भारत-पाक तनाव के बीच Harshvardhan Rane का बड़ा फैसला, पाकिस्तानी एक्ट्रेस Mawra Hocane के साथ नहीं करेंगे काम

मावरा ने आगे लिखा, हम सभी विस्फोटों को सुन सकते हैं, मेरे देश में बच्चे एक अनुचित कायरतापूर्ण हमले के कारण मर गए, निर्दोष लोगों की जान चली गई

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते राजनीतिक और सैन्य तनाव का असर अब एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर भी दिखने लगा है। एक्टर हर्षवर्धन राणे ने हाल ही में फिल्म सनम तेरी कसम 2 से खुद के अलग कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके पीछे की वजह फिल्म की लीड पाकिस्तानी एक्ट्रेस मावरा हुसैन (Mawra Hocane)हैं। हर्षवर्धन ने सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने अपने बयान में साफ कर दिया कि वह मौजूदा हालात में अपने देश के प्रति जिम्मेदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं। उन्होंने कहा पर्सनल कमेंट्स के लिए मेरी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है।मैं अपने देश की गरिमा के साथ कभी समझौता नहीं करूंगा। मुझे पूरा अधिकार है कि मैं किन लोगों के साथ काम करना चाहता हूं और किनके साथ नहीं।”

हालांकि, इस मुद्दे पर मावरा हुसैन ने सोशल मीडिया पर हर्षवर्धन के फैसले को लेकर तंज कसा था। उनके इस बयान के बाद हर्षवर्धन ने संयम बरतते हुए बेहद सधे हुए अंदाज़ में जवाब दिया और अपने देश के प्रति सम्मान को प्राथमिकता दी। यह घटना दर्शाती है कि मौजूदा भारत-पाक तनाव अब फ़िल्म इंडस्ट्री में भी कलाकारों के फैसलों को प्रभावित कर रहा है। हर्षवर्धन का यह स्टैंड उन एक्टर्स के लिए एक उदाहरण बन सकता है जो अपनी पेशेवर ज़िंदगी में देश के सम्मान को सबसे ऊपर रखते हैं।

एक्टर के फैसले को बताया पीआर स्टेटमेंट
मावरा ने आगे लिखा, हम सभी विस्फोटों को सुन सकते हैं, मेरे देश में बच्चे एक अनुचित कायरतापूर्ण हमले के कारण मर गए, निर्दोष लोगों की जान चली गई और फिर भी शालीनता और शांति बनाए रखने के कई प्रयासों के बाद, मेरे सशस्त्र बलों द्वारा एक उचित प्रतिक्रिया ने कल रात आपके देश में उन्माद पैदा कर दिया. जब हमारे देश युद्ध में हैं, तो आप यह लेकर आए हैं… ध्यान आकर्षित करने के लिए एक पीआर बयान??? कितने अफ़सोस की बात है!” मावरा ने इसके अलावा भी काफी कुछ लिखा.

मावरा की बोलती बंद करते हुए हर्षवर्धन राणे ने कहा, “यह पर्सनल अटैक की कोशिश की तरह लग रहा था. सौभाग्य से, मेरे पास ऐसे प्रयासों को नज़रअंदाज़ करने की सहनशीलता है, लेकिन मेरे देश की गरिमा पर किसी भी हमले के लिए जीरो टॉलरेंस है. एक भारतीय किसान अपनी फसल से अवांछित खरपतवार को उखाड़ता है, इसे वीडिंग निकालना कहते हैं, किसान को इस काम के लिए पीआर टीम की जरूरत नहीं है. इसे जर्नल नॉलेज कहते हैं. मैंने बस पार्ट 2 से हटने की बात कही. मैं अपने देश के एक्शन को ‘कायरतापूर्ण’ कहने वाले व्यक्तियों के साथ काम न करने का पूरा अधिकार रखता हूं. उनके भाषण में इतनी नफ़रत, इतने पर्सनल कमेंट्स, मैंने कभी उनका नाम नहीं लिया या उन्हें नाम से पुकारने का सहारा नहीं लिया. एक महिला के रूप में उनकी गरिमा पर हमला नहीं किया. मैं उस मानक को बनाए रखने का इरादा रखता हूं.”

Related Articles

Back to top button