प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से अपना नाम हटा लें मोदी: अशोक गहलोत

मोदी की गारंटी को जनता ने नकारा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि आम चुनाव में न तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 370 सीट मिल पाएंगी और न ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 400 सीट मिलेंगी ऐसे में नरेन्द्र मोदी को अब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से अपना नाम हटा लेना चाहिए।
मतगणना के रुझानों के बीच गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि न तो भाजपा को 370 सीट मिल पाएंगी और न ही राजग को 400 सीट मिलेंगी। प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर भाजपा को स्पष्ट बहुमत भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में नरेन्द्र मोदी को अपना नाम अब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से हटा लेना चाहिए।’’ गहलोत के कहा, ‘‘वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी तरह अपने ऊपर केन्द्रित किया। प्रचार में मोदी की गारंटी, फिर से मोदी सरकार जैसे जुमले सुनाई और दिखाई दिए। यहां तक की प्रत्याशियों को दरकिनार कर पूरा चुनाव मोदी की गारंटी के नाम पर चला। उन्होंने कहा कि चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी, समाज में बढ़ता तनाव जैसे मुद्दे गौण हो गए और केवल मोदी-मोदी ही सुनाई देने लगा।

नवीन पटनायक व जगनमोहन को लग सकता है झटका!

ओडिशा में रुझानों में भाजपा को बहुमत
नवीन पटनायक की सत्ता खतरे में

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भुवनेश्वर। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आज आने वाले हैं। इसके साथ ही ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आएंगे। इस राज्य में भाजपा और एनडीए के लिए अच्छी खबर आ सकती है। सभी प्रमुख एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त दिखाई गई है। ओडिशा में भाजपा को विधानसभा सीटों में भी फायदा मिलता दिख रहा है। अगर एग्जिट पोल के अनुमान नतीजों में बदल जाते हैं तो शायद ओडिशा से नवीन पटनायक सरकार की विदाई भी हो सकती है।
शुरुआती रुझानों में भाजपा को बहुमत मिला है। उसके खाते में 78 सीटें गई हैं। वहीं, बीजद भी 54 सीटों पर आगे है। जबकि कांग्रेस के खाते में 11 सीट गई हैं। वहीं अन्य को तीन सीटें मिली हैं। 2024 के ओडिशा विधानसभा चुनावों में बीजद की तरफ से नवीन पटनायक एक बार चुनावी मैदान में हैं तो दूसरी तरफ भाजपा ने बिना किसी क्षेत्रीय चेहरे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के भरोसे यह चुनाव लड़ा। ओडिशा विधानसभा की 147 सीट और लोकसभा की 21 सीटों के लिए 13 मई से 1 जून तक चार चरणों में मतदान हुआ और नतीजे आज आएंगे। ओडिशा में भाजपा को लोकसभा और विधानसभा दोनों में ही बड़ा फायदा होता दिख रहा है। लोकसभा चुनाव में इंडिया टूडे एक्सिस एग्जिट पोल का अनुमान है कि भाजपा को विधानसभा चुनाव में 62-80 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजद को भी 62-80 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस के खाते में पांच से आठ सीटें जाने की संभावना है। बता दें कि ओडिशा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 74 सीटों का है।
2019 के विधानसभा चुनावों में बीजद को 112 सीटें मिली थीं। जबकि भाजपा को 23 सीटें, कांग्रेस को नौ, सीपीआई एम को एक और एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी। इस चुनाव में बीजद को करीब 45 फीसदी वोट मिले थे। जबकि भाजपा को करीब 33 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस के खाते में 16 फीसदी वोट और अन्य को 6 फीसदी वोट मिले थे।

आंध्र प्रदेश में रुझानों में टीडीपी को बढ़त, सीएम जगन को लगा बड़ा झटका

अमरावती। आज आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आएंगे। इस राज्य में भाजपा और एनडीए के लिए अच्छी खबर आ सकती है। सभी प्रमुख एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त दिखाई गई है। अगर एग्जिट पोल के अनुमान नतीजों में बदल जाते हैं तो आंध्र प्रदेश में सत्ता बदलने का अनुमान है। यहां जगन मोहन रेड्डी को झटका लग सकता है। शुरुआती रुझानों में टीडीपी-भाजपा गठबंधन को बहुमत मिला है। टीडीपी के खाते में 130 सीटें गई हैं। वहीं, जेएनपी को 20 सीटें और भाजपा को सात सीटें मिलीं। वाईएसआरसीपी के खाते में 18 सीटें ही आईं। जबकि कांग्रेस और अन्य दलों का खाता नहीं खुला। आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों पर कड़ी टक्कर का मुकाबला है। यहां बहुमत के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन को 88 सीटें जीतनी होंगी। यहां एक तरफ सीएम जगन मोहन रेड्डी हैं, जिनकी सरकार ने 30 मई को ही पांच साल पूरे किए हैं तो दूसरी तरफ टीडीपी-भाजपा गठबंधन है, जो इस चुनाव में जीत दर्ज करने के दावे कर रहा है। पीपुल्स प्लस के एग्जिट पोल के मुताबिक वाईएसआर कांग्रेस को 45-60 सीटें मिलने का अनुमान है। जबकि टीडीपी और भाजपा गठबंधन को 111-135 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस खाता खोलने के लिए भी संघर्ष करेगी। अन्य का भी सूपड़ा साफ होगा। बता दें कि सूबे में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी, पवन कल्याण की जनसेना पार्टी और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। एनडीए का सीधा मुकाबला जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी से है।

चुनाव से पहले एनडीए में दोबारा शामिल हुई थी टीडीपी

 

चुनाव से पहले भाजपा की अगुवाई वाले राष्टï्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता चंद्रबाबू नायडू ने वापसी की थी। साल 1996 में टीडीपी पहली बार एनडीए का हिस्सा बनी थी। चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम किया था। इतना ही नहीं, आंध्र प्रदेश में 2014 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी टीडीपी ने भाजपा के साथ लड़ा था, लेकिन 2019 में टीडीपी, एनडीए से अलग हो गई थी।

2019 में था यह आंकड़ा

साल 2019 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने 175 सीटों में से 151 सीटें जीतकर भारी बहुमत से चुनाव जीता था, जबकि मौजूदा तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 23 सीटें जीती थीं। जन सेना पार्टी (जेएसपी) ने एक सीट के साथ विधानसभा में प्रवेश किया था, जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोई भी सीट जीतने में असफल रही थी।

प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से अपना नाम हटा लें मोदी: अशोक गहलोत

मोदी की गारंटी को जनता ने नकारा

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि आम चुनाव में न तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 370 सीट मिल पाएंगी और न ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 400 सीट मिलेंगी ऐसे में नरेन्द्र मोदी को अब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से अपना नाम हटा लेना चाहिए।
मतगणना के रुझानों के बीच गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि न तो भाजपा को 370 सीट मिल पाएंगी और न ही राजग को 400 सीट मिलेंगी। प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर भाजपा को स्पष्ट बहुमत भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में नरेन्द्र मोदी को अपना नाम अब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से हटा लेना चाहिए।’’ गहलोत के कहा, ‘‘वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी तरह अपने ऊपर केन्द्रित किया। प्रचार में मोदी की गारंटी, फिर से मोदी सरकार जैसे जुमले सुनाई और दिखाई दिए। यहां तक की प्रत्याशियों को दरकिनार कर पूरा चुनाव मोदी की गारंटी के नाम पर चला। उन्होंने कहा कि चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी, समाज में बढ़ता तनाव जैसे मुद्दे गौण हो गए और केवल मोदी-मोदी ही सुनाई देने लगा।

रेप और यौन उत्पीडऩ के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना 44000 वोट से हारे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। प्रज्वल रेवन्ना कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पाटिल से हार का सामना करना पड़ा है। जद (एस) 25 साल में पहली बार हासन सीट हार गई है। कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पटेल ने बलात्कार और यौन उत्पीडऩ के आरोपी जद (एस) उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना को हराया है। 2019 में रेवन्ना के सांसद चुने जाने से पहले, इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा करते थे।
गुलबर्गा जहां एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि भाजपा के उमेश जाधव से 10,000 वोटों से आगे चल रहे हैं। कोप्पल जहां कांग्रेस 3800 वोटों से आगे चल रही है। दावणगेरे जहां कांग्रेस 10,000 वोटों से आगे चल रही है। हासन जहां कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पाटिल 13,000 वोटों से आगे चल रहे हैं। हावेरी जहां बीजेपी 27 हजार वोटों से आगे चल रही है। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, नवीनतम मतगणना आंकड़ों के अनुसार भाजपा 16 सीटों पर, कांग्रेस 10 सीटों पर और जद (एस) दो सीटों पर आगे है। 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की कुल 28 में से महज एक सीट जीती। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में 25 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि उसके समर्थन से एक निर्दलीय ने भी जीत हासिल की थी। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जद (एस) एक निर्वाचन क्षेत्र में विजयी हुई थी। कांग्रेस और जद(एस) उस समय गठबंधन सरकार चला रहे थे और उन्होंने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।

बीजेपी ने गोएबल्स नीति के तहत दुष्प्रचार किया: राउत

बोले, कांग्रेस की पकड़ होगी मजबूत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने अहम बयान दिया है। नरेंद्र मोदी वाराणसी सीट से खड़े हैं, वे काशीपुत्र के पुत्र हैं। भारत अघाड़ी इस वक्त तेजी से आगे बढ़ रही है। राउत ने इस बात की भी आलोचना की कि बीजेपी ने गोएबल्स नीति के तहत दुष्प्रचार किया है। भारत अघाड़ी ने एग्जिट पोल के आंकड़ों को पार कर लिया है। भारत अघाड़ी ने एक लंबा सफर तय किया है। मेरी समझ से कांग्रेस पार्टी को 150 सीटें मिलेंगी। जिस कांग्रेस पार्टी को पिछले चुनाव में 50 सीटें भी नहीं मिली थीं।
मुझे लगता है कि यही पार्टी अब 150 सीटों से आगे जा सकती है। मुझे लगता है कि कांग्रेस के 150 सीटों तक पहुंचने का मतलब है कि मोदी का विदाई समारोह पूरा हो गया है, हमारे अध्ययन के अनुसार, महा विकास अघाड़ी महाराष्ट्र में आगे रहेगी और भारत अघाड़ी देश में 295 से अधिक सीटें जीतेगी। मुझे बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। लेकिन इस पर चर्चा करने का अभी भी समय है। महाराष्ट्र में पहले चुनाव नतीजों के रुझान को देखते हुए महाविकास अघाड़ी ने बड़ी बढ़त बना ली है। विदर्भ और मराठवाड़ा में भी महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों ने बड़ी बढ़त बना ली है। नंदुरबार में कांग्रेस उम्मीदवार 1 लाख वोटों से निर्वाचित होंगे। राउत ने कहा कि बीड में भी बजरंग बप्पा आगे हैं, मुंबई में भी शिवसेना बड़ी जीत हासिल कर रही है। देश का नया प्रधानमंत्री कौन होगा और कौन सरकार बनाएगा यह आज शाम चार बजे तक साफ हो जाएगा।

लखनऊ(4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)। लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान को मतगणना केंद्र बनाया गया है। जहां सुबह से ही मतगणना चल रही है। प्रशासन ने सुरक्षा-व्यवस्था पूरी तरह से मुस्तैद कर रखी हैै। इस दौरान सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा मतगणना स्थल पर अपने लोगों के बीच पहुंचे।

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