पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव को मिली बेल, पुलिस कस्टडी से कैदी को छुड़ाने के आरोप में हुए थे गिरफ्तार
झांसी। पूर्व ब्लॉक प्रमुख और फेमस अपराधी लेखराज सिंह यादव को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की कोशिश के आरोप में 7 महीने पहले गिरफ्तार किए गए समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव को शनिवार देर शाम रिहा कर दिया गया. विधायक की गिरफ्तारी के बाद उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसके अलावा भी सात मुकदमे दर्ज किए गए थे. अब सभी मामलों में जमानत होने पर पूर्व विधायक और उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है. बता दें कि सपा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव को 26 सितम्बर 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज सिंह यादव को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की कोशिश का आरोप था. उसके बाद उन पर नवाबाद थाने में एससी-एसटी एक्ट के तहत और अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था. उन पर जमीन पर कब्जा, रंगदारी मांगने सहित गैंगस्टर और अन्य कई मामलों में मुकदमे दर्ज हुए थे. गरौठा विधायक जवाहर राजपूत के नाम जान से मारने का एक पत्र आया था. जिसमें भी उनको आरोपी बनाया गया था.
दीपनारायण सिंह की गिरफ्तारी के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनसे जेल में मिलने के लिए आए थे. जिसके बाद से ही उन पर प्रशासन का शिकंजा कसता चला गया. उनकी चल अचल संपत्ति जो कि लगभग 500 करोड़ को प्रशासन द्वारा कुर्क कर लिया गया. उन पर कन्नौज, झांसी और जालौन आदि स्थानों पर कई मुकदमे दर्ज हुए थे. वहीं पूर्व विधायक पर 30 जुलाई 2022 को भी आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज हुआ था.
आरोप है कि विधायक रहते हुए उनको 14 करोड़ 30 लाख से अधिक आय हुई, जबकि इस अवधि में उनका खर्च 37 करोड़ 32 लाख से अधिक पाया गया था. फिलहाल सभी मुकदमों में उनको जमानत देकर कोर्ट द्वारा उनको रिहा कर दिया गया है. इस मामले में जेलर सुरेश मिश्रा ने बताया कि पूर्व विधायक को सभी मामलों में जमानत मिल गई है. जिसको लेकर उन्हें शनिवार देर शाम रिहा कर दिया गया है.