सीमाओं पर दोहरे खतरे का सामना कर रहा भारत: राजनाथ
- बोले- तकनीक के क्षेत्र में अग्रिम होना बहुत आवश्यक
- रक्षामंत्री बोले-आज हम दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक हैं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अपनी सीमाओं पर दोहरे खतरे का सामना कर रहे हैं। ऐसे में पूरी दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए, हमारा तकनीक के दृष्टिकोण में उन्नत होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज हम दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक हैं, हमारी सेना के शौर्य और पराक्रम की चर्चा पूरी दुनिया में होती है।
ऐसे में यह अनिवार्य हो जाता है, कि देश के हितों की सुरक्षा करने के लिए हमारे पास एक तकनीक में आगे सेना हो। आप लोग देख रहे हैं, कि हमारे देश में स्टार्ट-अप्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, और इस प्रकार की साझेदारी हमारे देश में स्टार्ट-अप्स कल्चर को और बढ़ाने में मददगार साबित होगी।
डीआरडीओ हो रहा अपडेट
भाजपा नेता ने कहा कि डीआरडीओ के पास एक बेहद उन्नत बुनियादी ढाँचा है। आज डीआरडीओ के पास लगभग 50 लैब्स हैं, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट क्षेत्र में शोध करना करते हैं। डीआरडीओ के साथ साझेदारी, हमारी एकेडेमिया को भी डीआरडीओ के उन लैब्स का सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि एकेडेमिया लगातार स्वयं को बदलती हुई चुनौतियों, और बदलते हुए परिवेश के अनुसार अपडेट करते हैं। वैसे तो डीआरडीओ भी स्वयं को अपडेट रखता ही है, लेकिन आपने एक से भले दोवाली कहावत तो सुनी ही होगी। दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में विशेष हैं, लेकिन इन दोनों का यह सहयोग अनुसंधान क्षेत्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा।