प्रयागराज में माघ मेला शुरू, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज। प्रयागराज में आज से माघ मेले की शुरुआत हो गई है। श्रद्धालुओं ने पौष पूर्णिमा के अवसर पर गंगा-यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाई। सर्दी और कोहरे पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही है। पूर्णिमा का स्नान सुबह से ही शुरू हो गया है। पौष पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर अपने लिए मोक्ष की कामना करते हैं। माघ मेला हिंदू धर्म का सबसे बड़ा मेला है, जिसकी विशेषता कल्पवास है। श्रद्धालु यहां एक महीने तक रहकर स्नान, दान, जप, सत्संग करते हैं। इसके लिए गंगा किनारे अस्थायी टेंट बनाए गए हैं।
माघ मेला के अलावा पश्चिम बंगाल के गंगासागर मेले में भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। मकर संक्रांति से पहले लगने वाले इस मेले में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि वो दूसरे राज्यों से आए हैं। मेला में व्यवस्थाएं अच्छी हैं। हमें यहां कोई दिक्कत नहीं हुई है।
माघ मेले में जहां अस्थायी टेंट बनाए गए हैं, वो पूरा क्षेत्र लाइट से जगमगाता रहेगा। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी मेले की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने बताया कि कल्पवासियों के निवास के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। माघ मेले में सुरक्षा को देखते हुए यूपी सरकार ने ड्रोन से निगरानी की सुविधा की है। इसके साथ ही पुलिसकर्मी पूरे मेला क्षेत्र में एक्टिव और सतर्क रहेंगे। इस पूरे मेला क्षेत्र में 14 पुलिस थाने और 38 पुलिस चौकी बनाई गई हैं।
मेले में आने के लिए वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए 2800 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। इसके अलावा 200 बसें रिजर्व भी रहेंगी। बता दें कि मौनी अमावस्या एवं बसंत पंचमी के स्नान पर भारी भीड़ उमडऩे की संभावना को देखते हुए क्षेत्रवार बसों का आवंटन किया है। इसके लिए 10 शहरों का चयन भी किया गया है।
प्रयागराज के निकटवर्ती तीर्थ स्थलों के लिए भी 80 बसों का इंतजाम किया गया है। 20 जनवरी से 27 जनवरी तक संचालन पर मुख्य फोकस रहेगा। बस अड्डे और तहसील से डायरेक्ट माघ मेले के लिए ये बसें चलाई जाएंगी। उत्तर प्रदेश राज्य सडक़ परिवहन निगम के एमडी संजय कुमार के मुताबिक, माघ मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज बसों का इंतजाम कर लिया गया है और सभी को निर्देश दे दिया गया है कि माघ मेले स्नान के लिए खासतौर पर ये बसें चलाई जाएंगी।
जानकारी के मुताबिक, आज 14 और 15 जनवरी, 21 जनवरी (मोनी अमावस्या), 26 जनवरी (बसंत पंचमी), फरवरी माह की पूर्णिमा, 18 फरवरी (महाशिवरात्रि) को लखनऊ से 300, कानपुर से 260 , अयोध्या से 220, गोरखपुर से 380, आजमगढ़ से 360, बनारस से 300, प्रयागराज से 550, चित्रकूट धाम से 230 , झांसी से 50, देवी पाटन से 150 बसें सीधा चलाई जाएंगी।
माघ मेले के प्रयागराज जंक्शन पर यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं से लैस चार यात्री आश्रय हैं। प्रत्येक आश्रय में लगभग 2500 लोगों के रुकने का इंतजाम किया गया है। प्रयागराज जंक्शन पर लगभग 10,000 यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है। इसके साथ आश्रयों में पूछताछ काउंटर, अनारक्षित टिकट काउंटर, ट्रेन टाइमिंग डिस्प्ले बोर्ड, एनाउन्समेंट प्रणाली,पीने का पानी, लाईट और शौचालय की व्यवस्था की गई है, ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो।
माघ मेला के दृष्टिगत स्टेशन और आश्रय को पूर्ण रूप से सुरक्षित किया गया है। यात्रियों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए प्रयागराज जंक्शन पर कैमरे लगाए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा में प्रयागराज जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी के जवान तैनात किये जाएंगे। स्नान पर्व पर प्रयागराज पहुंचने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने रुट तैयार कर लिया है।