चुनावी बॉन्ड को लेकर जयराम रमेश का केंद्र पर तंज
नई दिल्ली। एसबीआई को निर्वाचन आयोग को चुनावी बॉन्ड से जुड़ी सभी जानकारियों को 21 मार्च तक उपलब्ध कराने का सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है। इस बीच, कांग्रेस ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया। पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस ने चुनावी बॉन्ड पर हफ्ता वसूली कार्यक्रम करार दिया। कांग्रेस ने दावा किया कि 21 कंपनियां अभी सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग की जांच का सामना कर रही है। इन सभी जांच एजेंसियों ने चुनावी बॉन्ड के जरिए दान लिया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हर गुजरते दिन के साथ चुनावी बॉन्ड घोटाले की वास्तविक गहराई पर अधिक उदाहरण सामने आते हैं। आज हम ‘प्रधानमंत्री हफ्ता वसूली योजना’ पर नजर डाल रहे हैं, जो चुनावी बॉन्ड घोटाले में भ्रष्टाचार के चार चैनलों में से दूसरा है- पहला है चंदा दो, धंधा लो और दूसरा हफ्ता वसूली।
जयराम रमेश ने दावा किया कि अरबिंदो फार्मा ने पांच करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड दान किए। 10 नवंबर, 2022 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली सरकार की शराब नीति में कथित अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरबिंदो फार्मा के निदेशक पी सरथ चंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया और पांच दिन बाद 15 नवंबर को गिरफ्तार किया। ये सिर्फ छोटे उदाहरण हैं, कुल मिलाकर 21 फर्मों ने, जिन्होंने सीबीआई, ईडी या आईटी की जांच का सामना किया है, इस तथ्य के बाद चुनावी बॉन्ड दान किए हैं।
कांग्रेस नेता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अक्तूबर 2018 में आयकर विभाग द्वारा छापा मारे जाने के छह महीने बाद नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड ने अप्रैल 2019 में 30 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे। जयराम रमेश ने दावा किया कि हैदराबाद स्थित शिरडी साईं इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को 20 दिसंबर 2023 को आयकर छापे का सामना करना पड़ा। 11 जनवरी 2024 को कंपनी ने 40 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे।