सलाहकारों को नहीं मिलेगा राज्यमंत्री का दर्जा: गहलोत
विवाद पर राजस्थान के सीएम ने दी सफाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने अपने छह सलाहकारों की नियुक्ति को लेकर उठ रहे विवादों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि इन्हें कैबिनेट मंत्री या राज्यमंत्री का दर्जा नहीं मिलेगा। हम सरकार चला रहे हैं और हमें भी यह पता है कि किसे सलाहकार बनाया जा सकता है और किसे नहीं। संसदीय सचिवों और सलाहकारों की नियुक्तियां पहले होती रही हैं लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन्हें सुविधाएं और दर्जा नहीं दिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सलाहकारों को लेकर अभी तक कोई आदेश नहीं निकाला है क्योंकि हम विवाद नहीं चाहते हैं लेकिन अगर मैं किसी से सलाह लेता हूं तो इसमें किसी को क्या ऐतराज हो सकता है? गहलोत ने कहा कि मैं किसी भी मसले पर किसी से भी सलाह ले सकता हूं और किसी भी पत्रकार, साहित्यकार या किसी और को अपना सलाहकार बना सकता हूं। मुख्यमंत्री के इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि अब संसदीय सचिवों की नियुक्तियां भी खटाई में पड़ सकती हैं। गहलोत ने कहा कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन में अच्छा सामंजस्य बनाने का प्रयास किया लेकिन सभी को संतुष्ट नहीं किया जा सकता। गहलोत ने गजेन्द्र सिंह शेखावत प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा को भी पूरा नहीं करवा पाए।