पोस्ट ऑफिस की इस योजना में करें छोटा निवेश और पाएं अच्छा रिटर्न
नई दिल्ली। सरकार की ओर से समय-समय पर ऐसी बचत योजनाएं शुरू की जा रही हैं जिनका लाभ आम आदमी को अधिक से अधिक मिल सके वहीं इन योजनाओं इस बात का भी ध्यान रखा जाता हे कि इनकी प्रीमिय राशि ऐसी न हो जो कि आम आदमी को देने में कठिनाई का सामना करना पड़े. हाल ही के दिनों में पोस्ट ऑफिस में एक ऐसी योजना लांच की गई है जिसमें छोटा निवेश करके कोई भी खासा रिटर्न हासिल कर सकता है. अगर बात डाकघर यानी पोस्ट ऑफिस की करें तो जिस वक्त देश में इंटरनेट नहीं था, और ई-मेल की सुविधा भी नहीं थी. उस समय डाकघर ही संदेश का एकमात्र जरिया होता था. डाकघर में लोगों की खासी भीड़ लगी रहती थी. अब जमाना बदल चुका है, भले ही डाकघर में भीड़ थोड़ी कम हो लेकिन अभी भी डाकघर की कई योजनाएं हैं, जो ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षति करती हैं.
अगर आप भी सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न के लिए निवेश का कोई ऑप्शन ढूढ रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस इस योजना में निवेश कर सकते हैं. पोस्ट ऑफिस की योजना ग्राम सुरक्षा योजना में बिना जोखिम अच्छा फायदा कमाया जा सकता है. इस योजना में आप छोटी राशि इन्वेस्ट कर मोटा पैसा जमा कर सकते हैं. इस योजना में निवेश के बाद आप एकमुश्त 35 लाख रुपये तक की बढ़ी धनराशि पा सकते हैं. इसके साथ ही इसमें लाइफ इंश्योरेंस का भी लाभ मिलता है.
डाकघर की ग्राम सुरक्षा स्कीम में निवेश करने के लिए निवेशक की आयु 19 से 55 वर्ष के बीच की होनी चाहिए. इस योजना में 10,000 से लेकर 10 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. इसका प्रीमियम आप मासिक, क्वार्टरली, छमही और वार्षिक भर सकते हैं. प्रीमियम के भुगतान के लिए आपको 30 दिन की छूट भी मिलेगी.
यदि आपने इस योजना में निवेश कर रखा है तो 4 साल के बाद ऋध भी लिया जा सकता है. स्कीम के तहत अगर आप 19 साल की उम्र में दस लाख की ग्राम सुरक्षा योजना खरीदते हैं, तो 55 साल के लिए आपको हर महीने 1515 रुपये का प्रीमियम भरना होगा. वहीं 58 साल के लिए 1463 रुपये और 60 साल के लिए 1411 रुपये मासिक जमा करना होगा. इस स्कीम के तहत निवेशक को प्रतिदिन करीब 50 रुपये यानी हर महीने में 1500 रुपये जमा कराने होंगे.
रिटर्न के प्वाइंट ऑफ व्यू से देखें तो निवेशक को 55 साल में 31.60 लाख रुपये, 58 साल में 33.40 लाख रुपये और 60 साल में 34.60 लाख रुपये का मेच्योरिटी लाभ मिलेगा. इस योजना के तहत ये धनराशि निवेशक के 80 वर्ष के होने पर उसको सौंप दी जाएगी. वहीं अगर निवेशक की मृत्यु जाती है तो ये राशि निवेशक के कानूनी उत्तराधिकारी को ही मिलेगी.
यदि निवेशक 3 साल के बाद योजना का सरेंडर करने का विकल्प चुनता है तो उस स्थिति में उसे कोई लाभ नहीं मिलेगा. इस योजना की सबसे बड़ी खासियत इंडिया पोस्ट की ओर से दिया जाने वाला बोनस है.