सिंघाड़े से बनाएं ये स्वादिष्ट पकवान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हल्की सर्दी का मौसम आते ही बाजार में सिंघाड़े से भरे ठेले दिखाई देने लगते हैं। बेहद कम दामों में मिलने वाले सिंघाड़े खाने में काफी स्वादिष्ट होते हैं। लोग इसे खाना काफी पसंद करते हैं। ये न सिर्फ खाने में अच्छा होता है बल्कि इसके सेवन से शरीर को कई लाभ भी मिलते हैं। भारतीय घरों में सिंघाड़े से विशेष कर व्रत -उपवास के दिनों में पकवान बनाए जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सिंघाड़ा एनर्जी बूस्टर के रूप में काम करता है। ऐसे में जब कोई महिला व्रत रखती है तो सिंघाड़े के सेवन से उनकी पाचन शक्ति मजबूत होती है और शरीर में ऊर्जा भी बनी रहती है। सिंघाड़ा एक ऐसा फल है, जिसे आप साधारण तरीके से खाने की बजाय कई अन्य रूप में भी खा सकते हैं। सिंघाड़े से बनने वाले पकवानों को आप आसानी से तैयार कर सकते हैं।

हलवा

अगर सिंघाड़े से कुछ मीठा बनाने का सोच रहे हैं तो इसका हलवा एक बेहतर विकल्प है। सिंघाड़े के आटे का हलवा देसी घी में तैयार किया जाता है, जिस वजह से ये काफी हेल्दी होता है और खाने में भी ये अच्छा लगता है। ये बहुत ही स्वादिष्ट और हेल्दी होता है. इसे बनाना भी बहुत आसान होता है। इसे बनाने के लिए आपको सिंघाड़े की आटे, चीनी, इलायची पाउडर, घी और पानी आदि की जरूरत होगी। बड़े हों या छोटे ये हलवा सभी को बहुत पसंद आएगा।

अचार

यदि आपके पास काफी सिंघाड़े रखे हैं, तो उससे आप इसका अचार डालकर रख सकती हैं। सर्दी के मौसम में सिंघाड़े का अचार भरवा पराठों के साथ काफी स्वादिष्ट लगता है। इस अचार को बनाने के बाद कंटेनर में सरसों का तेल जरूर भर दें, वरना ये खराब होने लगता है। सिंघाड़े को नियमित रूप से खाने से कैंसर का खतरा भी कम होता है। इसमें फेरुलिक एसिड नाम का एंटीऑक्सिडेंट होता है जो कैंसर की कोशिकाओं को कम करने में या स्लो करने में फायदेमंद है।

सलाद

यदि आपको सलाद खाना पसंद है तो आप सिंघाड़े का हेल्दी वर्जन भी ट्राई कर सकते है। सलाद के रूप में भी सिंघाड़ा काफी स्वादिष्ट लगता है। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए चाहें तो इसमें हरी चटनी डालें। रोजाना सिंघाड़े का सेवन करने से बादी और खूनी बवासीर के लक्षण कंट्रोल रहते हैं। बादी बवासीर में एनस में सूजन, दर्द और मस्सों के बाहर आने के लक्षण दिखते हैं जबकि खूनी बवासीर में मल के साथ खून आता है। फाइबर से भरपूर ये फल मल को सॉफ्ट करता है और कब्ज को दूर करता है। इसका सेवन करने से बवासीर के लक्षण कंट्रोल रहते हैं।

टिक्की

यदि आपके पास सिंघाड़े का आटा रखा है तो उस आटे की टिक्की तैयार करें। सिंघाड़े के आटे से बनीं कुरकुरी टिक्की खाने में काफी स्वादिष्ट लगती हैं। इसे आप दही या चटनी के साथ परोस सकते हैं। थायराइड के मरीजों के लिए ये फल बेहद असरदार साबित होता है। इसका सेवन करने से गले में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती। सिंघाड़ा गले की सूजन को कंट्रोल करता है,गले के दर्द से राहत दिलाता है। इसमें इतने पोषक तत्व मौजूद हैं जो बॉडी में कमजोरी और थकान को दूर करते हैं और बॉडी को हेल्दी रखते हैं। इसमें ऐसे पोषक तत्व है जो कमजोरी को जल्द से जल्द दूर करते हैं, तभी लोग इसका सेवन नवरात्र में फास्ट के दौरान करते हैं।

सब्जी

लच्छा पराठे के साथ सिंघाड़े की सब्जी काफी स्वादिष्ट लगती है। इसे बनाते समय यदि आप खड़े मसालों का इस्तेमाल करेंगी, तो इसका स्वाद भी कई गुना बढ़ जाएगा। सब्जी बनाने के बाद उसे सजाने के लिए ऊपर से धनिया अवश्य डालें। इससे अगर आप फटी एडिय़ों से परेशान हैं तो कच्चे सिंघाड़े को डाइट में शामिल करिए, इससे आपको जल्द ही राहत मिलेगी। सिंघाड़ा हार्ट के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। सिंघाड़ा खाने से स्ट्रेस कम होता है।

आटे का पराठा

सिंघाड़े के आटे को बनाकर भी आप उससे कई पकवान बना सकते हैं। इसमें फलाहारी सिंघाड़े का पराठा लोगों को काफी पसंद आता है। इसे आटे में आलू मिक्स करके बनाया जाता है। भारतीय घरों में सिंघाड़े का पराठा व्रत के दिन बनता है। सिंघाड़े में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो पाचन को दुरुस्त करती है। इसका सेवन करने से अपच से राहत मिलती है और पाचन दुरुस्त रहता है। ये एक ऐसा फल है जो आंतों की बीमारियों को दूर करता है और आंतों को साफ करता है। पेट की गंदगी को दूर करने में ये फल बेहद असरदार साबित होता है।

Related Articles

Back to top button