वंदेमातरम् पर जबरदस्ती संविधान के खिलाफ

- एआईएमआईएम सांसद ओवैसी बोले- वफादारी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत में आजादी इसलिए आई कि ‘हमने मुल्क और मजहब को एक नहीं बनाया।’ उन्होंने लोकसभा में वंदे मातरम् पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए कहा, ‘हुकूमत इस पर जोर-जबर नहीं करे, अगर जबरदस्ती करेंगे तो यह संविधान के खिलाफ है। ओवैसी ने कहा कि जिन्होंने जंग-ए-आजादी में हिस्सा नहीं लिया, आज वे वतन से मोहब्बत की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देशभक्ति दिखानी है तो गरीबी खत्म की जाए। उन्होंने कहा, ‘भारत में आजादी इसलिए आई कि हमने मुल्क और मजहब को एक नहीं बनाया।
’ उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘क्या वे वंदे मातरम् को वफादारी का ‘टेस्ट’ बनाना चाहते हैं?’ ओवैसी ने वंदे मातरम् गाने या इसका उद्घोष करने के मुद्दे पर कहा, ‘हम अपनी मां की इबादत नहीं करते, हम कुरान की भी इबादत नहीं करते और इस्लाम में अल्लाह के सिवा कोई खुदा नहीं।’ एआईएमआईएम सांसद ने वतन-परस्ती को मजहब में तब्दील करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘वतन मेरा है और हम इसे छोडक़र नहीं जाएंगे… वफादारी का सर्टिफिकेट हमसे मत लीजिए।
युवा अतीत की गलतियां न करने का संकल्प लें: तेजस्वी
बीजेपी के तेजस्वी सूर्या ने कहा कि वंदे मातरम् पर चर्चा करने की जरूरत इसलिए पड़ी कि देश के युवा अतीत की गलतियां न करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण कांग्रेस पार्टी का हथकंडा बन गया और पार्टी की तत्कालीन सरकार ने शाहबानो मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पलट दिया था। सूर्या ने कहा कि यह वही मानसकिता है जिसने वंदे मातरम् का विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘यही मानसिकता है जो आज देश में समान नागरिक संहिता, एसआईआर (मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण) का विरोध कर रही है।’



