कुंभ पर झूठ बोल रही है सरकार!

  • भगदड़ एक नहीं दो जगह मची, तीस घंटे बाद भी पोस्टमार्टम के लिये आ रहीं हैं लाशें
  • 4PM के वीडियो से हुआ बड़ा खुलासा
  • हादसे के बाद दर्दनाक हुए हालात, घंटों बाद मिले साथी
  • विपक्ष व संतों ने भी उठाए सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जिस महाकुंभ के लिए योगी सरकार का पूरा तंत्र भव्य होने की बात कर रहा था उसके अव्यवस्था को पूरी दुनिया ने मौनी अमावस्या के दिन देखा जिसमें संगम क्षेत्र में हुए भगदड़ ने लगभग साठ लोगों की जान ले ली। सबसे बडें दुख की बात तो यह रही कि इस घटना की जानकारी सरकार ने 17 घंटे बाद दी तो वो भी पूरे सच के साथ नहीं। जिस तरह के वीडियो आर रहे हैं उसमें भगदड़ एक नहीं दो जगह हुई थी। इस तरह के वीडियो आने के बाद विपक्ष व साधु संतो ने योगी सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। सपा नेता अखिलेश यादव, कर्नाटक के राजस्व मंत्री व पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी यूपी के सीएम योगी पर हमला बोला है।

सबसे पहले 4PM ने बताया था शवों का आंकड़ा

बुधवार की भोर में यह हादसा हुआ। उसके बाद योगी सरकार ने इसकों छिपाने की कोशिश शुरू कर दी थी। बता दें भगदड़ के बाद सीएम योगी ने बयान में कहा था कि कोई मौत नहीं हुर्ई, कुछ लोग घायल हैं उनका इलाज किया जा रहा है। पर कुंभ क्षेत्र में मौजूद 4पीएम ने जीरो ग्राउंड से लाइव किया। रात्रि में स्टिंग करके पोस्टमार्टम हाउस में लाशों क ो दिखाया। 4पीएम पर प्रसारण होने के बाद मुख्यमंत्री ने क हा 30 लोगों की मौतें हुईं हैं। 4पीएम ने 30 जनवरी को दूसरा स्टिंग भी किया जिसमें और शवों को मर्चरी में आते हुए दिखाया गया।

इतना प्रचार किया तो कहां गया इंतजाम : अखिलेश

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जोरदार प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में लोग अभी फंसे हैं। सरकार उनके लिए सड़कों पर उनका इंतजाम करें। उन्होंने योगी पर हमला करते हुए कहा कि जब आपने प्रचार इतना किया तो इंतजाम क्या किया? अब तो साधु संत भी कहने लगे हैं कि आप झूठे हैं। सरकार हर बात छुपा रही है। सरकार ने जब निमंत्रण दिया है, तो सरकार की तैयारी क्या थी? यह सरकार की गलती बजट की बात तो बाद में होगी। यह सत्र और आज का दिन, कुंभ में जिनकी जान गई है उनकी शांति के लिए बात रखी जाएगी।

अब संगम तट तक पहुंचना मुश्किल

मुंबई निवासी गिरीश व श्रीकांत प्रयागराज से लौटकर रामलला के दर्शन करने पहुंचे थे। बताया कि पांच बजे फ्लाइट है। रामलला के दर्शन करने में समय लगेगा, अयोध्या की धरती को प्रणाम कर ही वापस जा रहे हैं। बताया कि वे 29 की सुबह 5:30 बजे प्रयागराज पहुंचे। गंगाघाट तक आराम से पहुंच गए थे, लेकिन संगम तट तक इस समय पहुंचना मुश्किल है। संगम की ओर जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं। पुल नंबर 18 से गंगा तट पहुंचे लेकिन निकासी पुल नंबर 19 से हुई। पार्किंग तक पहुंचने के लिए करीब 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।

प्रमुख स्नान के दिनों में वीवीआईपी की आवाजाही प्रतिबंधित

योगी सरकार ने घोषणा की कि प्रमुख स्नान के दिनों में वीवीआईपी की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दौरान प्रयागराज आने की योजना बनाने वाले सभी वीआईपी और वीवीआईपी प्रतिनिधिमंडलों को विशेष विशेषाधिकार नहीं मिलेंगे, साथ ही इन त्योहारों से एक दिन पहले और बाद में भी।

प्रयाग से लौटे लोगों ने बयां किया मंजर

महाकुंभ में भगदड़ के बाद जो लोग सीधे प्रभावित नहीं हुए उनके लिए भी कुछ घंटे बेहद दर्दनाक रहे। ग्रुपों में नहाने गए लोग आपस में बिछड़ गए जो कई घंटों के बाद मिले। महाकुंभ से लौटकर अयोध्या दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रयागराज के हालात की जानकारी दी। बहुत सारे लोग बिना स्नान किए ही लौट आए। जो स्नान कर पाए उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए जूझना पड़ा। कुछ श्रद्धालु ट्रेन में ही 10 से 11 घंटे तक फंसे रहे, क्योंकि ट्रेन विलंब से आ रही है। वहीं श्रद्धालुओं को 25 किलोमीटर तक पैदल चलने को विवश होना पड़ा।बिहार के छपरा निवासी उत्तम सिंह ने बताया कि वे ट्रेन में करीब 11 घंटे फंसे रहे। भगदड़ की वजह से कुछ ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया है, जिससे ट्रेनें विलंब से पहुंच रही हैं। वे जिस ट्रेन में थे वह 11 घंटे विलंब से पहुंची थी। ट्रेन में लंबे समय तक फंसे रहने से घबराहट हो गई थी। मेला क्षेत्र में पहुंचे तो स्थिति सामान्य थी, लेकिन संगम तट की ओर नहीं जाने दिया जा रहा था। दिल्ली निवासी कौशल तो बिना स्नान किए ही वापस लौट आए। बताया कि जिस समय भगदड़ हुई हम लोग एक कैंप में रुके हुए थे। भगदड़ की बाद स्थिति बिगड़ गई। मौनी अमावस्या पर इतनी भीड़ थी कि पैदल चलना भी मुश्किल था, हमारी हिम्मत नहीं हुई, बिना स्नान किए ही लौट आए हैं। गोंडा निवासी विजय मिश्र बोले कि ट्रेन देर से मिल रही है। काफी दूरी तक पैदल चलना पड़ रहा है। कानपुर से आए अंकित ने बताया कि वीआईपी प्रोटोकाल के चलते भगदड़ जैसे हालात बने। लोग बेरिकेडिंग पार कर कूदने लगे थे, जिससे स्थिति अनियंत्रित हो गई। हालांकि जल्द ही स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया, फिलहाल अभी हालात ठीक हैं।

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