गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति का विरोध, BJP मंत्री का पोस्टर लेकर किया जमकर विरोध
भाजपा के मध्य प्रदेश के राज्य मंत्री विजय शाह ने देश की बहादुर बेटी के खिलाफ अपमानजनक शब्द कहे हैं...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारतीय सेना की वरिष्ठ अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी…… जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर देश का गौरव बढ़ाया…….. हाल ही में एक राजनीतिक विवाद के केंद्र में आ गई हैं…… मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह…… और राजकोट मनपा पार्षद चेतन सुरेजा द्वारा उनके खिलाफ दिए गए कथित अपमानजनक बयानों ने देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया है…… गुजरात के राजकोट में गुजरात प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष…… और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव महेश राजपूत के नेतृत्व में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया….. इस प्रदर्शन में न केवल विजय शाह के खिलाफ नारेबाजी हुई…… बल्कि उनके और चेतन सुरेजा के फोटो वाले पोस्टरों पर जूते फेंके गए….. और उन्हें जलाया गया…… इस घटना ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाई है….. बल्कि देश की एकता….. सेना के सम्मान और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं…..
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान था…… जिसे पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया……. इस अभियान में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान…… और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए……. कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस अभियान के दौरान न केवल नेतृत्व और सूझबूझ का परिचय दिया……. बल्कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर इस ऑपरेशन की सफलता को मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया के सामने प्रस्तुत किया……. गुजरात के वडोदरा की रहने वाली कर्नल सोफिया का जन्म 1981 में हुआ था….. उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया….. और 1999 में चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में अपनी सेवा शुरू की….. उनके परिवार का सेना से गहरा नाता रहा है…….. क्योंकि उनके पिता और दादाजी भी सेना में सेवारत थे…… सोफिया ने यूनाइटेड नेशंस पीस मिशन और उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है……. उनकी बहादुरी और समर्पण ने उन्हें देश की एक प्रेरणादायक शख्सियत बना दिया…..
मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय शाह ने इंदौर के महू में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की…… वायरल हुए एक वीडियो में शाह को यह कहते सुना गया……. जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े, हमने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई……. हालांकि शाह ने इस बयान में सोफिया का नाम स्पष्ट रूप से नहीं लिया…… लेकिन यह टिप्पणी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और कर्नल सोफिया के संदर्भ में थी……. जिसे उनके खिलाफ अपमानजनक और नफरत भरा माना गया……. इस बयान ने तुरंत विवाद को जन्म दिया…… और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया…..
विजय शाह के इस बयान की तीखी आलोचना हुई……. कांग्रेस ने इसे न केवल कर्नल सोफिया, बल्कि भारतीय सेना और देश की एकता पर हमला करार दिया……. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शाह के बयान को “गैर-जिम्मेदाराना” और “महिला विरोधी” बताया…… और तत्काल उनके इस्तीफे की मांग की……. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि भाजपा की मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने हमारी वीर बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में बेहद अपमानजनक, शर्मनाक…… और ओछी टिप्पणी की है……. यह न केवल एक व्यक्ति पर हमला है….. बल्कि भारत की सैन्य गरिमा और महिला सम्मान पर प्रहार है….. खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शाह को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की……
विजय शाह के बयान के बाद राजकोट मनपा पार्षद चेतन सुरेजा ने भी कथित तौर पर कर्नल सोफिया के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की…… जिसने विवाद को और हवा दी…… हालांकि, उनके बयान का सटीक विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है…… लेकिन गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने इसे “अपमानजनक” और “सेना का अपमान करने वाला” करार दिया…… सुरेजा के बयान ने गुजरात में विशेष रूप से आक्रोश पैदा किया……. क्योंकि कर्नल सोफिया वडोदरा की निवासी हैं….. और उनका परिवार राज्य में सम्मानित है…..
बता दें कि गुजरात प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष महेश राजपूत के नेतृत्व में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया….. इस प्रदर्शन में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया…… जो विजय शाह और चेतन सुरेजा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे….. आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर और बैनर लहराए….. जिनमें विजय शाह को “गद्दार” करार दिया गया…… एक पोस्टर पर लिखा था, “विजय शाह गद्दार है…… और इस पर जूते फेंके गए….. बाद में शाह और सुरेजा के फोटो वाले पोस्टरों को जलाया गया…….. जिससे प्रदर्शन और उग्र हो गया…..
वहीं महेश राजपूत ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि जब पूरा देश कर्नल सोफिया कुरैशी को उनकी बहादुरी और ऑपरेशन सिंदूर में योगदान के लिए बधाई दे रहा है…… तब भाजपा के नेता उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने में लगे हैं….. विजय शाह और चेतन सुरेजा जैसे लोग देश की बेटी का अपमान कर रहे हैं…… जो सेना और देश का अपमान है…. और उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा शाह के खिलाफ चार घंटे में एफआईआर दर्ज करने के बावजूद…… भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर चुप क्यों हैं……
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने विजय शाह के बयान का स्वत: संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई की…… न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और अनुराधा शुक्ला की खंडपीठ ने शाह के बयान को “गटर की भाषा” करार दिया…… और इसे सशस्त्र बलों की गरिमा पर हमला बताया….. कोर्ट ने पुलिस को शाह के खिलाफ शत्रुता और घृणा को बढ़ावा देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया….. जिसे चार घंटे के भीतर लागू किया गया…… कोर्ट ने यह भी कहा कि सशस्त्र बल इस देश में ईमानदारी, अनुशासन और बलिदान का प्रतीक हैं…… और इस तरह की टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं…..
इसके बाद शाह ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया……. जहां भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने उनकी टिप्पणी को “असंवेदनशील” और “अस्वीकार्य” बताया……. सुप्रीम कोर्ट ने शाह को माफी मांगने…. और समझदारी दिखाने की सलाह दी…… शाह ने इसके बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी…… जिसमें उन्होंने कहा कि मैं सपने में भी कर्नल सोफिया के बारे में गलत नहीं सोच सकता…… अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है…… तो मैं दस बार माफी मांगने को तैयार हूं……
विजय शाह के बयान के बाद भाजपा ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की……. मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा के निर्देश पर कुछ नेताओं ने कर्नल सोफिया के परिवार से मुलाकात की…… और उन्हें “देश की बेटी” करार दिया….. हालांकि पार्टी ने शाह के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की……. जिसके चलते विपक्ष ने भाजपा पर निशाना साधा……. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा का मौन इस मामले में उनकी सहमति को दर्शाता है…… मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी शाह की बर्खास्तगी की मांग की…… जिसने पार्टी के अंदर भी असहजता पैदा की…..
आपको बता दें कि कर्नल सोफिया का परिवार वडोदरा के तांदलजा इलाके में रहता है…… उनके माता-पिता और भाई-बहन इस विवाद से आहत हैं…… लेकिन उन्होंने किसी भी सार्वजनिक विवाद से बचने की कोशिश की……. बुधवार को वडोदरा में आयोजित तिरंगा यात्रा में उनके परिवार ने हिस्सा नहीं लिया……. जिसे स्थानीय लोगों ने उनके आहत होने का संकेत माना….. वडोदरा की सुंदरवन सोसायटी की निवासी जितेंद्र सोलंकी ने शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की शिकायत दी….. जिसे पुलिस ने स्वीकार कर लिया….
वहीं इस विवाद ने न केवल कर्नल सोफिया के सम्मान को लेकर सवाल उठाए…… बल्कि भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक तनाव को भी बढ़ा दिया…… कांग्रेस ने इस मुद्दे को सेना महिला सम्मान…… और राष्ट्रीय एकता से जोड़कर भाजपा को घेरने की रणनीति अपनाई….. दूसरी ओर भाजपा ने इस मामले को शांत करने की कोशिश की…… लेकिन शाह के खिलाफ कार्रवाई न करने से उनकी मंशा पर सवाल उठ रहे हैं…… यह विवाद गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में आगामी राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है……