गोमुखासन घुटनों और जोड़ों के दर्द का रामबाण इलाज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
योग भारत की प्राचीन परंपरा है, जो न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मानसिक शांति भी देता है। ऐसा ही एक शक्तिशाली योगासन है गोमुखासन। संस्कृत शब्द ‘गोमुख’ का अर्थ होता है, गाय का मुख। इस आसन को करते वक्त शरीर की स्थिति गाय के मुख जैसी लगती है, इसलिए इसका नाम गोमुखासन रखा गया है। यह आसन मुख्यत: पीठ, कंधे, छाती और जांघों की मांसपेशियों पर काम करता है और शरीर में लचीलापन बढ़ाता है। जो लोग जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, उनके लिए यह योगासन बहुत फायदेमंद है। गोमुखासन के अभ्यास से गठिया रोग से राहत मिलती है।

डायबिटीज करे कंट्रोल

यह पाचन और एंडोक्रोइन सिस्टम को सुधारता है, जिससे डायबिटीज जैसे रोगों में राहत मिलती है। डायबिटीज के मरीजों को इस आसन का नियमित अभ्यास करना चाहिए। महिलाओं के लिए भी यह आसन असरदार है।

अभ्यास का तरीका

गोमुखासन करना काफी आसान है। इसे हर कोई आसानी से कर सकता है। इसके लिए सबसे पहलेसमतल जगह पर चटाई बिछाकर बैठ जाएं। उसके बाददाएं पैर को मोडक़र बाएं नितंब के पास रखें। फिर अब बाएं पैर को मोडक़र दाएं पैर के ऊपर रखें, उसके बाददोनों घुटने एक के ऊपर एक होने चाहिएं। फिर दाहिने हाथ को ऊपर उठाकर पीछे की ओर मोड़ें और बाएं हाथ को नीचे से घुमाकर पीछे ले जाएं। अब दोनों हाथों की उंगलियां आपस में मिलाएं और पीठ के पीछे लेकर जाकर जकड़ें। फिर छाती को तानते हुए पीठ सीधी रखें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इस स्थिति में कम से कम 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें, फिर यही प्रक्रिया कोपैर और हाथ बदलकर दोहराएं। यह आसन पीठ और कंधों की जकडऩ दूर करता है और छाती को फैलाने में मदद करता है।

जोड़ों के दर्द में राहत

इस आसन का अभ्यास रीढ़ और कूल्हों की लचीलापन बढ़ाता है जिससे पीठ दर्द में राहत मिलती है। घंटों डेस्क वर्क करने वालों के लिए यह आसन रामबाण उपाय है, पोस्चर में सुधार और पीठ व कमर दर्द से राहत मिलता है। इसके अलावा इस आसन को करने से जोड़ों में दर्द से भी काफी राहत मिलती है।

सावधानियां

वैसे तो गोमुखासन काफी फायदेमंद है लेकिन अगर शरीर में कुछ समस्याएं है जैसे कंधों, घुटनों या रीढ़ की हड्डी में कोई गंभीर चोट है तो यह आसन डॉक्टर की सलाह से ही करें। शुरुआत में योग शिक्षक की निगरानी में अभ्यास करना बेहतर होगा। इसके अलावाजो महिलाएं गर्भवती हैं, उन्हें इस आसन का अभ्यास न करने की सलाह दी जाती है।

तनाव कम करे

गोमुखासन के नियमित अभ्यास से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है, जिससे मन शांत होता है और मानसिक तनाव कम होता है।

 

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