दिल्ली प्रदूषण पर एलजी सक्सेना केजरीवाल सरकार पर जमकर बरसे
नई दिल्ली। दिवाली के बाद गुरुवार को चौथे दिन भी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रहने पर दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया और कहा कि दिल्ली के प्रदूषण के लिए अन्य राज्यों को दोष देना कोई समाधान नहीं है और असली समाधान दिल्ली में ही है। एलजी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि दिल्ली को केवल दिखावे की नहीं, बल्कि कार्रवाई की जरूरत है और कहा कि राजनीति इंतजार कर सकती है। उपराज्यपाल ने कहा, हम दूसरे राज्यों से आने वाले पराली के धुएं को रोकने के लिए उनसे गुहार लगाने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते। राज्यों, विशेषकर पंजाब के उदासीन रहने के बावजूद, हम दया के लिए याचिकाकर्ता हैं। एक्यूआई अभी भी 400 के आसपास है, जिससे राजधानी हांफ रही है।
पटाखे निश्चित रूप से खतरे को बढ़ाते हैं। इस गैस चैंबर से सबसे ज्यादा प्रभावित वे लोग हैं जो अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए सडक़ों पर सफर करते हैं। झुग्गी-झोपडिय़ों और अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले गरीब और असहाय लोग, जिनके फेफड़े सूख रहे हैं क्योंकि वे घर पर बैठकर एयर प्यूरीफायर खरीदने का जोखिम नहीं उठा सकते। हम अपनी बिना मरम्मत वाली सडक़ों, कच्चे फुटपाथों और निर्माण स्थलों के कारण पैदा होने वाली धूल को कम करके दमघोंटू धुंध को कम कर सकते हैं। एलजी ने कहा, हम अपने वाहनों से होने वाले उत्सर्जन पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी तरीके अपना सकते हैं।
उपराज्यपाल ने कहा कि नवंबर के पहले सप्ताह में फसल जलाने और दिवाली के मौसम के साथ दिल्ली में स्मॉग एक बार-बार आने वाला मुद्दा बन गया है, जो आलोचना और बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं है।