क्या TB के मरीजों के लिए डायबिटीज है खतरनाक, जानिए हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह

4PM न्यूज़ नेटवर्क: हर साल 24 मार्च को वर्ल्ड टीबी डे (World TB Day) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य संक्रमित और जानलेवा बीमारी टीबी यानी तपेदिक बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है। दरअसल, टीबी (क्षय रोग) और डायबिटीज (मधुमेह) दोनों ही गंभीर बीमारियां हैं, लेकिन जब कोई व्यक्ति इन दोनों से एक साथ ग्रसित होता है, तो स्थिति और भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को टीबी होने का खतरा अधिक होता है। और उनके लिए इसका इलाज भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मानाया जाता है।
जानिए कैसे होता है TB?
ऐसे में आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीके। खासकर डायबिटीज के मरीजों को अगर TB की बीमारी हो जाए तो उसे क्या करना चाहिए?
TB और डायबिटीज होने का खतरा
डायबिटीज के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जिससे टीबी के बैक्टीरिया के लिए फेफड़ों में प्रवेश करना आसान हो जाता है। डायबिटीज के कारण होने वाला क्रोनिक इन्फ्लेमेशन भी टीबी का खतरा बढ़ाता है। डायबिटीज के कारण फेफड़ों के माइक्रोवास्कुलेचर में बदलाव हो जाता है, जिससे टीबी का प्रवेश आसान हो जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि किसी को टीबी और डायबिटीज दोनों हैं, तो उसके लिए निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं।
- टीबी की दवाएं ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे डायबिटीज कंट्रोल में नहीं रहता।
- शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिससे इलाज में अधिक समय लग सकता है।
- फेफड़ों को ज्यादा नुकसान हो सकता है, जिससे सांस लेने में परेशानी बढ़ सकती है।
- कई मामलों में इलाज के बाद भी टीबी दोबारा हो सकती है।
जानिए कैसे करें बचाव?
- नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच कराएं, खासकर अगर आप टीबी के मरीज हैं।
- धूम्रपान और शराब से बचें, क्योंकि ये दोनों बीमारियों को और बढ़ा सकते हैं।
- ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना TB या डायबिटीज की दवाएं न छोड़ें।
- संतुलित आहार लें, जिसमें अधिक फल, सब्जियां और प्रोटीन हो।
- नियमित व्यायाम करें, ताकि ब्लड शुगर कंट्रोल में रहे।