जम्मू-कश्मीर ने रोजगार और प्यार चाहा था, पर मिला बुलडोजर: राहुल

  • पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने अतिक्रमण रोधी मुहिम पर बोला हमला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में जारी अतिक्रमण रोधी मुहिम को लेकर बीजेपी पर रविवार को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश ने रोजगार, बेहतर कारोबार और प्यार चाहा था, लेकिन उसे इसके बजाय ‘बीजेपी का बुलडोजर’ मिला।
कांग्रेस, नैशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसे कई बड़े दलों ने इस मुहिम को लेकर चिंता व्यक्त की है और इसे तत्काल रोकने की मांग की है। दरअसल राजस्व विभाग के आयुक्त सचिव विजय कुमार बिधूड़ी ने सात जनवरी को सभी उपायुक्तों को सरकारी भूमि से अतिक्रमण शत प्रतिशत हटाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद से जम्मू कश्मीर में 10 लाख कनाल से अधिक जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि कई दशकों से जिस जमीन को वहां के लोगों ने मेहनत से सींचा, उसे उनसे छीना जा रहा है। अमन और कश्मीरियत की रक्षा, जोडऩे से होगी, तोडऩे और लोगों को बांटने से नहीं।’ उधर, जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के बनिहाल कस्बे में रविवार को अतिक्रमण-रोधी अभियान के दौरान कम से कम 45 दुकानों को सील कर दिया गया और दो को ढहा दिया गया। पूरे शहर में रविवार सुबह अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया और अधिसूचित दुकानों को सील कर दिया गया, जबकि दो को ढहा दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जिन दुकानों को सील किया गया, उनमें 22 फार्मेसी, नौ क्लिनिकल लेबोरेट्री और पांच ऑप्टिकल दुकान शामिल हैं।

प्रशासन का दावा-40 फीसदी अतिक्रमण हटाया

उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान एक निजी स्कूल के अवैध कब्जे वाली आठ मरला सरकारी भूमि वापस ली गयी है और अब तक 40 प्रतिशत अतिक्रमण हटा दिया गया है। बनिहाल के व्यापार मंडल के अध्यक्ष परवेज हामिद शेख ने जिला प्रशासन से गरीब दुकानदारों की दुर्दशा को ध्यान में रखे जाने की गुजारिश की है, क्योंकि इससे उनकी रोजी-रोटी छिन गयी है। शेख ने कहा कि हम दुकानदारों को अपनी दुकानें खाली करने के लिए पर्याप्त समय देने के लिए प्रशासन के आभारी हैं, जिन्हें तोड़ा नहीं गया था। उन्होंने कहा कि लगभग 50 दुकानों के बंद होने से 300 से अधिक लोग बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि वह गरीब दुकानदारों और उनके आश्रितों की दुर्दशा को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द उनके मालिकों को दुकानों का कब्जा वापस दे।

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