एमपी में गरीबों के मकान पर चला बुलडोजर, यूपी में भडक़ीं मायावती

भोपाल। सागर में गरीब परिवारों के घर गिराए जाने पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार की बुलडोजर राजनीति स्कूल के बाद अब गरीबों के घर तोडऩे लगी। शुक्रवार सुबह उन्होंने ट्वीट में कहा, मध्यप्रदेश सरकार की विध्वंसकारी – द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर और स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब आवास योजना के अंतर्गत बने गरीबों के मकान भी तोडऩे लगी है, जो अति निंदयनी है। इसी क्रम में सागर जिले में योजना के तहत बने 7 दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक।
मामला सागर के रैपुरा का है। यहां वन विभाग ने दलित परिवारों के घरों को गिरा दिया। तर्क दिया- प्रधानमंत्री आवास वन विभाग की जमीन पर बने थे। गुरुवार को दिग्विजय सिंह पीडि़त परिवार से मुलाकात के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘ये सब मध्यप्रदेश सरकार में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर हुआ है।’ पीडि़तों ने भी यही बात कही। रैपुरा गांव सुरखी विधानसभा में आता है। यहां से गोविंद सिंह विधायक हैं। 2020 में सिंधिया के साथ वह भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को कहा, दिग्विजय सिंह राजनीतिक रोटियां सेकने का काम करते हैं। जिन लोगों के मकान टूटे हैं, उनको दूसरे मकान बनाकर देने का काम चल रहा है। कांग्रेस को 15 महीने में जनता आजमा चुकी है। ये कुछ भी कर लें, अब कुछ होने वाला नहीं है। यह सब आडंबर है। शिवरानी अहिरवार ने और उनके जैसे और लोगों ने प्रधानमंत्री आवास बनवाए थे। वन विभाग ने ये मकान बुधवार को गिरा दिए। पीडि़त परिवार खुले आसमान में रह रहे हैं। उनका कहना है कि मंत्री के इशारे पर बारिश में हमें बेघर कर दिया गया।

Related Articles

Back to top button