करवा चौथ के व्रत से वैवाहिक समस्याएं होती हैं दूर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
करवा चौथ व्रत को बहुत कठिन माना जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। मान्यता है करवा चौथ का व्रत रखने से पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं। यदि वैवाहिक जीवन में तनाव या समस्याएं हों तो करवा चौथ का व्रत करने से वे दूर हो जाती हैं। करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। उस दिन कार्तिक संकष्टी चतुर्थी होती है, जिसे वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत में चंद्रमा की पूजा करना और अर्घ्य देना जरूरी है। इसके बिना करवा चौथ का व्रत पूरा नहीं होता है। इस साल करवा चौथ पर 3 योग बन रहे हैं। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:33 बजे से प्रारंभ हो रहा है, जो अगले दिन प्रात: 04:36 बजे तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि को शुभ योग माना जाता हैं। इसमें किए गए कार्य सफल सिद्ध होते हैं। उस दिन प्रात:काल से दोपहर 02 बजकर 07 मिनट तक परिघ योग है, उसके बाद से शिव योग प्रारंभ होगा, जो अगले दिन तक रहेगा। करवा चौथ के दिन मृगशिरा नक्षत्र सुबह से लेकर अगले दिन 2 नंवबर को सुबह 04:36 बजे तक है।

पूजा मुहूर्त

जो महिलाएं 01 नवंबर बुधवार को करवा चौथ का व्रत रखेंगी, उनको शाम में पूजा के लिए 1 घंटा 18 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा। करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 36 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक है। करवा चौथ 2023 पर चंद्रमा पूजन और अघ्र्य का समय क्या है? करवा चौथ के दिन चंद्रोदय रात 08 बजकर 15 मिनट पर होगा। इस समय से आप चंद्रमा पूजन के साथ अघ्र्य दे सकते हैं। चंद्रमा को अघ्र्य देने पर व्रत पूरा होता है।

पारण समय

करवा चौथ व्रत का पारण चंद्रमा को अघ्र्य देने के बाद किया जाता है। पति के हाथों जल पीकर व्रत को पूरा करते हैं। 1 नवंबर को रात 08:15 बजे के बाद आप कभी भी पारण कर सकती हैं।

ना करें ये गलतियां

करवा चौथ का पर्व पति-पत्नी के बीच के रिश्ते को मजबूत करने और अखंड सौभाग्य पाने का होता है। इसलिए इस दिन सोलह श्रृंगार जरूर करें। सोलह श्रृंगार न सिर्फ सुहाग का प्रतीक होता है बल्कि यह शुभता को भी दर्शाता है। बिना सोलह श्रृंगार के पूजा करने की गलती ना करें। करवा चौथ के दिन बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने का बड़ा महत्व है। लिहाजा इस दिन बड़े-बुजुर्गों का अपमान करने की गलती न करें, वरना विधि-विधान से पूजा करने के बाद भी उसका पूरा फल नहीं मिलेगा। करवा चौथ 2023 के दिन शुभ रंग पहनना चाहिए जैसे- लाल, हरे या पीले रंग। करवा चौथ के दिन नीले, काले या भूरे रंग के कपड़े पहनने की गलती ना करें। इन तीनों रंगों का संबंध शनि देव से है और करवा चौथ के दिन ये रंग पहनना आपके जीवन पर संकट ला सकता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है। करवा चौथ के दिन सफेद रंग के कपड़े भी ना पहनें। करवा चौथ के दिन श्रृंगार के सामान का दान ना करें। ना ही इस दिन चांदी, दूध, दही या सफेद चावल दान करें।इन सफेद चीजों का संबंध चंद्रमा से होता है। चूंकि करवा चौथ के दिन चंद्र देव की भी पूजा की जाती है, ऐसे में चंद्रमा से संबंधित चीजों का दान करने से कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है। कमजोर चंद्रमा जातक को तनाव, मानसिक समस्याएं देता है।

करवा चौथ की तिथि

इस बार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर दिन मंगलवार को रात 09 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ हो रही है। यह तिथि 01 नवंबर बुधवार को रात 09 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगी। उदयातिथि और चतुर्थी के चंद्रोदय के आधार पर करवा चौथ व्रत 1 नवंबर बुधवार को रखा जाएगा। इस दिन व्रती को 13 घंटे 42 मिनट तक निर्जला व्रत रखना होगा। व्रत सुबह 06 बजकर 33 मिनट से रात 08 बजकर 15 मिनट तक होगा।

शिव योग

ज्योतिषियों की मानें तो करवा चौथ पर अत्यंत लाभकारी शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस शुभ योग का निर्माण दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से शुरू हो रहा है, जो अगले दिन 2 नवंबर तक है। इस योग में करवा माता की पूजा-अर्चना करने से व्रती को कभी न नाश होने वाले फल की प्राप्ति होगी। इस समय में शुभ कार्य कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Related Articles

Back to top button