हार की डर से बौखलाई बीजेपी, महिलाओं को लुभाने में जुटी!
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के सभी दावे और वादे पूरी तरह से फेल हो गए... तब बीजेपी ने महिलाओं को साधने के लिए जुट गई है... देखिए इस खास रिपोर्ट में...
4पीएम न्यूज नेचवर्कः लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान जारी है… सभी पार्टियां जबरदस्त चुनाव प्रचार में जुटी है… और लगातार जनता के बीच पहुंच रही है… और अपनी अनर्गल बातों से जनता को भ्रमित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहें है… वहीं जो जितनी बड़े पद पर है वह उतना ही बड़ा झूठ बोल रहा है…. वहीं अगर एक झूठ का असर थोड़ा कम होता है… तो तुरंत दूसरा बड़ा झूठ बोलना शुरू कर देता है… जिससे जनता के बीच एक दूसरे के प्रति नफरत का भाव पैदा होने लगता है… और रोज ध्रुवीकरण की बात सुनकर जनता भी परेशान हो चुकी है… और इस बार जनता बीजेपी से लड़ रही है… वहीं अभी तक
बीजेपी से लड़ाई में जनता आगे ही चल रही है… जिसको देखते हुऐ बीजेपी के हुक्मरानों की रातों की नींद और दिन का चैन और सुकून गायब है… जिससे वे पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं.,.. और सही तरह से सोंच नहीं पार रहे हैं…. जिसके चलते जो मन में आता है… उल्टा-सीधा बोलते रहते हैं… जिससे देश में बीजेपी के प्रति एक प्रकार से जनता की लहर चल रही हैं… इस बार दो हजार उन्नीस की अपेक्षा बीजेपी का एक भी फीसदी नहीं चल रहा है…. जिससे बीजपी के अंदर कलह मची हुई है… और लोकसभा चुनाव के मात्र दो चरण जहां वोटिंग बाकी है… वहीं बीजेपी के नेता ही ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं जिससे उन्ही के पार्टी के नेता ऐन मौके पर साथ छोड़ रहें है….
आपको बता दें कि अभी तक बीजेपी के द्वारा मंगलसूत्र, जमीन, रूपया, समेत हिन्दू-मुसलमान तक की बात हो चुकी है… वहीं जब इस तरह की किसी भी बयानबाजी का जब कोई बड़ा असर नहीं दिखा… तो राम मंदिर और भगवान राम की सौगंध देकर जनता को साधने की कोशिशें की गई… लेकिन वो सभी भी बेअसर दिखी… जिसके बाद अब मुस्लिम मतदाताओं को साधने के लिए तीन तलाक के मुद्दे पर बात करने पर उतर आएं है… और अब मुस्लिम महिलाओं साधने के लिए तीन तलाक का मुद्दा ऊजागर कर रहे हैं…. और मुस्लिम महिलाओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहें हैं… क्योंकि विधान सभा चुनाओं में तीन तलाक से बीजेपी के पक्ष एक तरह की लहर थी… लेकिन बीजेपी की धीरे-धीरे असलियत से जनता रूबरू हो गई… फिर इनके मीठे बातों का जनता पर कोई असर नहीं हो रहा है… और जनता ने बीजेपी से पूरी तरह से किनारा कर चुकी है…. जिसका मुख्य कारण बीजेपी के द्वारा किए गए एक भी वादे पूरे नहीं किए गए… जिससे जनता में आक्रोस है… महंगाई चरम पर है… बेरोजगारी ने रिकार्ड तोड़ दिया है…
इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने एक बार फिर बहुविवाह को लेकर बयान दिया है… और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह अपनी बेटी की शादी ऐसे व्यक्ति से कभी नहीं करेंगे….. जिसकी कई पत्नियां हों…. बता दें कि यहा बातें उन्होंने पश्चिम बंगाल में एक चुनावी सभा के दौरान यह कही…. आपको बता दें कि सीएम सरमा ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर एक आदमी की पहले से चार पत्नियां हैं…. तो वह उस आदमी से अपनी बेटी की शादी नहीं करने देंगे…. और उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मुस्लिम माताएं… और बहनें रोती हैं और अपने पतियों को बहुविवाह में शामिल होने की दुर्दशा से छुटकारा पाने के लिए तलाक देती हैं…. बता दें कि सीएम सरमा ने कहा कि एक मुस्लिम महिला के साथ बातचीत में उन्हें पता चला कि वह महिला शादी के दस साल बाद अपने पति की दोबारा शादी करने के बाद से दुखी थी…. लेकिन मोदी सरकार ने मुसलमान माताओं को तलाक देने वाले उद्योग पर खटाखट ताला लगा दिया….
आपको बता दें कि जनसभा को संबोधित करते हुए सरमा ने बताया कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है… यहां पर सभी धर्मों के लोग रहते हैं… और सभी अपने-अपने धर्म को मानते हैं… वहीं पीएम मोदी देश में धर्म की राजनीति कर रहें है… ऐसे में सरमा का बयान मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में लाने की जबरदस्त जुगत है… जिसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है… जनता को बीजेपी की सच्चाई का पता चल चुका है… और नतीजे सामने है…. वहीं सीएम सरमा ने मुस्लिम पुरुषों को दूसरी शादी करने से रोकने के लिए भारत में UCC लागू करने की अपील की…. और उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि आप लोग बीजेपी को वोट दें…. ताकि UCC लागू किया जा सके….. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा…. बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की सरकार ने राज्य में बहुविवाह पर रोक लगाने की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है…. बीजेपी शासित उत्तराखंड राज्य में UCC को लेकर एक बिल विधानसभा में पेश किया जा चुका है… और बहुविबाह प्रथा को रोकने का कानून बन रहा है… लेकिन ध्रुवीकरण करण की राजनीति करने वाली बीजेपी के नेताओं के बयान और सुर बदले हुए है… पीएम मोदी देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं… वहीं इन सभी बयानवाजी का जनता क्या जवाव देती है… यह आने वाला चार जून तय करेगा… कि किसके सिर पर ताज सजेगा…