट्रेन और बसें रोकी गईं, पप्पू यादव बिहार सरकार पर भडक़े, प्रशांत किशोर अनशन पर बैठेे
सांसद पप्पू यादव बोले- सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो और व्यापक आंदोलन किया जाएगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में पल-पल बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच बीपीएसी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का मामला अब भी शांत नहीं हुआ। इसको लेकर विपक्ष पूरी तरह से एनडीए की नीतीश कुमार सरकार पर हमलावर है। जहां राजद छात्रों के मामले को बड़ा बनाने के लिए सक्रिय लग रही है वहीं सांसद पप्पू यादव ने शुक्रवार को पूरे बिहार में चक्का जाम कर राज्य सरकार को परेशान कर दिया हे उससे पहले जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष प्रशांत किशोर अनशन पर बैठे हुए हैं।
गया में बीपीएससी छात्रों के समर्थन में पप्पू यादव के समर्थक सडक़ों पर उतर गये। समर्थकों ने सडक़ जामकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सडक़ जाम कर रहे पप्पू यादव के समर्थक राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि हमलोग बीपीएससी छात्रों के समर्थन में सडक़ जाम कर रहे हैं। पप्पू यादव के नेतृत्व में राज्यव्यापी आंदोलन किया जा रहा है। हमलोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग, स्टेट हाईवे और रेल चक्का जाम करने का काम किया है। जिस तरह से बीपीएससी के छात्रों पर लाठी-डंडे बरसाए गए, हमलोग इसकी कड़ी निंदा करते हैं। सरकार छात्रों की मांगों को पूरा करें, बीपीएससी की दोबारा परीक्षा ली जाए, अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो और व्यापक आंदोलन किया जाएगा, साथ ही पूरे बिहार को बंद कराया जाएगा।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका

पूर्णिया में भी सांसद पप्पू यादव के बिहार बंद का असर देखने को मिला। पप्पू यादव के समर्थक शुक्रवार को सडक़ और रेल मार्ग पर उतरे और वाहनों और ट्रेनों को रोकने का प्रयास किया। हालांकि पूर्णिया जंक्शन पर ट्रेन रोकने जा रहे समर्थकों को रेलवे पुलिस ने स्टेशन के बाहर ही रोक दिया। प्रदर्शन को देखते हुए पहले से शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस प्रशासन की ओर फोर्स तैनात किया गया है। आरा में 70 वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग और अभ्यर्थियों पर हुई लाठीचार्ज के खिलाफ छात्र युवा शक्ति द्वारा आज एनएच को जाम कर दिया गया। पप्पू यादव की ओर से बुलाये गये बंद के समर्थन पर प्रदर्शनकारियों न जमकर हंगामा किया। सडक़ पर टायर जलाकर आगजनी की। छात्र नेताओं के द्वारा मौके पर जमकर उग्र प्रदर्शन किया जा रहा हैं। मधेपुरा में युवा शक्ति के कार्यकर्ता पुरानी बस स्टैंड चौक पर सडक़ जामकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही बिहार सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की। यह सभी सांसद पप्पू यादव के आह्वान पर एकत्र हुए हैं। इनका कहना है कि जबतक बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा को कैंसिल नहीं करती तब तक इनका आंदोलन जारी रहेगा। प्रशांत किशोर का प्रदर्शन आज भी जारी है। वह गांधी मूर्ति के पास अपने समर्थकों के साथ अनशन पर बैठे हुए ही हैं। सैकड़ों छात्र प्रशांत किशोर के साथ नीतीश सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं। इन मांग है कि बिहार लोक सेवा आयोग 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करे और फिर से परीक्षा ले।

भारतीय संविधान को स्वीकार करने की तस्वीरें सराहनीय: संजय राउत

सामना में हुई देवेंद्र फडणवीस की तारीफ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। सामना में छपी संपादकीय में नए साल के मौके पर सीएम देवेंद्र फडणवीस के गढ़चिरौली के दौरे की तारीफ की गई है। इसके बाद शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भी सीएम की तारीफ को लेकर जवाब दिया है। संपादकीय में लिखा गया है कि फडणवीस ने नए साल में काम की शुरुआत गढ़चिरौली जिले से की। फडणवीस ने जो कहा है अगर वह सच है तो यह गढचिरौली ही नहीं, पूरे महाराष्ट्र के लिए पॉजिटिव होगा।
सामना में छपे संपादकीय को लेकर शिवसेना उद्धव के नेता संजय राउत ने कहा कि मैंने 10 नक्सलियों के हथियार डालने और भारतीय संविधान को स्वीकार करने की तस्वीरें देखी हैं। अगर कोई ऐसा करता है तो इसकी सराहना की जानी चाहिए। अगर गढ़चिरौली जैसे जिले का विकास होता है तो यह पूरे राज्य के लिए अच्छा है। अगर गढ़चिरौली महाराष्ट्र का स्टील सिटी बन जाता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। यह सब देवेंद्र फडणवीस की पहल के बाद किया गया है और कोई इसकी सराहना नहीं कर रहा है, तो यह सही नहीं है। राउत ने कहा कि हमने देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की है क्योंकि सरकार ने अच्छा काम किया है। महाराष्ट्र हमारा राज्य है और नक्सलवाद से प्रभावित गढ़चिरौली में अगर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और सांविधानिक मार्ग चुना तो हम इसका स्वागत करते हैं। पहले के संरक्षक मंत्री ऐसा कर सकते थे, लेकिन इसके बजाय उन्होंने अपने एजेंट नियुक्त किए और पैसा इक_ा किया। इससे नक्सलवाद बढ़ा। हमने देवेंद्र फडणवीस के साथ काम किया है। लेकिन हम विपक्ष में हैं और हम मुद्दे उठाते रहेंगे।
शिवसेना नेता राउत ने कहा कि हम हमेशा अच्छी पहल की सराहना करते हैं। हमने पीएम मोदी की भी आलोचना की है, लेकिन जब वे कुछ अच्छा करते हैं तो हम उसकी सराहना भी करते हैं। आज तक गढ़चिरौली में जो भी उद्योग आता है तो लोग केवल उस उद्योगपति से जबरन वसूली के बारे में सोचते हैं, लेकिन अब ऐसा लगता है कि चीजें बदल रही हैं और इसकी सराहना की जानी चाहिए।

सपा सांसद बर्क को लगा बड़ा झटका

हाईकोर्ट ने ठुकराई एफआईआर रद्द करने की मांग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। संभल की शाही जामा मस्जिद में 24 नवंबर को सर्वे के दौरान हुई हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को तगड़ा झटका लगा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सपा सांसद के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने की मांग ठुकरा दी है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में एफआईआर रद्द नहीं होगी और पुलिस की जांच जारी रहेगी।
हालांकि हाईकोर्ट ने पुलिस को फिलहाल सांसद बर्क को गिरफ्तार नहीं करने का आदेश दिया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में सपा सांसद के मामले पर सुनवाई करते हुए अदालत ने एफआईआर रद्द करने की मांग को ठुकरा दिया है। कोर्ट ने कहा है कि जिन धाराओं में सांसद बर्क के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उनमें 7 साल से कम की सजा होती है। इस मामले में पुलिस सांसद बर्क को नोटिस जारी करेगी।
नोटिस जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है। सांसद बर्क को पुलिस की जांच में सहयोग करना होगा।कोर्ट ने कहा कि अगर पुलिस के नोटिस देने पर बयान दर्ज करने के लिए सांसद बर्क नहीं आएंगे और पुलिस की जांच में सहयोग नहीं करेंगे तभी उनकी गिरफ्तारी होगी। कोर्ट ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक पुराने आदेश पर अमल करने को कहा है। बता दें कि संभल में 24 नवंबर को मस्जिद सर्वे को लेकर भडक़ी हिंसा मामले में पुलिस ने सपा के स्थानीय सांसद जियाउर्रहमान बर्क को आरोपी नंबर एक बनाया है, उनके खिलाफ कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद सांसद बर्क ने एफआईआर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी और एफआईआर रद्द किए जाने की गुहार लगाई थी। इस मामले पर जस्टिस राजीव गुप्ता और जस्टिस अजहर हुसैन इदरीसी की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। सांसद जियाउर्रहमान बर्क की तरफ से अधिवक्ता इमरान उल्लाह और सैयद इकबाल अहमद ने दलीलें पेश की और बताया कि जिस दिन हिंसा भडक़ी थी वो शहर में मौजूद नहीं थे।

ये गलत है ऐसा न करें

ये महाशय, राजधानी के सबसे व्यस्ततम इलाके से एक ही गाड़ी पर पूरा परिवार लेकर रवाना हो गये हैं, इनके रास्ते में कई पुलिस चौकियां पड़ी होंगी, कई टै्रफिक पुलिस वाले भी मिले होंगे लेकिन किसी ने इनको रोकने और टोकने की कोशिश नहीं की। पुलिस की इस अनदेखी और इनकी लापरवाही खुद के लिए और दूसरों के लिए भी खतरे का सबब बन सकती है।

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