उधारी नहीं चुकाने पर निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा

शर्मसार : यूपी में नहीं रूक रही अराजकता, वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आयी पुलिस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानून की धज्जियां उड़ाने का काम दिनोंं दिन बढ़ता जा रहा है। ताजा खबर यूपी के नोएडा से है, जहाँ मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। वहीं यहां पर 5,600 रुपये के कुल ऋ ण में से 3100 रुपये का भुगतान नहीं कर पाने पर आढ़ती और उसके साथियों ने 35 वर्षीय लहसुन विक्रेता को निर्वस्त्र कर उसके साथ मारपीट की।
जानकारी के अनुसार मामला नोएडा के थाना फेज 2 क्षेत्र की सब्जी मंडी का है। वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स को पूरा निर्वस्त्र करके बाजार में घुमाया जा रहा है, इसके साथ ही कुछ लोग इस शर्मसार घटना का वीडियो अपने मोबाइल से बनाते हुए दिखाई दिए। बता दें मैनपुरी का रहने वाला युवक मंडी में ठेले पर लहसुन बेचता है। वहीं करीब एक महीने पहले ऋ ण लेने वाले लहसुन विक्रेता ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह लहसुन का ठेला लगाने के अलावा सेक्टर 88 के फल-सब्जी बाजार में काम करता है। दूसरी ओर इस मामले पर बोलते हुए अतिरिक्त डीसीपी राजीव दीक्षित ने कहा कि ‘आढ़ती’ सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी उन्होंने कहा कि मामले में सोमवार को ही कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई थी।

5,600 रुपये की उधारी में से 3,100 के लिए की  शर्मनाक हरकत   

सोमवार को वह आढ़ती सुंदर सिंह को 5,600 रुपये की उधारी में से 2,500 रुपये चुकाने गया और अनुरोध किया कि वह बाकी का कर्ज भी चुका देगा। इसी बीच आढ़ती ने अपने अकाउंटेंट और दो मजदूरों को दुकान पर बुलाया उन्होंने मुझे दुकान के अंदर पकड़ लिया, मुझे निर्वस्त्र किया और मुझे लाठी-डंडों से पीटा और गालियां दीं। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें विक्रेता को कपड़े उतारने के लिए मजबूर करने और उसे गालियां देते हुए दिखाया गया है। बाद में उस निर्वस्त्र व्यक्ति को बिना कपड़े के दुकान से बाहर खुले में भेज दिया जाता है।

आजमगढ़ में घर में घुसकर पिता-पुत्र पर फायरिंग, मौत

आजमगढ़। महराजगंज थाना क्षेत्र के सरदहा बाजार में पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्ष आमने सामने हो गए। इस घटना में एक पक्ष द्वारा चलाई गई गोली से दूसरे पक्ष के पिता और पुत्र घायल हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। मामला दो वर्गों के बीच होने के कारण सूचना मिलते ही मौके पर काफी संख्या में पुलिस पहुंच गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छानबीन में जुट गई। जानकारी के अनुसार सरदहा बाजार में रसीद और दिनेश की आमने सामने कपड़े की दुकान है। ग्राहकों को लेकर अक्सर दोनों में विवाद होता रहता था। इस बात को लेकर दोनों ही एक दूसरे से रंजिश रखते थे। बुधवार की सुबह किसी बात को लेकर दोनों पक्ष भिड़ गए। इस दौरान दिनेश पक्ष से गोली चला दी गई। गोली रसीद (55) और उसके बेटे शोएब (22) को लगी। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। वहीं मामला दो पक्षों का होने के कारण एसपी अनुराग आर्य खुद भी मौके पर पहुंच गए और बाजार में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई।

छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में दो महिला नक्सली ढेर

सुरक्षाकर्मियों ने दंतेवाड़ा और सुकमा बार्डर पर की कार्रवाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के नगरम-पोरो हिरमा गांव के जंगल में सुरक्षा बलों ने दो महिला नक्सलियों को मार गिराया है।
उन्होंने बताया कि अरनपुर पुलिस थाना क्षेत्र में राज्य पुलिस की इकाई जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के दल को गश्त पर रवाना किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दल जब आज सुबह लगभग सात बजे दंतेवाड़ा-सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र नगरम-पोरो हिरमा गांव के जंगल में था तब नक्सलियों ने सुरक्षा बल पर गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने जब जवाबी करवाई की तब नक्सली वहां से भाग गए। अधिकारियों ने बताया कि बाद में घटनास्थल की तलाशी लेने पर सुरक्षा बलों को वहां एक इंसास राइफल, 12 बोर का एक राइफल और दो महिला नक्सलियों के शव मिले। उन्होंने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान जारी है।

रवि प्रकाश ने की पीएम से कैंसर को अधिसूचित करने की अपील

प्रधानमंत्री को लिखा पत्र- सरकार के पास उपलब्ध होंगे आंकड़े

असाध्य बीमारी को ठीक करने में मिलेगी मदद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वरिष्ठï पत्रकार व जनता के सरोकारों से संबंधित खबरे उठाने वाले रवि प्रकाश झारखंडी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कैंसर जैसे असाध्य बीमारी को अधिसूचित बीमारी की श्रेणी में डलवाने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि इससे कैंसर के मरीजों की सटीक जानकारी व आंक ड़े सरकार के पास उपलब्ध हों जाएंगे।
वरिष्ठï पत्रकार झारखंडी ने लिखा कि मैं इस जद्दोजहद में था कि आपको (पीएम)मेल करूँ या फिर एक खुली चि_ी लिखी जाए। फिर लगा कि ट्विटर पर सार्वजनिक चि_ी लिखूँ, तो शायद मेरी बात आप तक पहुँच जाए। इसलिए अपनी बात यहाँ लिख रहा हूँ। उम्मीद है मेरी बात आप तक पहुँच जाएगी। अब अंतिम बात। कैंसर को तत्काल अधिसूचित बीमारियों की श्रेणी में डलवा दें। ऐसा करने से आपको सटीक आँकड़े मिलेंगे। और, जब आपके पास सटीक आँकड़े होंगे, तो जाहिर है कि सरकार बेहतरीन निर्णय ले सकेगी। आपको (पीएम) को जन्मदिन की पुन :बधाई। प्रणाम। वरिष्ठï पत्रकार रवि प्रकाश आजकल अपना इलाज मुंबई में करवा रहे। उन्होंने एक भावुक अपील करते हुए अपने चाहने वालों को दुआओं के लिए धन्यवाद भी टिवट्र अकाउंट पर लिखा है। उन्होंने लिखा सुबह नाश्ते के बाद हम अस्पताल में थे, मेरी 45 वीं कीमोथेरेपी के वास्ते। दोपहर बाद घर वापस आए, तो पत्नी ने तीज पूजा की। वे मेरे लिए निर्जला व्रत पर थीं। पूजा तो हुई ही, उससे पहले कीमो भी हो गया। अंतिम स्टेज के कैंसर के साथ ऐसे चलती है हमारी जिंदगी।

अधिसूचित रोग क्या है?

इसमें डॉक्टरों को अपने मरीजों में बीमारी के होने की सूचना जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को देनी होती है। यह अधिकारियों को बीमारी के प्रसार की जानकारी एकत्र करने, बीमारी की निगरानी करने और प्रारंभिक चेतावनियां निर्धारित करने में मदद करेगा। यह वह बीमारी है जिसके होने की सूचना कानूनी तौर पर सरकार को देनी होती है। डब्ल्यूएचओ अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम 1969 ने रोग रिपोर्टिंग को अनिवार्य बना दिया है। इससे डब्ल्यूएचओ को उसकी वैश्विक निगरानी और सलाहकार की भूमिका में मदद मिलेगी। वर्तमान में यह सूची केवल तीन मुख्य रोगों अर्थात् पीला बुखार, हैजा और प्लेग तक सीमित है। वैश्विक स्तर पर पशुओं के रोगों की निगरानी करता है। यह उल्लेखनीय बीमारियों की एक सूची रखता है। चूंकि स्वास्थ्य राज्य का विषय है, केवल राज्य सरकारों को अधिसूचित रोग घोषित करने का अधिकार है। हालांकि, केंद्र सरकार अधिसूचित रोगों की एक सूची रखती है।

तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन के फिर बिगड़े बोल

छुआछूत खत्म करने को सनातन धर्म खत्म करना जरूरी

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु के युवा मामले और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर सनातन धर्म पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि छुआछूत को खत्म करने के लिए सनातन धर्म को खत्म करना होगा। दरअसल, स्टालिन तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के बयान पर पलटवार कर रहे थे।
राज्यपाल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि दुर्भाग्य से हमारे समाज में कुछ भेदभाव हैं। एक बड़े तबके के भाई-बहनों को समानता की नजर से नहीं देखा जा रहा। ऐसा करने के लिए हिंदू धर्म में कहीं नहीं कहा गया है। यह एक सामाजिक बुराई है और निश्चित तौर पर इसका खात्मा होना चाहिए। इस बयान पर पलटवार करते हुए स्टालिन ने कहा कि जातिगत भेदभाव को समाप्त करने के लिए ही सनातन धर्म को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अगर सनातन नष्ट हो जाएगा, तो छुआछूत भी नष्ट हो जाएगी।

भाजपा कर रही बाधाएं पैदा

वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ऑल इंडिया फेडरेशन फॉर सोशल जस्टिस के सम्मेलन के दौरान कहा कि हम सभी सामाजिक न्याय बनाए रखने के लिए लगातार लड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा इसमें बहुत सारी बाधाएं पैदा करती है। भाजपा नहीं चाहती कि गरीब, पिछड़े वर्ग के लोगों की हालत सुधरे। उन्होंने कहा कि जब डीएमके ने सरकार बनाई तो हमने सामाजिक न्याय निगरानी समिति का गठन किया जो इस बात की निगरानी करेगी कि सामाजिक न्याय को ठीक से बनाए रखा जा रहा है या नहीं। उन्होंने कहा कि इसी तरह, सभी राज्यों को एक सामाजिक न्याय निगरानी समिति का गठन करना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट में उदयनिधि के खिलाफ एक और अर्जी दाखिल

नई दिल्ली। सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, अब उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक और अर्जी दाखिल की गई है, उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ यह अर्जी यूपी के बदायूं के रहने वाले हिमांशु कुमार ने दाखिल किया है, इस अर्जी में सनातन धर्म के खिलाफ और अपमानजनक टिप्पणी करने से रोकने का निर्देश देने की मांग भी की है। सुप्रीम कोर्ट में यह वकील अश्विनी उपाध्याय ने नफरत फैलाने वाले भाषण के खिलाफ कार्रवाई और सुधारात्मक कदम उठाने की मांग करते हुए दाखिल की है।

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