लखनऊ में HMPV वायरस की एंट्री, 60 साल की महिला संक्रमित
4PM न्यूज नेटवर्क: HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस ने पूरे देश की चिंता बढ़ा दी है। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में HMPV वायरस ने दस्तक दे दी है। यह पूरे यूपी में पहला मामला है। हालांकि अभी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है और सैम्पल को जांच के लिए भेजा गया है। लखनऊ में गुरुवार (09 जनवरी) को एचएमपीवी पीड़ित महिला को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उसका इलाज शुरू हो चुका है। बता दें कि यह मामला कैंट विधानसभा क्षेत्र का है।
मामले में सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने महिला के संक्रमित होने की संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि सैम्पल को जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के बाद ही कन्फर्म होगा। लखनऊ में संदिग्ध HMPV केस का यह पहला मामला सामने आया है। वहीं महिला मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं पाई गई है। आपको बता दें कि यह वायरस बेंगलुरु में दस्तक दे चुका है। बेंगलुरु के बाद गुजरात के अहमदाबाद में भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का एक मामला सामने आया है। HMPV को लेकर कोई इमरजेंसी घोषणा नहीं की गई है।
WHO की महामारी एक्सपर्ट्स मार्गरेट हैरिस ने चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि चीन में संक्रमण पैदा करने वाले वायरस के बारे में जानकारी है। इनमें मौसमी इन्फ्लूएंजा वायरस, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV), HMPV और कोविड-19 पैदा करने वाला SARS-CoV-2 वायरस शामिल हैं। एक अधिकारी ने कहा, HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसका एक असामान्य नाम है, इसलिए इसमें बहुत रुचि रही है। यह पहली बार 2001 में पहचाना गया था। यह लंबे समय से हमारे बीच में है। संक्रमित होने से बचने की कोशिश करें।
जानिए क्या हैं HMPV के लक्षण?
- HMPV एक ऐसा वायरस है जो खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण पैदा करता है।
- यह वायरस खांसने, छींकने और संक्रमित सतहों को छूने से फैलता है।
जानें HMPV को लेकर गाइडलाइन
- भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- साबुन-पानी से हाथों को समय-समय पर धोते रहें।
- HMPV के लक्षण होने पर स्वस्थ लोगों से दूरी बना लें।
- छींकते-खांसते समय नाक और मुंह को रूमाल से या टिश्यू से ढकें।
- सर्दी, खांसी जुकाम होने पर डॉक्टर से परामर्श करें और दवा खाएं।
- अधिक मात्रा में पानी व तरल पदार्थों का सेवन करें और पौष्टिक आहार लें।
- बच्चे और बुजुर्ग या किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग खास तौर पर सावधानी बरतने की कोशिश करें।