महाकुंभ में अव्यवस्थाओं के बीच महाकुंभ की भी आहट!
आजाद अधिकार सेना ने मुख्यमंत्री योगी को लिखा पत्र, वन निगम केे टेंडर में धांधली का लगाया आरोप
अमिताभ ठाकुर ने की पीपा पुल साल स्लीपर सप्लाई के 147 करोड़ रुपये के टेंडर की जांच की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। महाकुंभ में अव्यवस्था की खबरें आना कम नहीं हो रही हैं। जगह-जगह तंबुओं में आग लगने की घटना के साथ आम जन को आने जाने में होने वाली दिक्कतों की खबरें तो आ रहीं है अब इसमें भ्रष्टïाचार की भी सुगबुगाहट होने लगी हैं। इसी के बाबत आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कुंभ में पीपा पुल पर साल स्लीपर के सप्लाई के 147 करोड़ रुपए के टेंडर की जांच की मांग की है। यूपी के मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि उन्हें प्राप्त अभिलेखों के अनुसार पीपा पुल पर साल स्लीपर की सप्लाई के लिए कुंभ 2019 में अरुणाचल प्रदेश वन निगम को रु 1,58,250 प्रति क्यूबिक मीटर के दर से टेंडर दिया गया था।
इस बार भी निर्माण खंड-4, प्रयागराज द्वारा 24 फरवरी 2024 को अरुणाचल प्रदेश वन निगम को रु 2,04,500 प्रति क्यूबिक मीटर की दर से टेंडर दिया गया था किन्तु इसके सिर्फ 12 दिन बाद 7 मार्च 2024 को इसे निरस्त कर दिया गया। इसके बाद यह टेंडर विभिन्न निजी कंपनियां को मात्र रु 1,58,000 प्रति क्यूबिक मीटर के दर से दिया गया, जो वर्ष 2019 के दर से भी कम था। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अभिलेखों के अनुसार इस टेंडर प्रक्रिया में भौतिक स्टॉक का सत्यापन नहीं किए जाने सहित तमाम अन्य अनियमिताओं की शिकायत सामने आई है। उन्होंने कहा कि पीपा पुलों पर लगे साल स्लीपर की तस्वीरों से इनकी गुणवत्ता अत्यंत ही खराब दिख रही है। बार-बार और विशेष कर अधिक भीड़भाड़ के अवसरों पर पीपा पुलों को बंद किया जाना इस बात की पुष्टि करते दिखते हैं। उन्होंने इसे भ्रष्टाचार सहित लोगों की जान के साथ खिलवाड़ का मामला बताते हुए इन समस्त तथ्यों की अविलंब उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में फिर लगी आग, 20-22 तंबू जलकर हुए खाक
महाकुंभ कुंभ मेले के सेक्टर 18 शंकराचार्य मार्ग पर आग लग गई। दमकल की गाडिय़ों को मौके पर भेजा गया है और आग बुझाने का काम किया जा रहा है। मौके से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। खाक चौक पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर योगेश चतुर्वेदी ने कहा कि पुरानी जीटी रोड पर तुलसी चौराहे के पास एक शिविर में आग लग गई। हालांकि, अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काफी हद तक काबू पा लिया है। उन्होंने कहा कि अभियान की निगरानी के लिए अग्निशमन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 10.45 बजे सेक्टर 18 के एक पंडाल के टेंट में धुआं देखा गया, हालांकि फायर ब्रिगेड ने तुरंत तीन गाडिय़ां भेजकर आग पर काबू पा लिया। दो से तीन टेंट जल गए लेकिन आग पर काबू पा लिया गया है। सीएफओ प्रमोद शर्मा ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है. इसकी शुरुआत इस्कॉन से हुई और फिर दूसरे टेंटों में भी आग लग गई। किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ है और न ही कोई घायल हुआ है। 20-22 तंबू जल गए हैं।
उद्धव खेमे के 6 सांसद बदलेंगे पाला: नरेश म्हस्के
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
महाराष्ट्र में एक बार फिर बड़ा सियासी भूचाल शुरू हो गया है। शिवसेना यूबीटी के छह सांसद उद्धव ठाकरे का साथ छोडक़र एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। इसकी चर्चा जोरों पर है। शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा कि पूरा यूबीटी ख़त्म होने वाला है।
महाराष्ट्र में यूबीटी के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व पार्षद, पदाधिकारी सभी पार्टी छोडक़र शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। अब संजय राउत, आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे के अलावा कोई भी उनके साथ नहीं रहने वाला है। बीजेपी सांसद योगेंदर चंदोलिया ने कहा कि असली शिव सेना एकनाथ शिंदे की, बाला साहेब ठाकरे की शिव सेना है। उन्होंने कहा, अंत में उद्धव ठाकरे अकेले पड़ जाएंगे और उनकी पार्टी के सभी सदस्य असली शिवसेना में शामिल हो जाएंगे। कहा जा रहा है कि ठाकरे के 6 सांसद जल्द ही शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होंगे।
ऑपरेशन टाइगर के लिए शिवसेना ने तैयारी लगभग पूरी कर ली है। फिलहाल लोकसभा में ठाकरे के 9 सांसद हैं। समझा जाता है कि इनमें से 6 शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। कई सांसद अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं क्योंकि अगले 5 साल के लिए महायुति की मजबूत सरकार है। सांसदों को मुख्यत: फंडिंग प्राप्त करने में कठिनाई होती है। उन्हे केंद्र और राज्य दोनों जगह गठबंधन सरकार होने का फायदा है। पार्टी और चुनाव चिन्ह का मुद्दा गौण हो गया है. मुख्य कारण यह है कि शिवसेना ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और लोगों ने उन्हें स्वीकार किया।
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों में की गई गड़बड़ी: राहुल गांधी
नेता प्रतिपक्ष का बड़ा आरोप, पूछा- ये 39 लाख वोटर कौन हैं?
शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी-एससीपी ने भी खोला मोर्चा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत और एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले ने दिल्ली में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि हम इस टेबल पर पूरे विपक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने महाराष्ट्र में पिछला चुनाव लड़ा था। हम चुनाव के बारे में कुछ जानकारी लेकर आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हमने मतदाताओं और मतदान सूची के विवरण का अध्ययन किया।
हमारी टीमें काम कर रही हैं और हमें कई अनियमितताएं मिली हैं। राहुल ने कहा कि देश के लिए, विशेषकर युवा लोगों के लिए जो लोकतंत्र के पक्षधर हैं और उसमें विश्वज्ञस करते हैं, इन निष्कर्षों से अवगत होना और समझना आवश्यक है। राहुल ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव से 2024 के लोकसभा चुनाव के बीच 5 साल में 32 लाख मतदाता जुड़े। हालाँकि, लोकसभा 2024 में इन पार्टियों (कांग्रेस, एनसीपी-एससीपी, शिवसेना (यूबीटी)) की जीत और विधानसभा चुनावों के बीच 5 महीने की अवधि में, 39 लाख मतदाता जुड़े। सवाल ये है कि ये 39 लाख वोटर कौन हैं? कांग्रेस नेता ने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के कुल मतदाताओं की संख्या के बराबर है। दूसरा मुद्दा यह है कि महाराष्ट्र में राज्य की कुल मतदान आबादी से अधिक मतदाता क्यों हैं? कुछ इस तरह से महाराष्ट्र में अचानक से वोटर तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई, कई, कई मतदाता हैं जिन्हें हटा दिया गया है। जो मतदाता एक बूथ पर हैं उन्हें दूसरे बूथ पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इनमें से अधिकतर मतदाता दलित समुदाय, आदिवासी समुदाय और अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। हमने चुनाव आयोग से बार-बार अनुरोध किया है। उन्होंने हमें जवाब नहीं दिया। ये बात विपक्ष के नेता ने संसद भवन में कही है। चुनाव आयोग ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अब, उनके जवाब न देने का एकमात्र कारण यह है कि उन्होंने जो किया है उसमें कुछ गड़बड़ है। मैं कोई आरोप नहीं लगा रहा हूं. मैं यहां डेटा स्पष्ट रूप से प्रस्तुत कर रहा हूं।
पोस्टरवार
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर पोस्टर वॉर शुरू कर दिया है। अब लोहिया वाहिनी के प्रदेश प्रवक्ता सोमिल सिंह श्रीनेत ने पार्टी कार्यालय के बाहर होर्डिंग लगाई है। जिसमें लिखा है 27 में आएंगे अखिलेश, 32 में भव्य अर्धकुंभ कराएंगे विशेष।
प्रवासियों की सुरक्षा के प्रति सजग हो सरकार: राउत
शिवसेना (यूबीटी) सांसद बोले- यूएस के विमान को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के निर्वासन पर केंद्र की आलोचना की और तर्क दिया कि यूएसए के विमान को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि भारत सरकार को अपने नागरिकों की सुरक्षा में अधिक मुखर भूमिका निभानी चाहिए। संजय राउत ने कहा कि हमारे लिए वे अपराधी नहीं हैं। उनके पैरों और हाथों की बेडिय़ां हटा दी जानी चाहिए थीं। यह कानून का उल्लंघन था।
यूएसए के विमान को उड़ान भरने और वापस जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी। राउत ने तर्क दिया कि एक बार जब ये व्यक्ति भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गए, तो उनके साथ भारतीय कानूनों के अनुसार व्यवहार किया जाना चाहिए था, न कि अपराधियों के रूप में। राउत का बयान अंतरराष्ट्रीय आव्रजन कानूनों की जटिलताओं और निर्वासित किए जा रहे व्यक्तियों के अधिकारों पर प्रकाश डालता है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार को अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कड़ा रुख अपनाना चाहिए था, भले ही उन्हें अमेरिका द्वारा अवैध अप्रवासी माना गया हो। राउत ने कहा, वे अमेरिका के लिए अवैध अप्रवासी थे। हालांकि, उनके विमान के भारतीय सीमा में प्रवेश करने पर भारतीय कानून लागू होते थे। यूबीटी नेता की यह टिप्पणी सख्त आव्रजन प्रवर्तन उपायों के तहत भारतीय नागरिकों के एक समूह को अमेरिका से निर्वासित किए जाने के बाद आई है।
इस घटना ने दोनों देशों के बीच निर्वासित लोगों के साथ व्यवहार और राजनयिक प्रोटोकॉल पर बहस छेड़ दी है। इससे पहले, राउत ने गुरुवार को चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों और वास्तविक परिणामों के बीच पिछले विसंगतियों का हवाला देते हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे की भविष्यवाणी करने वाले एग्जिट पोल को खारिज कर दिया था।
भाजपा देश की संस्थाओं का गला घोंट रही : उद्धव
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर देश और महाराष्ट्र में संस्थाओं का गला घोंटने का आरोप लगाया। पार्टी के रेलवे मजदूर संघ, रेलवे कामगार सेना, के एक कार्यक्रम में ठाकरे ने कहा कि उन्होंने न तो भगवा झंडे और न ही उसके आदर्शों को छोड़ा है।ठाकरे ने कहा, सिर्फ इसलिए कि हम धैर्यवान हैं इसका मतलब यह नहीं है कि हम कायर हैं। ठाकरे ने कहा, पहले रेलवे के लिए अलग बजट होता था और रेलवे विभाग का कुछ महत्व था, लेकिन इस सरकार के सत्ता में आने के बाद हर संस्थान का गला घोंटा जा रहा है।उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने रेल बजट को मुख्य बजट में मिला दिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र राज्य सडक़ परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) और बेस्ट जैसी संस्थाओं का गला घोंटा जा रहा है।ठाकरे ने दावा किया कि एमएसआरटीसी घाटे में है और बेस्ट की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। ठाकरे ने कहा कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को कंगाल बनाया जा रहा है।