निकाय चुनावों से पहले गरमाई मराठा राजनीति

- ठाकरे भाईयों में बढ़ी नजदीकी, राज से दूसरी बार मिले उद्धव
- शिवसेना (उबाठा) और मनसे में गठबंधन की अटकलें तेज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने चचरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे से यहां उनके आवास पर मिलने पहुंचे। निकाय चुनावों से पहले दोनों दलों में गठबंधन की अटकलों के बीच दोनों पार्टी प्रमुखों और उनके नेताओं की बैठक मुंबई में दादर स्थित राज ठाकरे के आवास ‘शिवतीर्थ’ पर आयोजित की गई। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेताओं ने सोमवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात की, जिसमें शिवसेना (उबाठा) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन का मुद्दा उठा।
शिवसेना (उबाठा) की सहयोगी कांग्रेस के नेताओं ने तब कहा था कि वे इस मुद्दे पर अपने आलाकमान से चर्चा करेंगे। पिछले दो हफ्तों में दोनों चचेरे भाइयों के बीच यह दूसरी सार्वजनिक मुलाकात थी। उद्धव पिछले महीने गणेश उत्सव के अवसर पर ‘शिवतीर्थ’ गए थे। महाराष्ट्र सरकार द्वारा मराठी भाषी बहुल राज्य में हिंदी थोपे जाने के आरोपों के बीच कक्षा पहली से पांचवीं तक के छात्रों के लिए ‘तीन-भाषा’ फार्मूले पर अपने विवादास्पद आदेश को वापस लिए जाने के बाद, उद्धव और राज पांच जुलाई को मुंबई में अपनी ‘जीत’ का जश्न मनाने के लिए मंच पर एक साथ आए थे। राज्य में धन-संपन्न बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) समेत आगामी स्थानीय निकाय में चुनावों के मद्देनजर दोनों पार्टियों ने गठबंधन बनाने के पर्याप्त संकेत दिए हैं लेकिन अभी तक औपचारिक गठबंधन की घोषणा नहीं की गई है। अगर ऐसा होता है तो भाजपा उनकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी होगी।
दोनों भाइयों के मन में क्या है मुझे नहीं पता : फडणवीस
ठाकरे परिवार के बीच हुई हालिया बैठक के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनके पास यह समझने के लिए कोई तंत्र नहीं है कि दोनों भाइयों के मन में क्या है। फडणवीस ने नासिक में संवाददाताओं से कहा, मैं किसी से नहीं मिला और मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा। मेरे पास यह समझने की कोई तकनीक नहीं है कि उनके मन में क्या है। मुझे उनकी बैठक के बारे में कुछ नहीं पता।
राजनीतिक पहलू पर कुछ नहीं बोले राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि उद्धव ठाकरे राज की मां कुंडा से मिलने ‘शिवतीर्थ’ गए थे और कुंडा उनकी ‘मां की बहन’ हैं, लेकिन उन्होंने मुलाकात के राजनीतिक पहलू पर ज्यादा कुछ नहीं कहा।



