यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने किया 22 जनवरी को अयोध्या जाने का ऐलान, भाजपा बोली- राहुल गांधी की कोई सुनने वाला नहीं
नई दिल्ली। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने दूरी बना ली है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने 22 जनवरी को अयोध्या न जाने का फैसला किया है।
हालांकि, अयोध्या जाने को लेकर पार्टी में ही कलह की स्थिति बन गई है। मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद डॉ. निर्मल खत्री ने प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए निमंत्रण को व्यक्तिगत बताते हुए स्वीकार कर लिया।
खत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा,मैं इस कार्यक्रम में भाग लूंगा। कांग्रेस पार्टी का ऐसा कोई निर्देश नहीं है कि कोई कांग्रेसी इस कार्यक्रम में भाग न ले, सिर्फ हमारे सर्वोच्च नेताओं ने ही 22 के निमंत्रण में आने में असमर्थता व्यक्त की है।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने को लेकर कांग्रेस में दो फाड़ को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज (17 जनवरी) प्रतिक्रिया दी और राहुल गांधी पर निशाना साधा।
उन्होंने परोक्ष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पार्टी (कांग्रेस) अपने ही नेता के साथ अन्याय करें और राम भक्तों को भगवान राम से दूर रखें तो राम भक्त कहां उनकी सुनने वाले हैं।
अनुराग ठाकुर ने आगे इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा,घमंडिया गठबंधन के नेताओं ने कभी सनातन धर्म को कुचलने की बात कही। हिंदुओं के बारे में अनाब-सनाब बयान दिया। तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हिंदुओं का अपमान किया। पहले कहते थे कि तीन किलोमीटर( बाबरी मस्जिद से दूरी) मंदिर बन रहा है।
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि विपक्षी नेता राम मंदिर से दूरी बनाए रखना चाहते। ये लोग कल तक भगवान राम को काल्पनिक बता रहे थे। विपक्षी नेताओं ने राम मंदिर के खिलाफ मुकदमा लडऩे पर जोर लगा दिया था।
मंगलवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का जिक्र करते हुए कहा कि इस समारोह को भाजपा ने राजनीतिक आयोजन बना दिया है। 22 जनवरी का कार्यक्रम राजनीतिक कार्यक्रम है। हम सभी धर्मों के साथ हैं। मुझे धर्म का फायदा नहीं उठाना। मैं उसमें इंट्रेस्टेड नहीं हूं। मुझे मेरे धर्म को शर्ट पर पहनने की जरूरत नहीं है। हालांकि राहुल गांधी ने कहा कि जो भी वहां जाना चाहता है, वो जा सकता है। लेकिन हम उस दिन वहां नहीं जाएंगे। हमारी पार्टी से भी कोई वहां जा सकता है।