इलाज के नाम पर जेल से बाहर आकर की ऐश, कपिल वधावन को नासिक जेल में किया गया शिफ्ट

नई दिल्ली। करोड़ों रुपये के कथित धोखाधड़ी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 2020 में गिरफ्तार किए गए कपिल वधावन को उनके कदाचार और विशेषाधिकार की रिपोर्ट के बाद नासिक जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। पिल वधावन यस बैंक में कथित घोटाले से जुड़े मामले में आरोपी हैं। मुंबई की एक विशेष अदालत ने अधिकारियों को उन्हें नासिक जेल में स्थानांतरित करने की अनुमति दी कि कैसे वाधवान बंधुओं को चिकित्सा उपचार के बहाने अस्पताल दौरे पर वीवीआईपी उपचार मिल रहा था।
पीएमएलए अदालत के विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे ने शुक्रवार को कपिल वाधवान को नासिक जेल में स्थानांतरित करने का आदेश पारित किया और कहा कि वाधवान बंधुओं के कदाचार से जेल का अनुशासन प्रभावित हो रहा है। वधावन बंधु मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल जाने की जरूरत का बहाना करके कई बार बाहर घूमने में कामयाब रहे। एक टीवी चैनल ने इससे जुड़़ी रिपोर्ट भी दिखाई।टीवी के कैमरे में कैद हुआ कि कैसे भाई बार-बार ये यात्राएं करने में कामयाब रहे। इन नकली चिकित्सा यात्राओं ने उन्हें अपने पुलिस एस्कॉर्ट की देखरेख में उचित भोजन करने, लैपटॉप और मोबाइल फोन का उपयोग करने और यहां तक ????कि व्यापारिक सौदे करने में सक्षम बनाया। पुलिस एस्कॉर्ट को नाश्ता भी कराया गया।
मुंबई पुलिस ने 29 अगस्त को तलोजा जेल में बंद वधावन बंधुओं की जेल एस्कॉर्ट टीम के एक अधिकारी और छह कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। ये अधिकारी मेडिकल चेकअप के लिए उन्हें जेल से बाहर ले जाने के लिए जिम्मेदार थे। वधावन बंधु 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में वर्तमान में मुंबई के बाहरी इलाके में तलोजा सेंट्रल जेल में बंद हैं। कपिल वधावन को अब नासिक जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है।

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