दहेज के प्रति जागरूक होना होगा : राज्यपाल
लखनऊ। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली नगला चंद्रभान पहुंचीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जातिवाद पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि समाज में शांति, सद्भाव हो, जात-पात का कोई विवाद न हो। देश के विश्वविद्यालयों को इस दिशा में ठोस काम करने की जरूरत है। राज्यपाल ने दहेज को लेकर भी लोगों से विरोध करने की अपील की। राज्यपाल ने कहा कि दहेज के प्रति जागरूक होना होगा। दहेज का विरोध करने के लिए आगे आने की जरूरत है। खासकर महिलाएं इसकी पहल करें, जिससे यह कुप्रथा खत्म हो। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार सुबह को मथुरा के फरह पहुंचीं। उन्होंने यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति जन्मोत्सव मेले के समापन समारोह में शिरकत की। इस दौरान यहां लगेगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इससे पूर्व राज्यपाल के नगला चंद्रभान पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों और जन्मोत्सव समिति के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। राज्यपाल ने स्मारक स्थल पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन का केंद्र बिंदु मानव था, उनका दृढ़ मत था कि व्यक्ति आधारित चिंतन ही देश की आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है। उन्होंने कहा हमें अपने महापुरुषों के विचारों को लेकर निकलना चाहिए। महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा को लेकर और अधिक प्रयास करने चाहिए। महिलाओं को शिक्षा मिलती है, तो वह कौशल दिखाती हैं। कहा कि जब विचार में बदलाव आता है तब समाज में परिवर्तन होता है। महिलाएं शिक्षित नहीं होंगी तो परिवार और देश आगे नहीं बढ़ेगा। इस दौरान उन्होंने जात-पात पर प्रहार करते हुए शिक्षा में परिवर्तन की चर्चा की। आनंदीबेन पटेल ने भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए टैक्नोलॉजी के उपयोग पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने सरवाइकल कैंसर की वैक्सीन देश को दी है। हमारी बेटी स्वच्छ और सुरक्षित बने, इसके लिए बेटियों को वैक्सीन लगवाएं।
आजम खां ने वापस की वाई श्रेणी की सुरक्षा
लखनऊ। सपा नेता आजम खां ने अपनी सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों को दिल्ली से वापस भेज दिया है। उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है और उनकी सुरक्षा में तीन गनर तैनात किए गए थे। वहीं दूसरी तरफ उनके पुत्र विधायक अब्दुल्ला आजम ने भी अपना गनर छोड़ दिया है। काफी तलाश करने के बाद भी अब्दुल्ला का पता नहीं चलने पर गनर वापस रामपुर आ गया है और उसने पुलिस लाइन में अपनी आमद दर्ज कराई है। एएसपी डॉ. संसार सिंह के मुताबिक सपा नेता आजम खां 23 सितंबर को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। वहां से उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मियों को वापस भेज दिया है। पुलिस को पता नहीं है कि वो कहां हैं। एएसपी के मुताबिक अब्दुल्ला आजम ने भी 22 सितंबर को अपने गनर को छोड़ दिया है। पहले गनर ने अपने विधायक की तलाश की, उनके नहीं मिलने पर वह रामपुर पुलिस लाइन पहुंच गया। उन्होंने बताया कि आजम खां और अब्दुल्ला आजम की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने पुलिस लाइन में अपनी आमद दर्ज करा दी है। अब पुलिस को पता नहीं है आजम खां और अब्दुल्ला आजम कहां हैं। एएसपी ने कहा कि अगर आजम खां और अब्दुल्ला आजम अपनी सुरक्षा वापस मांगेंगे तो उनको उपलब्ध करा दी जाएगी।