एमएलसी चुनाव में वोटिंग से पहले उन्नाव के कई सपा नेता पार्टी से बाहर
- पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते अखिलेश ने दिखाया बाहर का रास्ता
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एमएलसी चुनाव के दौरान पार्टी का विरोध करने वाले उन्नाव के कई बड़े नेताओं को निष्कासित कर दिया है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्र जारी कर कहा है कि अखिलेश यादव के निर्देश पर इन पर कार्रवाई की गई है। निष्कासित किए गए नेताओं में ब्लॉक प्रमुख जितेंद्र यादव, ज्ञानेन्द्र सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि गंजमुरादाबाद विवेक पटेल और अर्जुन दिवाकर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के कारण तत्काल प्रभाव से छह वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब राजनीतिक दलों की नजर विधान परिषद यानी एमएलसी चुनाव पर है। प्रदेश की 36 विधान परिषद की सीटों पर नौ अप्रैल को मतदान होना है। समाजवादी पार्टी ने इससे पहले भी उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में पार्टी का विरोध करने के आरोप में गाजीपुर के पूर्व विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) कैलाश सिंह समेत चार नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
तीन दिन बंद रहेंगी शराब की दुकानें
चुनाव के मद्ïदेनजर लखनऊ में तीन दिनों तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी। लखनऊ उन्नाव क्षेत्र विधान परिषद सीट के लिए वोटिंग नौ अप्रैल को होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक प्रकाश के मुताबिक आयोग के नियमों अनुसार मतदान के 48 घंटे पहले से जिले में शराब की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होगी। सात अप्रैल यानी आज शाम चार बजे से जिले की समस्त बीयर, अंग्रेजी और देसी शराब की दुकानें मतदान होने तक यानी 9 अप्रैल तक पूरी तरह बंद रहेगी। कहीं पर भी किसी तरह से शराब की बिक्री की इजाजत नहीं होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा, यदि कोई भी लाइसेंस धारक या अन्य किसी जगह पर शराब की बिक्री होती पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अर्धसैनिक बल की मौजूदगी में होगा विधान परिषद चुनाव
विधान सभा चुनाव के बाद इस बार विधान परिषद चुनाव भी कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच संपन्न कराने की तैयारी है। पहली बार विधान परिषद चुनाव में अर्धसैनिक बल भी तैनात रहेगा। डीजीपी मुख्यालय ने विधान परिषद चुनाव के लिए 58 कंपनी अर्धसैनिक बल की मांग की है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि नौ अप्रैल को विधान परिषद का चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए आठ कंपनी पीएसी भी मुस्तैद रहेगी। चुनाव के दौरान सभी जिलों में कड़े सुरक्षा प्रबंध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
नेपाल सीमा पर खुद को रॉ एजेंट बताने वाले दो संदिग्ध हिरासत में
लखनऊ। गोरखनाथ मंदिर में हमले के प्रयास के बाद भारत नेपाल की सीमा पर विशेष अलर्ट है। इसी बीच महराजगंज के नौतनवा से एक्सयूवी गाड़ी से नेपाल जाने की फिराक में खुद को रॉ एजेंट बताने वाले दो संदिग्धों को पुलिस ने दबोच लिया है। दोनों आरोपितों के पास से एक मोबाइल, एक एयरगन, एक रा की एक आईडी (अप्रमाणित) भी बरामद हुई है। दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद सीमा पर तैनात आईबी, एलआईयू और एसआईओ की टीम पूछताछ में जुट गई है । पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि नौतनवा की टीम ने दोनों आरोपितों को एक्सयूवी गाड़ी के साथ नेपाल जाने के दौरान पकड़ा है। दोनों के बारे में बिना जांच के अभी कुछ स्पष्ट नहीं बताया जा सकता है। टीमें जांच कर रही है, जल्द ही मामले में और जानकारियां दी जाएंगी। पकड़े गए दोनों आरोपित बनारस के बताए जा रहे हैं। इसमें से एक का नाम राहिल परवेज तो दूसरे का नाम कृष्णा प्रसाद बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक इनके पास से बरामद एयरगन नई है। नौतनवा में गिरफ्तार दोनों आरोपितों और उनके रहस्य से पर्दा उठाने के लिए पुलिस उनका सीडीआर खंगाल रही है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि दोनों आरोपितों के पिछले तीन से चार महीनों का सीडीआर खंगाला जा रहा है। इसमें से राहिल परवेज की मोबाइल से पाकिस्तान के कुछ नंबर मिले हैं। जबकि वहीं दूसरे आरोपित कृष्णा प्रसाद की मोबाइल से पिछले कई दिनों से लगातार नेपाल में बात होने की पुष्टि हुई है। यह यहां पर क्यों आए थे, और रॉ की फर्जी आइडी रखने के पीछे का क्या कारण है, इसकी जानकारी की जा रही है।
राज्य के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का : खन्ना
लखनऊ। यूपी के वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि राज्य के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है। भाजपा अपने संकल्प पत्र के प्रत्येक वादे को पूरा करने के साथ वित्तीय प्रबंधन पर पूरा नजर रखेगी। सरकार ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगी, जिससे लगे कि खजाना लुटाया जा रहा है। वित्तमंत्री ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1 लाख 47 हजार 843 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति हुई है। जो कि 2020-21 के मुकाबले 25 हजार 226 करोड़ ज्यादा है। इसके पहले 2020-21 में 122226 करोड़ की प्राप्ति हुई थी। राज्य को जीएसटी के मद में 9649 करोड़, वैट में 4945.24 करोड़ अधिक, आबकारी में 6260.79 करोड़ ज्यादा राजस्व की प्राप्ति हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ऐसा कुछ नहीं होगा जिससे वित्तीय प्रबंधन पर नकारात्मक प्रभाव पड़े। चुनाव में कुछ दलों ने बिना सोच विचार के जिस तरह वादे किए और एजेंडा दिया वह बड़ी चुनौती थे। जनता ने उन पर भरोसा नहीं किया। मंत्री ने कहा कि जनता ने भाजपा के संकल्प पत्र पर भरोसा किया है। सरकार संकल्प पत्र को लागू करेगी और वित्तीय प्रबंधन पर भी नजर रखेगी।