दिल्ली चुनाव में मायावती ने फैलाया सियासी ‘मायाजाल’, इन पार्टियों का हो सकता है बड़ा नुकसान  

4PM न्यूज़ नेटवर्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तमाम राजनीतिक दल के नेता जोर-शोर से तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दिल्ली में एक अहम बैठक आहूत की है, इस बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इस बैठक के संबंध में जानकारी खुद बसपा चीफ ने दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ‘एक्स’ पर बसपा चीफ ने कहा कि इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। उन्होंने लिखा कि देश के वर्तमान राजनीतिक हालात तथा खासकर दलितों, आदिवासियों, अति-पिछड़ों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के चिन्तनीय राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखकर पार्टी को मजबूत बनाने के लिए बी.एस.पी. की आल-इण्डिया बैठक कल दिल्ली में आहूत।

बसपा चीफ ने कल दिल्ली में बुलाई बैठक

मायावती ने आगे कहा कि BSP केन्द्रीय कार्यालय, 29 लोधी स्टेट में आयोजित इस बैठक में आल-इण्डिया के वरिष्ठ पदाधिकारियों, केन्द्रीय स्टेट कोआर्डिनेटरों, BSP स्टेट अध्यक्षों के साथ विचार-विमर्श के बाद पार्टी के जनाधार को बढ़ाने व दिल्ली चुनाव मामले में भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। दरअसल, इस बार दिल्ली में मायावती की पार्टी ने अपनी रणनीति में काफी बदलाव किए हैं, इसी वजह से राजनीतिक तौर पर इसकी काफी चर्चा हो रही है। BSP दलितों की कैडर आधारित पार्टी है। अगर बदली रणनीति के चलते पार्टी इस चुनाव में मजबूत होती है तो चार राजनीतिक दलों की राजनीति को नुकसान पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बसपा ने दिल्ली चुनाव में भी प्रत्याशी उतारे हैं। बीते दिनों अपने जन्मदिन के मौके पर बसपा चीफ ने लोगों से अपील भी की थी कि वह बसपा के पक्ष में मतदान करें, उन्होंने ये भी कहा था कि पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं। बीएसपी की रणनीति का चौथा निशाना आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) और उसके सुप्रीमो व सांसद चंद्रशेखर आजाद हो सकते हैं। यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने दलित युवाओं के बीच अपनी एक नायक वाली छवि बनाने की कोशिश की है।

ऐसे में पार्टी नेताओं का मानना है कि नगीना के सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के मुखिया चंद्रशेखर आजाद के प्रति युवा मतदाताओं के झुकाव को देखते हुए युवाओं पर खास फोकस किया गया है। पार्टी युवा दलितों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।’

महत्वपूर्ण बिंदु

  • बसपा पार्टी ने दिल्ली चुनाव की जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आनंद पर डाल दी है।
  • इस वजह से उनका करियर भी दिल्ली चुनाव के नतीजों से जुड़ा है और पार्टी का भविष्य भी दांव पर लगा है।

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