आईएसआई एजेंट गिरफ्तार, कई मोबाइल फोन-सिम जब्त

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से राज्य पुलिस की एसटीएफ ने एक आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया है. आरोपी गुड्डू उर्फ मोहम्मद शकील से कई सक्रिय सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. राज्य पुलिस एसटीएफ ने इस संबंध में बिहार पुलिस से संपर्क किया है. आईएसआई एजेंट होने के संदेह में मोहम्मद शकील उर्फ ??गुड्डू को पिछले बुधवार को सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया गया था. उससे पूछताछ में कई सनसनीखेज तथ्य सामने आए हैं. उस पर भारतीय सेना की सूचनाओं की तस्करी का आरोप लगाया गया है.
जांचकर्ता का कहना है कि इन सिम कार्डों का उपयोग करके पाकिस्तान से संपर्क में रहता था. माना जा रहा है कि इन नंबरों का इस्तेमाल शकील अपने आकाओं से संपर्क करने के लिए किया करता था.
पूछताछ से मिली जानकारी के अनुसार शकील ने हाई स्कूल पास करने के बाद बिहार के मोतिहारी के एक कॉलेज में दाखिला लिया था. वह गणित के साथ स्नातक स्तर में प्रवेश लिया था. एसटीए सूत्रों के मुताबिक, शकील कॉलेज की पढ़ाई पूरी किए बिना ही दिल्ली से चला गया था. शकील का काम मजदूरों को बिहार से दिल्ली ले जाने का था. लॉकडाउन के दौरान वह बिहार लौटा था. जासूसों को पता चला कि नौकरी छूटने के बाद सबसे पहले पाक जासूस नेटवर्क ने उससे संपर्क किया था.
पूछताछ में गुड्डू ने यह भी कहा कि पाक हैंडलर्स से पहला संपर्क डेटिंग साइट के जरिए हुआ था. शकील एक डेटिंग साइट से व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था. वहीं पुलिस को पता चला कि पहले उसे नौकरी का झांसा दिया गया था. उसी के चलते शकील सिलीगुड़ी में रहने लगा था. मालूम हो कि भारत में रहते हुए सबसे पहले गुड्डू के हैंडलर ने शकील से संपर्क किया था. नोएडा में उनकी अंतिम उपस्थिति के प्रमाण मिले हैं. इस बात के सबूत हैं कि शकील ने उसे तीन वीडियो भेजे थे.
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ दिन पहले राज्य को जानकारी दी थी कि गुड्डू कुमार नाम का एक शख्स भारतीय सेना की सूचनाओं की तस्करी का काम कर रहा है. इसके बाद से उसकी पहचान की गई और उसकी हरकतों पर नजर रखी जा रही थी. पता चला है कि शकील सिलीगुड़ी में रहने के दौरान इलाके में टोटो चलाता था. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक जिस घर में वह किराए पर रहता था, उसके मालिक के बच्चों को पढ़ाता था. वह इलाके में एक शिक्षित, विनम्र लडक़े के रूप में जाना जाने लगा था. स्थानीय निवासी यह नहीं सोच सकते कि गुड्डू वास्तव में ऐसा करता था.

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