शराब घोटाले में आखिर कैसे ईडी पहुंची इस बड़े नेता की पुत्री तक

नई दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाले के मामले में वित्तीय जांच एजेंसी ईडी ने अपनी चार्जशीट में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, संजय सिंह के साथ तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी पर भी आरोप लगाए हैं. हैदराबाद में केसीआर की बेटी कलवकुंतला कविता के बंजारा हिल्स स्थित आवास पर पूछताछ के लिए जब सीबीआई पहुंची थी, तब शहर में उनके समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे. एक योद्धा की बेटी कभी नहीं डरेगी. अब एक बार फिर दक्षिण भारत के राजनीतिक गलियारे में हल्ला मच गया है.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के कथित सहयोगी और गुरुग्राम के व्यवसायी अमित अरोड़ा की रिमांड कॉपी के जरिये ईडी की जांच कविता तक पहुंची थी. जांच आगे बढ़ी तो समीर महेंद्रु की कंपनी इंडो स्पिरिट्स फर्म में कविता की हिस्सेदारी की बात सामने आई. और फिर सामने आया, 100 करोड़ की रिश्वत का मामला.
वित्तीय जांच एजेंसी ईडी ने अपनी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी के साथ तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर यानी के चंद्रशेखर राव की बेटी और के कविता पर आारोप लगाए हैं. के कविता तेलंगाना में अपने पिता की पार्टी टीआरएस से एमएलसी हैं. कविता पर आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर ्र्रक्क के विजय नायर को 100 करोड़ की रिश्वत दी थी. उन कुछ लोगों में राघव मगुन्टा, एमएस रेड्डी और सरथ रेड्डी के नाम शामिल हैं.
ईडी के आरोपों के अनुसार, दिल्ली सरकार की नई शराब नीति लाए जाने के बाद के कविता भी दिल्ली में शराब के कारोबार में शामिल थीं. ईडी का आरोप है कि इंडो स्पिरिट्स फर्म के मालिक/कर्ता-धर्ता व्यवसाई समीर महेंद्रू, साउथ ग्रुप की कविता और आप नेता विजय नायर के बीच पूरी साजिश रची गई थी. आरोप है कि इंडो स्पिरिट्स फर्म की साझेदारी समीर महेंद्रू की ओर से अरुण पिल्लई, के. कविता, राघव मगुन्टा, एमएसआर, अभिषेक बोइनपल्ली, बुच्ची बाबू के साथ साठ-गांठ की वजह से हुई थी.
ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि आप नेताओं को उनके प्रतिनिधि विजय नायर के माध्यम से एडवांस पे किया गया था. अरुण, अभिषेक और बुच्ची बाबू दिल्ली में सरत रेड्डी, एमएस और के कविता की ओर से फील्डिंग कर रहे थे. दिल्ली सरकार की ओर से न्यू लीकर पॉलिसी शुरू करने के दौरान इंडो स्पिरिट्स फर्म की दिल्ली में प्रमुख भूमिका रही थी.
ईडी का आरोप है कि सांसद एमएस रेड्डी के साथ समीर महेंद्रू की फर्म इंडो स्पिरिट्स में कविता की भी 65 फीसदी हिस्सेदारी थी. फर्म में कविता की हिस्सेदारी अरुण पिल्लई के माध्यम से हुई थी.
अरुण पिल्लई ने खुलासा किया है कि समीर महेंद्रू ने इंडो स्पिरिट्स में 65 फीसदी हिस्सेदारी इसलिए दी थी, क्योंकि विजय नायर ने उसे पर्नोड रिकॉर्ड के थोक व्यापार दिलवाने का आश्वासन दिया था. समीर महेंद्रू के साथ उनकी और सहयोगियों की बातचीत के दौरान यह भी स्पष्ट कर दिया गया था कि उनके कारोबार में 65 फीसदी हिस्सेदारी का नियंत्रण एमएस रेड्डी और सुश्री के कविता के पास था.
ईडी का आरोप है कि शराब कारोबार के संबंध में के कविता की कई बार फोन पर बातचीत हुई और उनके हैदराबाद स्थित आवास पर आरोपियों की कुछ मुलाकातें भी हुईं. ईडी के अनुसार, अरुण पिल्लई ने पुष्टि की है कि इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने के कविता और समीर महेंद्रू के साथ फेसटाइम कॉल की थी.
ईडी का आरोप है कि सितंबर 2021 में कविता ने फेसटाइम पर समीर महेंद्रू को बधाई दी थी और कहा था कि वो उनके साथ पार्टनरशिप कर खुश हैं. इसी साल महेंद्रू, हैदराबाद स्थित आवास पर के कविता से मिले भी थे. कविता ने समीर से तब कहा था कि वो उनके लिए परिवार की तरह हैं और अरुण पिल्लई के साथ कारोबार मतलब मेरे साथ कारोबार है. कविता ने कहा था कि वो इस साझेदारी और रिश्ते का विस्तार कई राज्यों तक करेंगे.

 

Related Articles

Back to top button