इजरायल की मानवीय राहत की कोशिश महज एक छलावा? भूख से जूझते बच्चों पर हमले के आरोप

गाजा पट्टी में इजराइल की ओर से हमलों का सिलसिला लगातार जारी है। इस बीच, इजराइल द्वारा गाजा के लिए घोषित की गई राहत व्यवस्था पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गाजा पट्टी में इजराइल की ओर से हमलों का सिलसिला लगातार जारी है। इस बीच, इजराइल द्वारा गाजा के लिए घोषित की गई राहत व्यवस्था पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा किया गया है कि इजरायली सेना अब उन राहत केंद्रों में मौजूद भूखे बच्चों को भी निशाना बना रही है।

पिछले महीने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के लिए सीमित मात्रा में मानवीय सहायता भेजनो की घोषणा की थी। इसके तहत गाजा में राहत केंद्र स्थापित किए गए थे, जहां भोजन, पानी और दवाइयों की आपूर्ति का दावा किया गया। लेकिन अब ये राहत केंद्र सिर्फ एक राजनीतिक दिखावा प्रतीत हो रहे हैं।

इन राहत केंद्रों को इस तरह इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे दुनिया को यह संदेश जाए कि इजरायल मानवीय मूल्यों का पालन कर रहा है, जबकि असलियत में इन केंद्रों के आसपास भूख और लाचारी में जी रहे बच्चों और आम नागरिकों पर हमले किए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह रणनीति गाजा के लोगों में डर और निराशा फैलाने के लिए अपनाई जा रही है — ताकि वे यह मान लें कि अब उनकी मदद कोई नहीं कर सकता।

भूख, बेबसी और तबाही के बीच गाजा का संघर्ष
हमास और इजरायल के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष ने गाजा को खंडहर में बदल दिया है। लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो चुके हैं और जो अब भी वहां मौजूद हैं, वे हर दिन अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। खाने-पीने की चीजों की भारी कमी है, और स्वास्थ्य सेवाएं लगभग खत्म हो चुकी हैं। तपती रेत और चारों ओर फैली तबाही के बीच गाजा के लोग अब गेहूं के एक-एक कण को संजोने की जद्दोजहद में लगे हैं। पेट की आग शांत करने के लिए वे दिन-रात एक कर रहे हैं, लेकिन हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि यह संघर्ष अब एक मानवीय त्रासदी बन चुका है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव बढ़ा
इन आरोपों और बदतर हालात के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव बढ़ रहा है कि वह इस मानवीय संकट में हस्तक्षेप करे। संयुक्त राष्ट्र सहित तमाम वैश्विक संस्थाओं से अपील की जा रही है कि वे गाजा के लोगों के लिए न केवल तत्काल राहत सुनिश्चित करें, बल्कि इजरायल पर जवाबदेही तय करने का भी दबाव बनाएं।

खाने को तरस गए लोग
सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में 10 साल का बच्चा जमीन पर से आटा उठाने के बाद यह कहते सुना जा सकता है, जो कह रहा है, “मैंने सुबह से कुछ नहीं खाया. ये एक आशीर्वाद है.” जब उससे पूछा जाता है कि उसने ये आटा जमीन से क्यों उठाया, तो उसका कहना कि वह अपने परिवार को खाना खिलाना चाहता है.

IDF ने खाद्य वितरण केंद्रों पर फायरिंग के आदेश दिए थे, ताकि कतार में लगे भूखे लोगों  को कंट्रोल किया जा सके. सहायता केंद्रों के खुलने से पहले और बाद में लोगों को दूर रखने के लिए गोली चलाने के आदेश दिए गए थे. इजरायली सैनिकों ने खाद्य वितरण कैंपों को ‘किलिंग फील्ड’ बताया है. यही नहीं IDF ने भीड़ के खिलाफ मशीन गन, टैंक, ग्रेनेड लॉन्चर और मोर्टार का इस्तेमाल किया था. 27 मई के बाद से अब तक खाद्य वितरण केंद्रों के पास 549 मौतें, 4000 से ज्यादा घायल हुए हैं दरअसल, हाल ही में गाजा में राहत कैंपों पर इजरायली सैनिकों की ओर से गोलीबारी की खबरें सामने आई थीं. हालांकि इजरायल ने इस घटना से इनकार किया था, लेकिन इसका सच अब सामने आ चुका है.

बच्चे रेत तक खाने को मजबूर
गाजा में खाने के सामान की बेहद ज्यादा कमी है. अब यहां हालात ऐसे हो गए हैं कि भूख शांत करने के लिए बच्चे रेत तक खाने को मजबूर हैं. गाजा में छोटे-छोटे बच्चे भूख से तड़प रहे हैं. इजरायल भूखे फिलिस्तीनियों के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है. उन पर गोलियां चला रहा है. गाजा में सहायता केंद्र GHF फाउंडेशन कंट्रोल कर रही है. इस फाउंडेशन की स्थापना अमेरिकी ईसाइयों के सहयोग से की गई है. दावा है कि ये सभी सहयोगी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नेतन्याहू के बेहद करीबी हैं ऐसे में GHF फाउंडेशन मदद के नाम पर षड्यंत्र रच रहा है. खाद्य

वितरण केंद्रों को दिन में महज 1 घंटे के लिए खोला जाता है.

दावा है कि इजरायल की कोशिश मानवीय देखभाल का सिर्फ भ्रम पैदा करने की है. ताकि दुनिया में ये संदेश जा सके कि इजरायल गाजा के बाशिंदों की मदद कर रहा है, लेकिन हकीकत में इजरायल गाजा के लोगों को ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा है कि अब उनकी मदद कोई नहीं कर सकता.

वहीं डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि आने वाले हफ्ते में गाजा में सीजफायर हो सकता है, जिसके बाद इजरायल ने गाजा में विनाश का नया अध्याय शुरू कर दिया है. सीजफायर से पहले इजरायल ने बडे़ पैमाने पर गाजा में बमबारी शुरू कर दी है. इजरायल ने खान यूनिस के 3 इलाकों पर बड़ी एयरस्ट्राइक की है, जिसमें 40 लोगों की मौत हो चुकी है. नासिर अस्पताल के आसपास बमबारी की गई है. इजरायल शरणार्थी कैंपों पर भी हमले कर रहा है.

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