किसानों के प्रति अपनी आजीवन निष्ठा से उनके हितों की रक्षा करना मेरा संकल्प होगा-चौधरी जयंत सिंह
सुष्मिता मिश्रा
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में शहीद हुये किसान पुत्रों की अन्तिम अरदास में शामिल होने के लिए जाते समय मुख्यमंत्री के इशारे पर बेलगाम प्रशासन ने बरेली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। अपने नेता की गिरफ्तारी का सन्देश मिलते ही बरेली एयरपोर्ट के बाहर रालोद कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया तथा विभिन्न जनपदों में जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन होने लगा। प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने बताया कि चौ0 जयंत सिंह की गिरफ्तारी से प्रारम्भ हुये विरोध की खबर प्रदेश प्रशासन एवं मुख्यमंत्री के पास पहुंचते ही प्रदेश सरकार बैकफुट चली गयी तथा उसने तुरंत राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष को लखीमपुर खीरी जाने के लिए तुरंत रिहा कर दिया। इसी प्रकार प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद को लखनऊ से लखीमपुर जाते समय समस्त साथियों सहित सीतापुर में गिरफ्तार कर लिया गया और उनको भी हालात समझते हुये प्रशासन ने भारी दबाव महसूस करते हुये रिहा किया और लखीमपुर खीरी जाने दिया।
श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे चौधरी जयंत सिंह ने किसानों का दर्द बयां करते हुये कहा कि वे आजीवन इस लखीमपुर खीरी की दुर्दान्त घटना को भुला नहीं सकते और सम्पूर्ण देश के किसानों के प्रति अपनी आजीवन निष्ठा से उनके हितों की रक्षा करना उनका संकल्प होगा। देश और प्रदेश में इन डबल इंजन की सरकारों ने किसानों के प्रति निर्दयता की पराकाष्ठा तक पहुंचकर भी उनसे वार्ता करना उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि किसानों की शहादत बेकार नहीं जायेगी और आने वाले समय में भाजपा की सरकारों का पतन निश्चित है। लखीमपुर खीरी में घटित यह आतंकवाद जैसी घटना के पीडि़त परिवारों से मिलना और शहीदों की अन्तिम अरदास में शामिल होने से रोकना सरकार द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है।