अफगानिस्तान में 6.3 की तीव्रता से आये भूकंप के चलते भारी तबाही

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
काबुल। अफगानिस्तान में 6.3 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आज सुबह उत्तरी अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। इसमें कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने अपने पेजर सिस्टम के माध्यम से ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यूएसजीएस ने चेतावनी दी गई कि बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की संभावना है और आपदा संभावित रूप से व्यापक हो सकती है। बता दें, पेजर सिस्टम एक स्वचालित उपकरण है, जो भूकंप के संभावित प्रभाव का आकलन करता है।
यूएसजीएस के अनुसार, भूकंप लगभग 523,000 की आबादी वाले शहर मजार-ए-शरीफ के पास 28 किमी (17.4 मील) की गहराई पर आया। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो, ढही हुई इमारतों और बिखरे हुए मलबे की तस्वीरें, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
जीएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, इससे पहले 23 सितंबर को दक्षिण-पूर्वी अफगानिस्तान में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र 10 किमी की उथली गहराई पर स्थित था, जिसका निर्देशांक 34.48 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 70.71 डिग्री पूर्वी देशांतर था।
2021 में सत्ता संभालने के बाद से, तालिबान सरकार को कई विनाशकारी भूकंपों का सामना करना पड़ा है। इनमें 2023 में ईरानी सीमा के पास पश्चिमी हेरात क्षेत्र में आया भूकंप भी शामिल है। 2023 के इस भूकंप में 1,500 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 63,000 से ज्यादा घर नष्ट हो गए। इसके बाद इस साल 31 अगस्त को देश के पूर्वी हिस्से में एक और बड़ा भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 मापी गई। इसमें 2,200 से ज्यादा लोग मारे गए, जिससे यह हाल के अफगान इतिहास का सबसे घातक भूकंप बन गया।
अफगानिस्तान यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के बीच टकराव वाले क्षेत्र में स्थित है, जिसके दक्षिण में अरब प्लेट का भी प्रभाव पड़ता है, जो इसे दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक बनाता है।

हादसे का सोमवार: जानलेवा रफ्तार ने ली 25 लोगों की जान
तेलंगाना में बस-ट्रक की भिड़ंत में 19 की जान गई
राजस्थान में डंपर ने 9 को रौंद डाला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। सोमवार क ा दिन सडक़ हादसों को दिन रहा। राजस्थान में सोमवार (3 नवंबर) को एक और बड़े सडक़ हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। जयपुर के हरमन इलाके में एक बेकाबू डंपर ने 30-40 गाडिय़ों को भीषण टक्कर मार दी। डंपर ट्रेक का ब्रेक फेल हो जाने की वजह से यह बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में हुए भीषण बस हादसे में एक बचे हुए यात्री ने बताया कि कंडक्टर साइड के यात्री जीवित बचे, जबकि ड्राइवर साइड के सभी लोग मारे गए। हादसे में अब तक 19 लोगों की मौत हुई। घायल यात्रियों का इलाज हैदराबाद के अस्पतालों में चल रहा है। आशंका है कि मौत का आंकड़ा अब भी बढ़ सकता है। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने जानकारी दी है कि ब्रेक फेल होने को बाद डंपर ने करीब 40 चार-पहिया और दो-पहिया गाडय़िों को टक्कर मारी है। हादसे में 7 लोगों की मौत की पुष्टि है जबकि कई गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों का इलाज शहर के अस्पताल में चल रहा है।
अस्पताल में भर्ती घायलों में से कइयों की हालत नाजुक बताई जा रही है. ऐसे में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में आज सुबह चेवेला के पास एक टिपर ट्रक ने राज्य परिवहन निगम की बस को सामने से टक्कर मार दी। इस भीषण बस हादसे में अब तक 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए। हादसे में बस की परिचालक राधा ने बताया कि घटना के समय बस में 72 यात्री सवार थे। हादसे से बच निकले एक यात्री ने बताया कि कंडक्टर की तरफ बैठे यात्री बच गए, जबकि ड्राइवर साइड के लगभग सभी लोग मारे गए। जीवित बचे यात्री ने बताया कि वह बस में झपकी ले रहे थे, तभी एक जोरदार धमाके से उनकी नींद खुली। उन्होंने कहा टीपर ट्रक सामने से आकर टकराया।
हेल्पलाइन नम्बर जारी
तेलंगाना सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हादसे पर तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी ने दुख जताया। तेलंगाना के सीएमओ ने एक्स पर बताया कि सीएम रेड्डी ने अधिकारियों को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए और समय-समय पर हादसे की डिटेल अपडेट के साथ मांगी है। मुख्यमंत्री ने चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को हादसे में घायल लोगों को तुरंत हैदराबाद पहुंचाने और उन्हें बेहतर इलाज की व्यवस्था करने का आदेश दिया है। सरकार ने घायल, उनके रिश्तेदारों या परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 9912919545 और 9440854433 जारी किए हैं।
लग गया भीषण जाम
हैदराबाद-बीजापुर नेशनल हाईवे पर भीषण जाम लगा हैदराबाद-बीजापुर नेशनल हाईवे पर इस हादसे के कारण भीषण जाम लग गया। चेवेल्ला-विकाराबाद रूट पर वाहनों को रोके जाने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस स्थिति को काबू करने और यातायात को डायवर्ट करने की कोशिश कर रही है।
पुतिन का ट्रंप से मिलने से इंकार
नहीं थमता दिख रहा रूस यूक्रेन संघर्ष
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात रद्द होने को लेकर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव का बयान सामने आया है। एक इंटरव्यू में क्रेमलिन प्रवक्ता ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति और ट्रंप के बीच बैठक जल्द आयोजित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने टीएएसएस समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि पेस्कोव ने रविवार को कहा कि इस तरह की बैठक की तुरंत तैयारी संभव है, लेकिन फिलहाल इसकी कोई जरूरत नहीं है। पेस्कोव ने कहा, इस समय यूक्रेन समझौते की समस्या पर बहुत बारीकी से काम करने की जरूरत है।
16 अक्टूबर को पुतिन के साथ फोन पर बातचीत के बाद ट्रंप ने कहा था कि दोनों नेता जल्द ही हंगरी के बुडापेस्ट में मिलेंगे, हालांकि 22 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति ने बैठक रद्द होने की जानकारी देते हुए कहा था कि उन्होंने निर्धारित बैठक रद्द कर दी है, मुझे ठीक नहीं लगी और ऐसा नहीं लग रहा था कि हम उस मुकाम तक पहुंच पाएंगे, जहां हमें पहुंचना चाहिए। रूसी राष्ट्रपति ने पहले ही कहा था कि बुडापेस्ट में होने वाली बैठक रद्द होने की बजाय स्थगित होने की ज्यादा संभावना है। पुतिन ने यह भी कहा था कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली इस बैठक की शुरुआत अमेरिका ने की थी।
26 अक्टूबर को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि उच्चतम स्तर पर व्यक्तिगत संपर्कों का भविष्य अमेरिकी पक्ष पर निर्भर करेगा। दोनों नेताओं की आखिरी आमने-सामने की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का के एंकोरेज स्थित ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन में हुई थी। यह शिखर सम्मेलन रूस-यूक्रेन युद्धविराम या युद्ध समाप्ति के किसी महत्वपूर्ण समझौते के बिना समाप्त हुआ था। 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद पुतिन और ट्रंप की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी।
रूस का यूक्रेन पर फिर हमला
इधर रूस ने शनिवार को यूक्रेन पर हमला किया। इस हमले में दो बच्चों समेत छह लोगों की मौत हो गई। रूसी मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि शनिवार रात से रविवार सुबह तक यूक्रेन पर रूस ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। रूस के इस हमले के बाद करीब 58 हजार घरों में अंधेरा छा गया। हमले में मारे गए बच्चों में एक की उम्र 11 साल और दूसरे की उम्र 14 साल है।
वाईएसआरसीपी नेता जोगी रमेश नकली शराब मामले में गिरफ्तार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। युवजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के वरिष्ठ नेता जोगी रमेश और उनके भाई को आंध्र प्रदेश में कथित रूप से नकली शराब के निर्माण और मिलावटी शराब की बिक्री के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रमेश और उनके छोटे भाई जोगी रामू को रविवार सुबह आबकारी विभाग के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया।
एक अधिकारी द्वारा साझा की गयी रिमांड रिपोर्ट के अनुसार, दोनों आरोपियों को नकली शराब के अवैध निर्माण, परिवहन, आयात और बिक्री के आरोपों के संबंध में गिरफ्तार किया गया है दोनों को आंध्र प्रदेश आबकारी अधिनियम, 1968 और आंध्र प्रदेश निषेध अधिनियम, 1995 तथा कई अन्य प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें रविवार देर रात स्थानीय अदालत में पेश किया गया था। यह गिरफ्तारियां राज्य में कई स्थानों पर संगठित तरीके से हो रहे नकली शराब के निर्माण, वितरण और बिक्री के खुलासे और जब्ती के बाद की गईं।
एसआईआर केखिलाफ ममता सडक़ पर उतरेंगी
बंगाल में कल चुनाव आयोग पर टीएमसी का हल्ला बोल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के फैसले को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। गौरतलब है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसआईआर प्रक्रिया का खुलकर विरोध किया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की है कि वह अपनी आपत्ति दर्ज कराने के लिए मंगलवार (4 नवंबर) को कोलकाता में एक वि शाल विरोध मार्च का नेतृत्व करेंगी। चुनाव आयोग ने हाल ही में घोषणा की है कि अगले साल होने वाले चुनावों के मद्देनजऱ पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष गहन पुनरीक्षण का दूसरा चरण चलाया जाएगा। यह 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा। 9 दिसंबर को मतदाता सूची का मसौदा प्रकाशित किया जाएगा और 7 फरवरी को अंतिम सूची जारी की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा की मांग स्वीकार नहीं की जा सकती क्योंकि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है। कोलकाता और कई जिलों में बीएलओ प्रशिक्षण सत्रों के दौरान व्यवधान की खबरों के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया। जानकारी के अनुसार, सरकारी कर्मचारियों ने आधिकारिक ड्यूटी की स्थिति, काम के घंटे और सुरक्षा कवर को लेकर आपत्तियां जताईं। बीएलओ के रूप में नियुक्त कई शिक्षकों ने आरोप लगाया कि उनके स्कूलों ने उन्हें प्रशिक्षण के घंटों के दौरान अनुपस्थित चिह्नित किया।
उन्होंने मांग की कि उन्हें उन दिनों के लिए ड्यूटी पर चिह्नित किया जाना चाहिए। शिक्षकों ने प्रशिक्षण सत्रों के दौरान केंद्रीय सुरक्षा कवर की भी मांग की और चेतावनी दी कि वे पर्याप्त सुरक्षा के बिना काम नहीं करेंगे। कई महिला शिक्षकों ने शाम के समय के बाद बिना सुरक्षा कवर के काम करने से इनकार कर दिया। बड़ी संख्या में बीएलओ ने ड्यूटी टाइमिंग से परे काम करने के लिए मजबूर होने का भी मुद्दा उठाया। हालांकि, चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा की मांग स्वीकार नहीं की जा सकती क्योंकि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है।
सीएम बीएलओ को धमका रहीं : अग्निमित्रा पॉल
भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बीएलओ को एसआईआर प्रक्रिया को विफल करने के लिए धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, सभी जि़लों के सभी बीएलओ प्रशिक्षण ले रहे हैं। हमें उम्मीद है कि वे बिना किसी डर के काम करेंगे। अगर ममता बनर्जी सोचती हैं कि वे उन्हें धमकाकर एसआईआर प्रक्रिया को रोक देंगी, तो वे गलत हैं। इस बीच, टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि राज्य सरकार को इस बात की जानकारी नहीं थी कि शिक्षकों का बीएलओ के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया शिक्षकों को नियमित घंटों से ज़्यादा काम करने के लिए मजबूर करती है और इससे उनके लिए समस्याएँ पैदा हुई हैं। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा विभाग को इस बीएलओ की तैनाती के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी।
हर कार्यालय में फहराया जाए राष्ट्रीय ध्वज के साथ कर्नाटक का झंडा: डीके शिवकुमार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरु । कर्नाटक के 70वें राज्योत्सव के अवसर पर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने एक विशेष घोषणा करते हुए कहा कि अब राज्य के सभी सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों में राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ कर्नाटक का ध्वज भी फहराया जाएगा।
शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक सभी समुदायों और पृष्ठभूमि के लोगों को अपनाने वाला राज्य है, जिसकी सबसे बड़ी ताकत इसकी संस्कृति और परंपरा है। उन्होंने कहा हमारी माता भुवनेश्वरी सभी का स्वागत करती हैं। कर्नाटक आज विविधता में एकता का प्रतीक बन चुका है। हमारे राज्य की नदियां, संसाधन और रोजगार अवसर इसे सबका घर बनाते हैं। इसी समृद्ध परंपरा का सम्मान करते हुए हम चाहते हैं कि हर कार्यालय में कर्नाटक का झंडा भी लहराए।
उन्होंने आगे कहा कि अगले साल से सभी सरकारी कार्यालयों, संस्थानों और निजी प्रतिष्ठानों में एक माह के लिए कन्नड़ ध्वज लगाने का अभियान चलाया जाएगा ताकि लोग राज्य की सांस्कृतिक पहचान से और गहराई से जुड़ सकें।



