एंटनी के बयान को लपका भाजपा ने, कांग्रेस पर साधा निशाना
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता एके एंटनी के बयान पर पार्टी की किरकिरी हो रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एंटनी ने कहा कि 2024 आम चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए अल्पसंख्यको का साथ काफी नहीं है। एंटनी के अनुसार, कांग्रेस को हिंदुओं को भी साथ लेकर चलना चाहिए। पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस की कार्यकारी समिति के सदस्य एंटनी ने यह बयान दिया। एंटनी ने कहा कि अगर लोग मंदिर जाते हैं, तिलक या बिंदी लगाते हैं तो उन्हें सॉफ्ट हिंदुत्व लाइन पर चलने वाला कहा जाता है। एंटनी ने कहा कि भारत में बहुसंख्यक आबादी हिंदुओं की है और नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ाई में इस बहुसंख्यक समाज को भी लगाना चाहिए। बीजेपी ने एंटनी के इस बयान को कांग्रेस की वोटबैंक पॉलिटिक्स का कबूलनामा बताया है। पार्टी के कई नेताओं ने एंटनी का बयान साझा कर कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा।
एंटनी ने यह बयान आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में दिया। 2014 में एंटनी के नेतृत्व में बने पैनल ने कांग्रेस की करारी हार का एनालिसिस किया था। कमिटी ने कथित रूप से पाया था कि चुनाव को सेक्युलरिज्म बनाम सांप्रदायिकता की लड़ाई बनाने से कांग्रेस की संभावनाओं पर असर पड़ा। कांग्रेस को प्रो-माइनॉरिटी करार दिया गया। एंटनी पहले भी केरल के भीतर अल्पसंख्यकों को तवज्जो मिलने के खिलाफ बोलते रहे हैं।
एके एंटनी के बयान को बीजेपी नेताओं ने हाथोंहाथ लिया। ट्विटर पर भाजपाई वह क्लिप शेयर कर रहे हैं जिसमें एंटनी ने यह बात कही। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे एंटनी का कबूलनामा करार दिया। उन्होंने कहा कि एंटनी ने कांग्रेस की वोटबैंक पॉलिटिक्स की कलई पोल दी है। आंध्र प्रदेश बीजेपी के नेता विष्णु वर्धन रेड्डी ने राहुल गांधी को टैग करते हुए कहा, यह बतलाता है कि क्यों राहुल गांधी खुद के जनेऊधारी ब्राह्मण होने का दावा करते हैं। बीजेपी की आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि कांग्रेस के लिए भारतीय, भारतीय नहीं हैं। वे बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक, हिंदू और मुस्लिम में बंटे हैं। मालवीय ने कहा कि एंटनी के बयान से पता चलता है कि राहुल क्यों मंदिरों के चक्कर लगाते हैं