हरियाणा की समीक्षा बैठक में राहुल गांधी की नेताओं को फटकार, कहा- ‘पार्टी हित से ऊपर नेताओं ने खुद को रखा’

हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद आज कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य के नेताओं के संग अहम बैठक की है। यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई है...

4PM न्यूज नेटवर्क: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद आज कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य के नेताओं के संग अहम बैठक की है। यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई है। इस दौरान राहुल गांधी ने हरियाणा में हार पर राज्य के नेताओं से काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि नेताओं ने पार्टी की जीत से ज्यादा अपने निजी हितों को ऊपर रखा। आपको बता दें कि खड़गे के आवास ‘10 राजाजी मार्ग’ पर हुई। इस समीक्षा बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष उदय भान, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रभारी दीपक बाबरिया, हरियाणा पर्यवेक्षक अशोक गहलोत, अजय माकन, प्रताप सिंह बाजवा को भी बुलाया गया था।

कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य के नेताओं के संग की अहम बैठक

इसके साथ ही प्रभारी दीपक बाबरिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े, क्योंकि वह पिछले कुछ सप्ताह से अस्वस्थ हैं। बैठक के बाद माकन ने संवाददाताओं से कहा कि इस बैठक में हरियाणा के चुनाव नतीजों की समीक्षा की गई। आप लोग (मीडिया) भी इस बात को मानते होंगे कि नतीजे अप्रत्याशित थे। एग्जिट पोल और असल नतीजों में जमीन और आसमान का फर्क था। अलग-अलग कारण क्या हो सकते हैं, इस पर चर्चा की गई।

 

मिली जानकारी के अनुसार मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से यह आग्रह भी किया था कि उन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को जांच पूरी होने तक सील करके सुरक्षित रखा जाए, जिनको लेकर सवाल उठे हैं। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ और ‘लोक भावना के खिलाफ’ करार देते हुए कहा कि इस जनादेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि राज्य में ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ हुई है।

तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार: कांग्रेस

वहीं इसके अलावा कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया था कि कई विधानसभा क्षेत्रों से EVM को लेकर शिकायतें आई हैं। वहीं जिन EVM की बैट्री 99 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस उम्मीदवारों की हार हुई है, लेकिन जिनकी बैट्री 60-70 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस की जीत हुई है।

सूत्रों के मुताबिक इस साल जून में हुए लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच हुई पहली बड़ी सीधी लड़ाई में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 48 सीट पर जीत दर्ज की। वहीं जबकि 2019 में उसे 41 सीट मिली थी। कांग्रेस को 37 सीट पर संतोष करना पड़ा।

इससे पहले राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ‘एक्स’ पोस्ट में EVM में कथित खराबी के खिलाफ “शिकायत” दर्ज करने के प्रयास में चुनाव आयोग के साथ एक संभावित बैठक का संकेत दिया। उन्होंने लिखा कि हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं, अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को सूचित कराएंगे।

  • सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद।
  • हक का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज बुलंद करते रहेंगे।

 

 

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