नेताओं के चुनावी प्रचार तेज, मोदी पर तीखे प्रहार

उत्तर से दक्षिण तक रोड शो, रैलियों में जुटने लगी भीड़! तेजस्वी, ममता व स्टालिन से लेकर पवार तक ने बीजेपी के खिलाफ खोला मोर्चा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं सियासी दलों का चुनावी प्रचार तेजी पकड़ रही है। भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी से लेकर सभी दल चुनावी रैलियां करने लग हैं। विपक्ष के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी व बीजेपी सरकार है। ममता बनर्जी अपने गढ़ पश्चिम बंगाल भाजपा को घेरने में जुटे हैं। बिहार में तेजस्वी ने मोर्चा खोल दिया है।
वहीं तमिलनाडु में स्टालिन के निशाने पर पीएम बने हुए हैं। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को लोकसभा चुनाव के प्रचार के सिलसिले में एक बार फिर तमिलनाडु पहुंचे। इस दौरान वेल्लोर में उनका स्वागत किया गया। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया।

डीएमके ने तमिल विरोधी संस्कृति को बढ़ावा दिया : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (डीएमके) पर जमकर निशाना साधा और उस पर एक परिवार की कंपनी बनने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के वेल्लोर में एक रैली में कहा कि भ्रष्टाचार पर पहला कॉपीराइट डीएमके का है, पूरा परिवार तमिलनाडु को लूट रहा है। डीएमके तमिलनाडु को पुरानी सोच, पुरानी राजनीति में फंसाए रखना चाहती है, पूरी डीएमके एक परिवार की कंपनी बन गई है। डीएमके की पारिवारिक राजनीति के कारण तमिलनाडु के युवाओं को आगे बढऩे का मौका नहीं मिल रहा है। डीएमके से चुनाव लडऩे और डीएमके में आगे बढऩे के तीन मुख्य मापदंड पारिवारिक राजनीति, भ्रष्टाचार और तमिल विरोधी संस्कृति हैं।

सत्ता पक्ष से लोकहित के बारे में कभी नहीं पूछती मीडिया : तेजस्वी यादव

तेजस्वी ने कहा कि मीडिया के साथी कभी भी हमसे बेरोजगारी, महंगाई, गरीब, किसान, बिहार में विकास, निवेश, पलायन, औद्योगीकरण तथा बेहतर शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल नहीं पूछते। मोदी, धर्म और विपक्ष के अलावा कोई प्रश्न ही नहीं रहता। सत्ता पक्ष से लोकहित में कुछ पूछना नहीं तथा विपक्ष से बीजेपी को फायदा पहुँचाने वाले गैर-जरुरी मुद्दों पर पूछते रहना है। जनतंत्र के लिए यह रवैया दुखद है। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी पूरे 365 दिन बिहार आएंगे तो भी उनकी हार तय है। गृह मंत्री और पीएम मोदी का स्वागत है लेकिन हमें उम्मीद है कि वे वास्तविक मुद्दों पर बात करेंगे। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने राज्य के लिए क्या किया है? बिहार से 39 (एनडीए) सांसद चुने गए, इन सांसदों ने अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में क्या किया?

प्रधानमंत्री केवल चुनाव के समय तमिलनाडु आते हैं: स्टालिन

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह केवल चुनाव के मौसम में राज्य का दौरा करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री पर विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया। स्टालिन ने यहां द्रमुक और उसके सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश के अधिकतर गैर-भाजपा शासित राज्यों की स्थिति एक जैसी है जहां केंद्रीय एजेंसियों और यहां तक कि राज्यपालों ने राज्य सरकारों के सामने समस्या पैदा कर रखी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मोदी का भारत है।’’ उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘क्या तमिलनाडु प्रधानमंत्री के लिए पक्षी अभयारण्य है कि वे चुनाव के मौसम में यहां आते हैं? क्या तमिल इस देश के नागरिक नहीं हैं।’’ स्टालिन ने कहा कि द्रमुक हिंदुओं की दुश्मन नहीं है और उसने हिंदू धार्मिक और परमार्थ कार्य विभाग के माध्यम से अनेक पहल संचालित की हैं।

2021 की तरह ही हारेगी बंगाल में बीजेपी : ममता

पुरुलिया जिले में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और आयकर विभाग जैसी एजेंसियां भाजपा के ‘‘हथियार’’ के रूप में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी नेताओं को परेशान करने के लिए एनआईए, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ममता बनर्जी का दावा है कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में जिस तरीके से टीएमसी ने भाजपा को हराया था, ठीक इस बार भी वैसा ही होगा। 2021 की विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने बुरी तरीके से बीजेपी को परास्त किया था। इतना ही नहीं, विपक्ष के तमाम नेताओं में से ममता बनर्जी पीएम मोदी को लगातार चुनौती देती रहती हैं। इसलिए दोनों की सियासी लड़ाई चर्चा के केंद्र में बनी रहती है।

छत्तीसगढ़: 50 फीट गहरी खाई में गिरी बस, 12 लोगों की मौत

दुर्ग में हुआ भीषण सडक़ हादसा, सवार थे कर्मचारी

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बड़ा सडक़ हादसा हुआ है। दुर्ग जिले के कुम्हारी में एक बस 50 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस घटना में अब तक 12 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। मृतकों में दो महिलाएं शामिल हैं। वहीं 15 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
बता दें कि मंगलवार देर रात ड्यूटी से लौटते समय कर्मचारियों से भरी बस खाई में गिर गई। बस में केडिया डिस्टलरी फैक्ट्री के करीब 40 कर्मचारी सवार थे। बस खाई में गिरने से अब तक 12 लोगों की जान चली गई। इस घटना की जानकारी लगते ही रेस्क्यू टीम तुरतं मौके पर पहुंची और राहत और बचाव अभियान तुरंत शुरू किया गया। देर रात तक बचाव अभियान चलता रहा।

पीएम मोदी और सीएम विष्णु देव ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की। वहीं छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा घायलों से मिलने रायपुर एम्स पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस हादसे की गंभीरता से दंडाधिकारी जांच कराई जाएगी। वहीं घायलों ने डिप्टी सीएम को बताया कि खाई में गिरने वाली बस की एक भी लाइट नहीं जल रही थी। वहीं रास्ते के दोनों तरफ गड्ढा था। 15 घायलों का इलाज रायपुर और दुर्ग के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। वहीं दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

पवार ने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट की जारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। देशभर में चुनावी बिगुल बज चुका है। सात फेज में होने वाले चुनावों के लिए पार्टियां जोरशोर से तैयारियों से लेकर प्रचार करने में जुटी हुई है। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होनी है, जिसे लेकर पार्टिया लगातार प्रचार कर रही है। इस बीच एनसीपी शरद पवार ने उम्मीदवारों की सूची निकालना जारी रखा है।
एनसीपी ने तीसरी लिस्ट जारी की है। इस सूची में कुल नौ नाम शामिल है। इस सूची के मुताबिक सुप्रिया सुले का नाम भी इसमें है, जिन्हें एनसीपी ने बारामती से उम्मीदवार बनाया है। एनसीपी ने अमर काले को वर्धा से मैदान में उतारा है। भास्कर भगरे को दिंडोरी, अमोल काल्हे को शिरुर, निलेश लंके को अहमदनगर, बजरंग सोनवर्ण को बीड़, सुरेश उर्फ बाल्या मामा म्हात्रे को भिवंडी, शशिकांत शिंदे को सतारा, श्रीराम पाटील को रावेर से मैदान में उतारा है। बारामती लोकसभा सीट पर सुप्रिया सुले के आने से लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है।

घोषणापत्र

लोकसभा चुनाव के लिए सपा का घोषणापत्र जारी करते पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव व अन्य।

सुप्रीम कोर्ट में बाबा रामदेव-बालकृष्ण का माफीनामा खारिज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को भ्रामक विज्ञापन मामले में बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण की बिना शर्त माफी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
कड़े शब्दों में की गई टिप्पणियों में अदालत ने कहा कि कागज पर माफी केवल इसलिए जारी की गई क्योंकि उनकी पीठ दीवार के खिलाफ है। पतंजलि आयुर्वेद द्वारा कथित तौर पर गुमराह करने वाले विज्ञापन प्रकाशित करने का जिक्र करते हुए अदालत ने कहा कि वे ऐसा करने से बचेंगे, फिर भी उन्होंने दोनों को अवमानना मामले में कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा। न्यायमूर्ति हिमा कोहली ने कहा कि माफी कागज पर है। उनकी पीठ दीवार के खिलाफ है।
हम इसे स्वीकार करने से इनकार करते हैं, हम इसे वचन का जानबूझकर उल्लंघन मानते हैं। कोर्ट ने बाबा रामदेव और बालकृष्ण के आचरण को जानबूझकर अवज्ञाकारी बताया. अदालत ने कहा कि हम इसे (माफी) स्वीकार नहीं करते हैं, हम इसे स्वीकार करने से इनकार करते हैं। हम इसे जानबूझकर वचन की अवज्ञा मानते हैं।

एक्टिविस्ट नवलखा को ’सुप्रीम’ झटका

शीर्ष कोर्ट का आदेश- नवलखा को चुकाने होंगे महाराष्ट्र सरकार को 1.64 करोड़ रुपये

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एक्टिविस्ट गौतम नवलखा को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि एक्टिविस्ट गौतम नवलखा को हाउस अरेस्ट में रहने के दौरान जो सुरक्षा मिली थी उसका खर्चा उन्हें ही चुकाना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों की जो तैनाती की थी उसका खर्च भुगतान खुद गौतम नवलखा को करना होगा। इसके पीछे सुप्रीम कोर्ट ने तर्क दिया है कि गौतम नवलखा ने खुद ही हाउस अरेस्ट की मांग की थी।
इस मामले पर नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस एवीएन भट्टी की बेंच को यह जानकारी दी की हाउस अरेस्ट में रहने के दौरान नवलखा पर 1.64 करोड रुपए खर्च हुए हैं। सुरक्षा में खर्च की गई राशि का भुगतान खुद गौतम नवलखा को ही करना होगा। एल्गार परिषद-मार्कसिस्ट से संबद्ध मामले में गौतम नवलखा को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि मेडिकल ग्राउंड पर गौतम नवलखा ने हाउस अरेस्ट की मांग की थी जिसे कोर्ट ने मंजूरी दी थी।

कोर्ट में नवलखा के वकील ने जानकारी दी की हाउस अरेस्ट की मांग की है तो आपको भुगतान करना होगा दो जजों की बेंच ने कहा कि आप जानते हैं कि आपका दायित्व है जिससे आप बच नहीं सकते। हाउस अरेस्ट आपकी मांग पर ही किया गया था। नियम के मुताबिक 1.64 करोड रुपए बकाया है और नवलखा को हाउस अरेस्ट के दौरान जो सुरक्षा मिलती है उसका भुगतान उन्हें करना होगा।

यह देनदारी है, इससे बच नहीं सकते : कोर्ट

आपको भुगतान भी करना होगा।’’ शीर्ष अदालत ने टिप्पणी की, ‘‘ यह देनदारी है, आप जानते हैं, आप इससे बच नहीं सकते क्योंकि आपने (नजरबंदी के दौरान सुरक्षा की) इसकी मांग की थी।’’ राष्टï्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) का शीर्ष अदालत में पक्ष रख रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एस.वी. राजू ने कहा कि 1.64 करोड़ रुपये बकाया हैं और 70 वर्षीय नवलखा को उनकी नजरबंदी के दौरान प्रदान की गई सुरक्षा के लिए भुगतान करना होगा। नवलखा के वकील ने कहा कि एनआईए की याचिका पर भी सुनवाई की जरूरत है, जिसमें बंबई उच्च न्यायालय के 19 दिसंबर, 2023 के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें नवलखा को जमानत दी गई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button