पहलगाम हमले को लेकर गुस्से में देश, अमित शाह देंगे इस्तीफा?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है... घर से अपने परिवार के साथ घूमने गए सैलानियों को कहां पता था कि यह उनकी आखिरी यात्रा होगी...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जम्मू-कश्मीर के फेमस टूरिस्ट प्लेस पहलगाम में मंगलवार को दिल दहला देने वाला आतंकी हमला हुआ…… जिसमें छब्बीस से अधिक पर्यटकों की मौत हो गई है….. और कई लोग घायल हैं….. यह हमला अनंतनाग जिले के बायसरान घास के मैदान में हुआ……. जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर में मशहूर है….. और मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से जाना जाता है…… आतंकियों ने बायसरान में पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की….. और खासतौर पर पुरुषों को निशाना बनाया….. पहलगाम में पर्यटकों पर हमला सिर्फ कश्मीरियत…… और इंसानियत पर ही चोट नहीं है…… बल्कि कश्मीरी आवाम के पेट पर लात भी है…… श्रीनगर से करीब नब्बे किलोमीटर दूर स्थित बायसरान में बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आए थे……. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आतंकी बायसरान घाटी के जंगलों से निकले पर्यटकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी…… पुलिस ने कहा है कि इस बार आतंकियों ने खासतौर पर आम पर्यटकों को निशाना बनाया……. जो अब तक नहीं होता था…….. यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक सीजन अपने चरम पर है……. और पहलगाम में भारी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं…… ऐसे में यह हमला कश्मीर की आवाम के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है…….. क्योंकि आतंकी हमले का सीधा असर जम्मू-कश्मीर जाने वाले सैलानियों पर पड़ेगा……
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के छत्तीस साल के आतंकवाद के दौरान पर्यटकों पर इतना बड़ा हमला कभी नहीं हुआ……. यह घटना उस जगह पर हुई है……. जहां पर पैदल या फिर घोड़े पर सवारी से ही जाया जा सकता है…… अनंतनाग जिले के बायसरान घास बर्फ से जमी रहती है…….. जहां पर पर्यटक घूमने और देखने के लिए जाते हैं……. इस बार भी बड़ी संख्या में पर्यटक छुट्टी मनाने के लिए गए थे…… और जंगल में छिपे आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया…… आतंकवादियों ने चुन चुन कर टूरिस्ट्स को गोलियों से भूना है…….. उसकी पूरी दुनिया में निंदा हो रही है…… टूरिस्ट्स कुछ घूमने आए थे और कुछ शादी करके हनीमून मनाने आए थे…… आपको बता दें कि आतंकियों ने बायसरान घाटी के पास घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों के एक समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की……. जिसमें छब्बीस पर्यटकों की मौत हो गई……. इस हमले में मरने वालों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं…… मारे गए पर्यटकों में 3 विदेशी नागरिक भी हैं…… जिसमें नेपाल, यूएई और इजराइल के हैं…… एक महिला पर्यटक ने न्यूज एजेंसी को फोन पर बताया कि मेरे पति के सिर में गोली लगी…… और कई अन्य लोग भी घायल हुए…… बताया जा रहा है कि आतंकियों ने गोलीबारी से पहले एक महिला पर्यटक से उसका नाम और धर्म पूछा……. उसके बाद गोली मार दी…… पर्यटकों के निशाना बनाए जाने का नतीजा है कि कश्मीर की जनता भी आतंकवादियों के खिलाफ खुलकर बोल रही है…….
आपको बता दें कि कश्मीरी धार्मिक और अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि पर्यटकों पर हमला हमारी परंपरा के खिलाफ है…… हम कश्मीर में मेहमानों का स्वागत प्यार और गर्मजोशी से करते हैं…… वहीं, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने भी पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला केवल कुछ चुनिंदा लोगों पर हमला नहीं है…… बल्कि यह हम सभी पर हमला है…… हम दुख और आक्रोश में एक साथ खड़े हैं….. पहलगाम हमले के विरोध में महबूबा मुफ्ती ने पूर्ण रूप से कश्मीर के बंद का आह्वान किया है….. बता दें कि पहलगाम के स्थानीय लोगों ने एक कैंडल मार्च निकाला…… और पीड़ितों के प्रति संवेदनाएं जाहिर की…… मंगलवार शाम कैंडल मार्च में शामिल एक युवक ने कहा कि यह बुजदिलाना हमला है…… जिसकी हम निंदा करते हैं…… हम पहले हिंदुस्तानी हैं…… उसके बाद कश्मीरी हैं…… यही नहीं कश्मीर के धार्मिक संगठन…. और राजनीतिक दलों ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए सड़क पर उतरे…… स्थानीय लोगों ने कहा कि पर्यटकों पर हमला कश्मीर की आवाम के पेट पर लात है……. क्योंकि पर्यटकों के कश्मीर आने से ही उनके घर चलते हैं….. और उनके रोजगार का साधन है……
बता दें कि पहलगाम हमले के बाद पहली बार कश्मीर की जनता खुलकर आतंकवादियों के खिलाफ खुल कर बोल रही है…… पहलगाम और कश्मीर के कई इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे है…… जम्मू के बाद कश्मीर घाटी में सभी विपक्षी पार्टी ने भी घाटी को बंद करने का आह्वान किया है….. पहले ऐसा नहीं होता था…… कश्मीर के लोगों का कहना है कि यह इंसानियत कत्ल है…… कश्मीरी लोगों की मेहमान नवाजी का कत्ल हैं…… कश्मीरी आवाम के रोजगार पर हमला है…… जम्मू के साथ साथ कश्मीर घाटी के लोगों का भी मानना है कि पहलगाम हमले ने शर्म से उनका सिर झुका कर दिया है….. बता दें कि करीब तीस साल पहले हिजबुल मुजाहिदीन ने अमरनाथ यात्रा रोकने की धमकी दी थी……. तो जम्मू-कश्मीर के तमाम संगठन विरोध में उतर आए थे……. अलगाववादी भी साथ ही लोकल आतंकवादी भी विरोध में खड़े थे……. वहीं अब जब पर्यटकों को आतंकियों ने निशाना बनाया है तो कश्मीर की आवाम, राजनीतिक दल….. और धार्मिक नेता सभी एक साथ विरोध में उतर गए हैं……
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के कायराना हमले में मंगलवार को छब्बीस लोगों की जान चली गई……. गृह मंत्री अमित शाह ने आईबी, गृह सचिव और गृह मंत्रालय के अधिकारियों और जम्मू कश्मीर के डीजीपी के साथ आपात बैठक की…… गृह मंत्री शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं…… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएई का दौरा बीच में छोड़कर स्वदेश लौट आए हैं…… वहीं, विपक्षी दलों के नेताओं ने भी घटना की निंदा करते हुए सरकार को पूर्ण समर्थन का ऐलान किया है…… कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे…. और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस आतंकी वारदात को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बात की है……. वहीं विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह……. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला…… जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक कर्रा के साथ बातचीत हुई है…… और उन्होंने यह भी कहा है कि ताजा हालात को लेकर अपडेट मिला…… पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए…… विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपनी इसी एक्स पोस्ट में यह भी लिखा है कि हमारा फुलेस्ट सपोर्ट है…… वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने भी गृह मंत्री से फोन पर बात की है……
आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि देर रात गृह मंत्री अमित शाह…… जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला और जम्मू कश्मीर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से पहलगाम की घृणित घटना को लेकर बात की……. इस जघन्य हमले के दोषियों को सजा….. और निर्दोष पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए…… सीमा पार से हुए इस हमले का मजबूत जवाब दिया जाना चाहिए….. और उन्होंने अपनी एक्स पोस्ट में विपत्ति के समय एकजुटता को समय की मांग बताया…… और आगे लिखा कि सरकार को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से बात करना चाहिए….. जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने चाहिए….. बता दें कि मोदी सरकार ने दो हजार उन्नीस में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद तीन सौ सत्तर खत्म कर दिया था…… विशेष दर्जा समाप्त होने के बाद में आतंकियों पर भी नकेल कसी गई है……. कश्मीर को पर्यटन के लिहाज से सरकार ने बढ़ावा दिया है…….. जिसके चलते सैलानियों की संख्या बड़ा इजाफा हुआ है……. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में बताया था कि धारा तीन सौ सत्तर हटाए जाने के बाद से पर्यटन की वजह से कमाई में लगातार बढ़ोतरी हुई है……. हर साल राज्य की कमाई में पंद्रह प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है…..
वहीं जम्मू-कश्मीर में दो हजार बीस में चौंतीस लाख पर्यटक पहुंचे थे……. उस समय कोरोना काल था…… इसके बाद दो हजार इक्कीस में एक करोड़ तेरह लाख पर्यटक पहुंचे थे….. इसी तरह दो हजार बाईस में एक करोड़ अट्ठासी लाख पर्यटक प्रदेश की सुंदरता निहारने गए थे….. तो वर्ष दो हजार तेइस में दो करोड़ ग्यारह लाख पर्यटक पहुंचे……. दो हजार चौबीस में दो करोड़ तीस लाख पर्यटक जम्मू-कश्मीर घूमने के लिए पहुंचे थे….. इन पर्यटकों में देश और विदेश समेत पूरी दुनिया के पर्यटक शामिल हैं….. आपको बता दें कि पहलगाम में मंगलवार को हुआ आतंकी हमला पर्यटन क्षेत्र के केंद्र में है……