भाजपा के खिलाफ खुलकर लडऩी होगी लड़ाई: लालू
मंडल बनाम कमंडल पर बहस कराने पर दिया जोर
विपक्षी एकजुटता पर फोकस, 12वीं बार निर्विरोध बने राजद अध्यक्ष
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित खुले अधिवेशन में सोमवार को राजद की राष्ट्रीय कार्यपरिषद ने लालू प्रसाद के हाथ में 12वीं बार पार्टी की कमान सौंप दी। राजद कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों से भरे हाल में लालू प्रसाद एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भाजपा एवं केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। लालू यादव ने कहा कि भाजपा के खिलाफ खुलकर लड़ाई लडऩी होगी। 2024 में भाजपा को उखाड़ फेंकेंगे।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंडल बनाम कमंडल बहस फिर से शुरू करने की मांग की। उन्होंने भाजपा पर समाज को सांप्रदायिक बनाने और कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण के खिलाफ होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी की कार्रवाई विपक्षी दलों को एकजुट करने के उनके प्रयासों का परिणाम थी। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ संबंधों को लेकर दोराहे पर खड़े नेताओं और दलों को आगाह किया कि वे भाजपा का विरोध करें या खुलकर समर्थन लेकिन दोनों काम एक साथ नहीं चलेंगे। कांग्रेस को साथ लेकर चलने पर जोर देते हुए लालू ने कहा कि सोनिया गांधी से उनकी बात-मुलाकात हो चुकी है। सबको एक मंच पर लाना है। बिहार में जैसा माहौल बना है, वैसा पूरे देश में बनाना है। राजद के विस्तार का संकेत देते हुए लालू ने कहा कि ऐसे आयोजन अब सभी राज्यों में किए जाएंगे। अधिवेशन में राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने कार्यकारिणी गठन के लिए लालू को अधिकृत किया। वहीं भाजपा से लड़ाई के लिए तेजस्वी ने विपक्षी दलों की एकता को समय की मांग बताया। उन्होंने भाजपा विरोधी दलों से एकजुट होकर मुकाबला करने का आग्रह किया। कहा कि इधर या उधर होकर चलने से काम नहीं चलेगा। बड़े लक्ष्य के लिए स्वार्थ से ऊपर उठें।
लालू और तेजस्वी करेंगे निर्णयों का फैसला
अधिवेशन में राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने संविधान संशोधन का प्रस्ताव भी पेश किया। इसमें भी तेजस्वी के अधिकार बढ़ाए गए हैं। अब राजद के नाम, सिंबल और झंडे से संबंधित सारे निर्णयों का फैसला लालू और तेजस्वी ही करेंगे।