आंदोलनकारी छात्रों के संघर्ष को दबाना अमानवीय: अखिलेश
- 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को मिला सपा का साथ
- लोकतंत्र के लिए सपा अध्यक्ष ने बताया अशोभनीय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भाजपा सरकार पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ते। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 69,000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। सपा प्रमुख ने कहा कि प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने की कोशिश की जा रही है। आरक्षण की चोरी सामाजिक अन्याय है। सपा इस मुद्द पर पीडि़त छात्रों के साथ खड़ी हुई है।
सपा अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर 69,000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाले को लेकर धरने पर बैठे छात्रों का समर्थन किया और आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने आंदोलनकारी छात्रों के संघर्ष को दबाने की कोशिश कर रही है, ये बहुत अमानवीय है। अखिलेश यादव ने लिखा कि लोकतंत्र में ये अशोभनीय ही नहीं, अमानवीय भी है कि 69,000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले के पीडि़त अभ्यर्थियों को शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रदर्शन करने से न केवल रोका गया बल्कि महिला-पुरूष सभी को पुलिस की गाडियों में भरकर ईको गार्डन में भेजकर उन्हें ठंड में खुले आसमान में सोने के लिए मजबूर किया जा रहा है। दमन से संघर्ष न कभी दबे हैं, न दबेंगे। सपा इस संघर्ष में अभ्यर्थियों के साथ है। सपा अध्यक्ष ने इससे पहले भी अभ्यार्थियों के संघर्ष का समर्थन करते हुए कहा था कि आरक्षण की चोरी, सामाजिक न्याय के साथ अन्याय है। 69000 शिक्षक भर्ती के संघर्ष में हम भी साथ हैं।
102 दिनों से धरने पर बैठे हैं अभ्यर्थी
दरअसल 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण में गड़बड़ी को लेकर पीडि़त अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले साढ़े तीन महीनों से इको गार्डन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को ये अभ्यार्थी बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव करने पहुंचे थे, जहां पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे बढऩे से रोक दिया। इस बीच पुलिस और अभ्यार्थियों के बीच तीखी नोकझोंक व धक्का मुक्की भी देखने को मिली, जिसके बाद पुलिस जबरन उन्हें गाडिय़ों में भरकर ले गई और वापस इको गार्डन छोड़ दिया।