मरीजों को लूट रहा एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर
सरकारी अस्पतालों के मरीजों को प्राइवेट में भेज रहे दलाल
तीमारदार बोला डॉक्टर ने कॉलर पकड़ी, असलहा दिखाया
मुख्यमंत्री व मंत्री के निर्देश भी ठेंगे पर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ में इलाज के नाम पर मरीजों को लूटना अब एक फैशन बन गया है। सरकारी अस्पतालों के बाहर दलाल सक्रिय रहते है और मरीज/तीमारदार को बेहतर इलाज के नाम पर निजी अस्पताल का रुख करवाते हैं। ऐसे में इन दलालों का भारी भरकम कमीशन होता है जो निजी अस्पताल मरीज/तीमारदार की जेब से वसूल कर दलाल को देता हैं। निजी अस्पताल और दलालों का ये खेल नया नहीं काफी पुराना है और स्वास्थ विभाग आंख मूंदकर इस खेल का अनचाहा हिस्सा बन बैठा हैं।
जहां मरीजों को इलाज के नाम पर लूटा जाता है और विरोध करने पर मरीज का इलाज न करने और देख लेने की धमकी भी आम बात है। जो थोड़ी बहुत पहुंच रखते है वो किसी तरह इस दलदल से निकलने का प्रयास करते है लेकिन गरीब आदमी ऐसे में थाने, अस्पताल, बैंक के चक्कर लगाते रह जाता है।
राजधानी लखनऊ के एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर से एक ऐसा ही मामला निकलकर सामने आया है, जहां बाराबंकी से एक परिवार अपने चार माह के बच्चे का इलाज कराने दलाल(रहमान) के माध्यम से एडमिट हुआ। अस्पताल प्रशासन ने बच्चे को निमोनिया बीमारी बताई, परिजनों का कहना है कि प्रतिदिन 15 हजार रुपए इलाज के नाम पर खर्च होंगे अस्पताल प्रशासन की तरफ से बताया गया था। परिजनों ने 76 हजार रुपए जमा किए लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें और 81 हजार का बिल थमा दिया। परिजनों ने जब इसकी जानकारी लेनी चाहिए तो एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर प्रशासन ने तीमारदारों से बदतमीजी, अभद्रता की, परिजनों की माने तो मैनेजमेंट के कहने पर तीमारदारों का कॉलर पकड़ा गया और असलहे के बल पर बदतमीजी करते हुए धमकी दी। साथ ही जब परिजनों ने बच्चे को डिस्चार्ज करने की बात कही तो अस्पताल प्रशासन ने धमकाते हुए कहा कि बकाया बिल भरने के बाद ही बच्चा डिस्चार्ज होगा।
अस्पताल के मालिक आलोक सिंह का दबदबा, ट्रामा सेंटर, सिविल मातृ एवं शिशु रेफरल चिकित्सालय डॉक्टर राम मनोहर लोहिया पर दलालों का डेरा
एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर की लखनऊ में है दो जगहों पर हॉस्पिटल एक खुरदई बाजार में जहां लोहिया शिशु और सिविल हॉस्पिटल से मरीजों को भेजने का काम दलालों के जरिए लगातार चल रहा है,हॉस्पिटल से छोटे बच्चों को दलालों के माध्यम से इलाज के लिए भेजा
ट्रामा सेंटर से लेकर सिविल अस्पताल मातृ एवं शिशु चिकित्सा तक दलाल लगातार एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर हॉस्पिटल के लिए काम करते है यहां से मरीज को बहला समझा कर अस्पताल से निकालकर प्राइवेट हॉस्पिटल में अच्छा इलाज मिलने की बात कहकर एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटरहॉस्पिटल में भर्ती कराते है और एक मोटी रकम एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटरहॉस्पिटल के मालिक आलोक सिंह से लेते है
कई दिनों से आ रही थीं शिकायतें
एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर पर 4पीएम के टिम पहुंची तो कई तीमारदार अपनी शिकायतों को लेकर मुखर होने लगे, आस पास दुकान लगाने वाले ने बातचीत में बताया कि रुपए पैसे, अस्पताल तीमारदार के विवाद यहां सामान्य है आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। यहां कोई मरीज खुद से भर्ती नहीं होता सब खेल दलालों का है।
ट्रॉमा के मानकों को पूरा नहीं करता अस्पताल
राजधानी लखनऊ में ऐसे कई निजी अस्पताल है जो स्वास्थ्य विभाग के जरूरी मानकों को पूरा नहीं करते हैं। और धड़ल्ले से संचालित होते है, कई अस्पतालों में फायर सेफ्टी की सुविधा ही नहीं है। एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर सरकारी मानकों के साथ कई सारे मानकों पर खरा नहीं उतरता है। साथ ही मरीज तीमारदार से बर्ताव भी अच्छा नहीं है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहा सेंटर
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक जो कि स्वास्थ्य महकमा के भी मंत्री हैं उन्होंने मरीजों और तीमारदारों को लेकर एक निर्देश दिया था। निर्देशानुसार कहा गया था कि सभी डॉक्टर और अस्पताल के स्टाफ मरीज और तीमारदार से अच्छा बर्ताव अच्छा व्यवहार करेंगे।
बच्चे की मौत, परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर ने बच्चे को डिस्चार्ज कर परिजनों को सौंप दिया, परिजनों ने खरे अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराया लेकिन अस्पताल पहुंचते ही बच्चे की मौत हो गई, ऐसे में परिजनों नह्य एएस हेल्थ एंड ट्रामा सेंटर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया और बच्चे को दी जाने वाली दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठाए।
अभिभाषण के साथ बजट सत्र शुरू, विपक्ष ने सरकार को घेरा
कल पेश होगा यूनियन बजट, पीएम का विपक्ष पर वार’
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नइ दिल्ली। संसद में राष्टï्रपति द्रौपदी के अभिभाषण के बाद से बजट सत्र शुरू हो गया है। इस बीच विपक्ष ने बीच-बीच में हंगामा किया। राष्टï्रपति के अभिभाषण के बाद सत्र स्थगित हो गया। अब कल 11 बजे सत्र फिर शुरू होगा। इसी दिन (1 फरवरी) वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के ंद्रीय बजट पेश करेंगी। उधर जहां प्रधानमंत्री मोदी ने आने वाले बजट के अच्छा होने की उम्मीद जताई हैं वहीं संसद परिसर में जाने से पहले विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद यह पहली बार है जब सत्र शुरू होने से पहले भारत में समस्या पैदा करने का कोई विदेशी प्रयास नहीं किया गया। वहीं अभिभाषण को विपक्ष ने बोरिंग बता दिया। वहीं राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार के प्रयासों से भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। घोड़ा-बग्गी में सवार होकर संसद पहुंचने के बाद मुर्मू ने राष्ट्रगान के बाद अपना संबोधन शुरू किया।
मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रही है। साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मुर्मू ने इस बात का भी जिक्र किया कि भारत ने 2023-24 में 32.2 करोड़ टन का रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हासिल किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा लक्ष्य कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता हासिल करना है। सरकार किसानों को बेहतर लाभ सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है।’’
बजट सत्र से पहले मां लक्ष्मी को प्रणाम करता हूं : पीएम
मोदी विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, संभवत: 2014 के बाद यह पहला संसद सत्र है, जब विदेश से आग भडक़ाने की कोशिश नहीं की गई। मैं 2014 से ही देख रहा हूं कि लोग हर सत्र से पहले उत्पात मचाने के लिए तैयार रहते हैं और यहां ऐसी मुसीबतों को हवा देने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है। और ऐसे अवसर पर सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का पुण्य स्मरण किया जाता है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, मेरे तीसरे कार्यकाल का ये पहला पूर्ण बजट है। मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, तब तक विकसित भारत का जो संकल्प देश ने लिया है, ये बजट सत्र और ये बजट उसमें एक नया विश्वास पैदा करेगा और नई ऊर्जा देगा।
राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक गई थीं : सोनिया गांधी
शुक्रवार को संसद में बजट सत्र के पहले दिन द्रौपदी मुर्मू द्वारा सदन की शुरुआत करने के बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति थक रही थीं। सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक गई थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।
अभिभाषण में कुछ भी नया नहीं था : राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि बोरिंग, कुछ भी नया नहीं था। मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रही है।
वास्तविक मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती सरकार : प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह संसद में वास्तविक मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वे (सरकार) न तो वास्तविक मुद्दों पर चर्चा करते हैं और न ही जवाब देते हैं।
गोरखपुर में हादसा, दो रोडवेज बसें टकराईं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गोरखपुर। गोरखपुर के थाना गगहा क्षेत्र में मंगल बाजार मुख्य हाईवे पर दो रोडवेज बसों में टक्कर हो गई। जिसमें 15 यात्री घायल हो गए। इनमें से पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
सुबह मंगल बाजार के पास खड़ी बस में पीछे से आ रही बस ने टक्कर मार दी, जिसमें पांच गंभीर रूप से घायल हैं। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। क्षेत्राधिकारी ने बताया गया कि 31 को सूचना प्राप्त हुई कि 11.15 बजे थाना गगहा क्षेत्रान्तर्गत मंगल बाजार मेन हाईवे पर दो रोडवेज बसों की आपस में टक्कर हो गई। इस सूचना पर घटना स्थल पर पहुंचने पर मालूम हुआ कि गोरखपुर की तरफ आ रही एक रोडवेज बस 10 सवारी उतार रही थी, उसी समय पीछे से एक रोडवेज बस पीछे से आई और खड़ी बस में टक्कर मार दी।
इंजीनियर राशिद को बजट सत्र में शामिल होने के लिए नहीं मिली बेल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सांसद शेख अब्दुल रशीद तिहाड़ जेल में कथित दुर्व्यवहार के विरोध में आज से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का ऐलान किया है।
राशिद की पार्टी अवामी इत्तेहाद पार्टी ) के नेता भी श्रीनगर के प्रताप पार्क में अपने नेता के साथ एकजुटता दिखाने के लिए भूख हड़ताल करेंगे। इंजीनियर राशिद के नाम से मशहूर राशिद 2017 के आतंकी-फंडिंग मामले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तारी के बाद 2019 से जेल में बंद है। 22 जनवरी को राशिद ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर अपनी जमानत याचिका पर फैसला लेने की मांग की।
’सिखों का अपमान कर रही हरियाणा सरकार‘
राम रहीम को बार-बार मिल रही पैरोल को लेकर भडक़ गया अकाल तख्त
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बार-बार पैरोल देने पर हरियाणा सरकार की कड़ी आलोचना की और इसे सिखों का अपमान और न्याय के लिए खतरा बताया।
सिंह ने सरकार पर दोषी अपराधी को पैरोल की अनुमति देकर सिखों के साथ दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में व्यवहार करने का आरोप लगाया, जबकि सिख कैदियों को उनकी सजा पूरी करने के बावजूद दशकों तक जेल में रखा। राजनीतिक कारणों से सरकार द्वारा डेरा प्रमुख को बार-बार रिहा करना कानून पर विश्वास को खत्म कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिख कैदी सलाखों के पीछे हैं, बलात्कार और हत्या के दोषी एक व्यक्ति को कई बार पैरोल दी जा रही है।
जत्थेदार ने कहा कि यह व्यवहार सिखों को अपने ही देश में अलग-थलग कर रहा है, जो भारत के लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। उन्होंने याद दिलाया कि सिखों ने भारत की आजादी के लिए महत्वपूर्ण बलिदान दिया है और उनके साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।