अपर्याप्त नींद बन सकती है सेहत के लिए खतरा, जानिए क्यों जरूरी है पूरी नींद लेना
नींद सिर्फ थकान मिटाने का जरिया नहीं, बल्कि हमारे शरीर की मरम्मत और दिमागी सेहत के लिए बेहद जरूरी प्रक्रिया है।

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: नींद सिर्फ थकान मिटाने का जरिया नहीं, बल्कि हमारे शरीर की मरम्मत और दिमागी सेहत के लिए बेहद जरूरी प्रक्रिया है। नींद के दौरान शरीर कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे मसल्स की मरम्मत, इम्यून सिस्टम को मज़बूत करना, हार्मोन संतुलन बनाए रखना और दिमाग में जमा हुई जानकारी को प्रोसेस करना।
अगर रोजाना नींद पूरी न हो, तो इसका असर धीरे-धीरे शरीर के हर अंग और सिस्टम पर दिखने लगता है। थकावट, चिड़चिड़ापन, एकाग्रता में कमी, और रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट जैसे लक्षण सामने आने लगते हैं।
नींद की कमी केवल थकान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकती है। डॉ. के अनुसार, सबसे पहले नींद की कमी का असर एकाग्रता (concentration) पर पड़ता है। उन्होंने बताया, “नींद पूरी न होने पर व्यक्ति दिनभर थका हुआ महसूस करता है, छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ाहट होती है और दिमाग सही से काम नहीं करता। इससे न्यूरो हेल्थ बिगड़ सकती है।”
समस्या अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो यह स्थिति ब्रेन फॉग, याददाश्त की कमजोरी और सोचने-समझने की क्षमता में गिरावट जैसी दिक्कतें पैदा कर सकती है। ऐसे लोगों में एक्सीडेंट्स और गलत निर्णय लेने की संभावना भी अधिक होती है। नींद की कमी सिर्फ दिमाग ही नहीं, बल्कि शरीर पर भी बड़ा असर डालती है। “लगातार कम नींद लेने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिससे दिल का दौरा (Heart Attack) और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।”
पर्याप्त नींद लेना न केवल मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी है, बल्कि यह दिल, दिमाग और पूरे शरीर की कार्यक्षमता के लिए भी अनिवार्य है। नींद पूरी न होना सिर्फ थकान या चिड़चिड़ेपन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शरीर के लगभग हर सिस्टम को प्रभावित कर सकती है। नींद के दौरान शरीर इंसुलिन को बैलेंस करता है, लेकिन अगर नींद पूरी न हो, तो शरीर में इंसुलिन का प्रभाव घटने लगता है। इसका नतीजा होता है ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा।
मेटाबॉलिज्म और पाचन भी होते हैं प्रभावित
नींद की कमी से शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने लगता है और मोटापे की संभावना बढ़ती है। साथ ही, पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है, जिससे गैस, एसिडिटी और भूख न लगने जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।नींद पूरी न होने का सीधा असर इम्यून सिस्टम पर भी होता है। नींद की कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है, जिससे व्यक्ति बार-बार सर्दी, खांसी और संक्रमण जैसी बीमारियों का शिकार हो सकता है।
स्किन हेल्थ पर भी दिखता है असर
नींद पूरी न लेने से त्वचा की सेहत पर भी असर पड़ता है। डर्मेटोलॉजिस्ट्स के मुताबिक, इससे आंखों के नीचे काले घेरे, पिम्पल्स, स्किन ड्रायनेस जैसी समस्याएं सामने आने लगती हैं। अच्छी सेहत और सुंदर त्वचा के लिए नींद को प्राथमिकता देना जरूरी है। एक संतुलित दिनचर्या, स्क्रीन टाइम में कटौती और तनाव कम करना इसमें मददगार हो सकता है।
अच्छी नींद के लिए क्या करें
रोज मेडिटेशन करें।
सोने से 1 घंटा पहले फोन या लैपटॉप न चलाएं।
रात में चाय या कॉफी पीने से बचें।
डॉक्टर से सलाह लें।


