दलित छात्र की मौत के मामले को लेकर गहलोत सरकार पर बरसीं मायावती, बोलीं- राष्ट्रपति शासन लगाया जाए तो बेहतर
Mayawati lashed out at the Gehlot government over the death of a Dalit student, said - better if President's rule is imposed
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजस्थान के जालौर में एक दलित छात्र की पिटाई से उसकी मौत के मामले को लेकर विपक्ष अशोक गहलोत सरकार हमलावर नजर आ रहा है। वहीं इसको लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने तो राजस्थान में सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
1. राजस्थान के जालौर जिले के सुराणा में प्राइवेट स्कूल के 9 साल के दलित छात्र द्वारा प्यास लगने पर मटके से पानी पीने पर सवर्ण जाति के जातिवादी सोच के शिक्षक ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि कल उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हृदय विदारक घटना की जितनी निन्दा व भर्त्सना की जाए वह कम।
— Mayawati (@Mayawati) August 14, 2022
मायावती ने ट्वीट कहा कि ”राजस्थान के जालौर जिले के सुराणा में प्राइवेट स्कूल के 9 साल के दलित छात्र द्वारा प्यास लगने पर मटके से पानी पीने पर स्वर्ण जाति के जातिवादी सोच के शिक्षक ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि कल उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हृदय विदारक घटना की जितनी निन्दा व भर्त्सना की जाए वह कम।”
2. राजस्थान में आएदिन ऐसी जातिवादी दर्दनाक घटनाएं होती रहती हैं। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की सरकार वहाँ खासकर दलितों, आदिवासियों व उपेक्षितों आदि के जान व इज्जत-आबरू की सुरक्षा करने में नाकाम है। अतः इस सरकार को बर्खास्त कर वहाँ राष्ट्रपति शासन लगाया जाये तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) August 14, 2022
वहीं दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि ”राजस्थान में आए दिन ऐसी जातिवादी दर्दनाक घटनाएं होती रहती हैं। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की सरकार वहाँ खासकर दलितों, आदिवासियों व उपेक्षितों आदि के जान व इज्जत-आबरू की सुरक्षा करने में नाकाम है। अतः इस सरकार को बर्खास्त कर वहाँ राष्ट्रपति शासन लगाया जाए तो बेहतर।”