जांच पूरी होने तक पूरे क्रू मेंबर्स को हटाने का निर्देश

कॉकपिट में महिला मित्र को ले जाने का मामला

नई दिल्ली। एयर इंडिया की दुबई-दिल्ली उड़ान के दौरान एक पायलट ने अपनी महिला मित्र को कॉकपिट में जाने की अनुमति दी थी। इस मामले को लेकर अब एविएशन वॉचडॉग डीजीसीए ने एयरलाइन को जांच पूरी होने तक पूरे क्रू को हटाने का निर्देश दिया है। इसकी जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को दी है।
बता दें कि फ्लाइट के एक केबिन क्रू मेंबर ने डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि पायलट ने एक महिला मित्र को कॉकपिट में जाने दिया। यह घटना 27 फरवरी की बताई जा रही है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अधिकारी ने कहा कि इस घटना में केबिन क्रू की कोई भूमिका नहीं है, लेकिन फिर भी जांच लंबित रहने तक उड़ान के पूरे चालक दल को हटा दिया गया है।
एक पायलट पर आरोप है, जिसकी जांच की जा रही है और नैसर्गिक न्याय का सिद्धांत लागू होगा। अधिकारी ने बुधवार को कहा कि संबंधित पायलट को भी अपना मामला पेश करने का पूरा मौका दिया जाएगा।
अधिकारी ने यह भी कहा कि नियामक द्वारा इस मामले में अंतिम निर्णय लिए जाने तक पायलट कोई उड़ान नहीं भर सकेगा। एयर इंडिया ने 21 अप्रैल को कहा कि उसने रिपोर्ट की गई घटना को गंभीरता से लिया है और इसकी जांच चल रही है। बता दें कि कॉकपिट में पायलट के अलावा किसी भी यात्री को प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। अगर कोई यात्री ऐसा करता है तो यह एयरलाइन के नियमों का उल्लंघन हो सकता है।
कॉकपिट विमान का वो हिस्सा है जो पायलट और सह पायलट द्वारा संचालित किया जाता है। आसान भाषा में समझें तो पायलट की कैबिन को कॉकपिट कहा जाता है। यहां पायलट और कॉ पायलट के अलावा और कोई प्रवेश नहीं कर सकता है।

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