खुफिया विभाग का अलर्ट, देश को दहलाने की फिराक में आतंकी
नई दिल्ली। विदेश में सक्रिय खालिस्तानी आतंकी दिल्ली और पंजाब को दहलाने की साजिश रच रहे हैं। निशाने पर हैं कोर्ट परिसर। खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि खालिस्तान-समर्थक तत्व दिल्ली, लुधियाना या जालंधर में अदालत परिसर में आईईडी ब्लास्ट की फिराक में हैं। इस इनपुट को लोकल पुलिस के साथ साझा करते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद करने को कहा गया है।
खुफिया अलर्ट में कहा गया है, ‘पंजाब के किसी अन्य कोर्ट परिसर (लुधियाना, जालंधर के अलावा) में भी इस तरह के हमले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।’ सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि जर्मनी में रह रहे खालिस्तानी आतंकी जसविंदर सिंह मुल्तानी से जुड़े कुछ चैट के आधार पर ये अलर्ट जारी किया गया है। मुल्तानी पर नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने 10 लाख रुपये का इनाम रखा है।
खालिस्तानी आतंकियों ने पिछले साल दिसंबर में लुधियाना में कोर्ट परिसर को धमाके से दहलाया था। 23 दिसंबर 2021 को सेकंड फ्लोर के बाथरूम पर हुए ब्लास्ट में एक शख्स की मौत हुई थी जो संभवत: खुद हमलावर ही था। इसके अलावा 5 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। धमाके से इमारत के एक हिस्से को बड़ा नुकसान पहुंचा था और आस-पास के कमरों की खिड़कियां भी टूट गई थीं।
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इस साल मई में एक नाबालिग समेत 5 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के सदस्य मुल्तानी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट किया था। मुल्तानी को पिछले साल 28 दिसंबर को भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर जर्मनी ने हिरासत में लिया था। हालांकि, उसे बाद में छोड़ दिया। एनआईए के मुताबिक, लुधियाना ब्लास्ट का मास्टरमाइंड मुल्तानी ही था। उसने पाकिस्तान स्थित अपने कॉन्टैक्ट्स की मदद से लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था की थी।
अदालतें काफी समय से आतंकियों के निशाने पर रही हैं। दिल्ली में 7 सितंबर 2011 को हाई कोर्ट के गेट नंबर 5 के बाहर हुए विस्फोट में 15 लोगों की मौत हुई थी और 79 जख्मी हुए थे। उसके बाद से ही दिल्ली पुलिस कई बार अदालतों की सुरक्षा की समीक्षा करती रही है।
नए साल के जश्न को लेकर दिल्ली पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है। एक अधिकारी ने बताया कि 18000 से ज्यादा पुलिसवालों को तैनात किया गया है और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा कड़ी की गई है।