सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार
- शीतकालीन सत्र : सत्ता पक्ष व विपक्ष में हुई तीखी बहस
- संसद की कार्यवाही स्थगित, आचार समिति की रिपोर्ट होगी पेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा। सत्ता पक्ष व विपक्ष के बहस के चलते राज्य सभा व लोक सभा की कार्रवाई दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। पूरे विपक्ष ने बेरोजगारी, महंगाई, सेना को लेकर मोदी सरकार को घेरा। दूसरे दिन पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ संसद की आचार समिति की रिपोर्ट संसद में पेश की जा सकती है। विपक्षी सांसदों की मांग है कि इस रिपोर्ट पर कोई भी फैसला लेने से पहले इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि आचार समिति की रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को संसद सदस्यता से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है।
महुआ को साजिश के तहत बनाया जा रहा निशाना : जयराम
महुआ मोइत्रा के समर्थन में उतरी कांग्रेस। जयराम रमेश बोले राजनीतिक साजिश के तहत महुआ मोइत्रा को बनाया जा रहा निशाना। झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ माझी ने महुआ मोइत्रा मामले पर कहा कि उन्हें प्रताडऩा झेलनी पड़ी है क्योंकि उनके खिलाफ लगे आरोप साबित भी नहीं हुए हैं। साथ ही जिस तरह से उनसे आचार समिति ने सवाल किए वो भी आपत्तिजनक थे। इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। उधर इससे पहले संसद भवन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह,एनसीपी चीफ शरद पवार भी पहुंचे।
कई बिल होंगे पेश
संसद की कार्यवाही शुरू हो गई है। राज्यसभा में भारत की आर्थिक स्थिति पर भी चर्चा हो सकती है। इस चर्चा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, भाजपा को सुशील कुमार मोदी और वाईएसआर के विजयसाई रेड्डी शामिल होंगे। शीत कालीन सत्र के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर रिजर्वेशन एक्ट 2004 और जम्मू कश्मीर रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट 2019 को आज लोकसभा में पेश कर सकते हैं। रिजर्वेशन एक्ट से राज्य सरकार की नौकरियों, कॉलेज एडमिशन में आरक्षण व्यवस्था लागू हो सकेगी। वहीं जम्मू कश्मीर रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट 2019 की मदद से जम्मू कश्मीर और लद्दाख का पुनर्गठन किया जाएगा। इसकी मदद से जम्मू कश्मीर में विधानसभा सीटें 83 से बढक़र 90 हो जाएंगी। साथ ही सात सीटें अनुसूचित जाति और 9 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए भी आरक्षित की जाएंगी।
गठबंधन की बैठक टली, ममता-नीतीश समेत कई नेताओं ने आने में जताई असमर्थता
नई दिल्ली। भाजपा के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की छह दिसंबर को होने वाली बैठक टल गई है। बताया गया है कि गठबंधन की कुछ पार्टियों के प्रमुख नेताओं के बैठक में न आ पाने के चलते बैठक को फिलहाल स्थगित करने का फैसला किया गया। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, अब छह दिसंबर को शाम छह बजे इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के सांसदों की बैठक आयोजित की जाएगी। बाद में दिसंबर के तीसरे हफ्ते में मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इस गठबंधन के प्रमुख नेताओं की औपचारिक समन्वय बैठक होगी। गौरतलब है कि सपा नेता अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले ही इंडिया की बैठक में जाने में असमर्थता जताई थी। इसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक के नेता एमके स्टालिन ने चक्रवात के कारण पैदा हुए हालात के चलते बैठक में शामिल नहीं हो सकते थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हैं तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम है। ऐसे में आगे की तिथि के लिए बैठक को स्थगित किया गया है।
अखिलेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत
- चार्जशीट पर रोक, दादरी थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इलाहाबाद हाईकोर्ट से मंगलवार को बड़ी राहत मिली। फरवरी 2022 में अखिलेश यादव समेत अन्य के खिलाफ नोएडा के दादरी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। कोर्ट ने चार्जशीट और अपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी है। अखिलेश यादव समेत अन्य के खिलाफ बगैर अनुमति भारी भीड़ के साथ जुलूस निकालने का आरोप लगा था।
आचार संहिता उल्लंघन और कोविड 19 के नियमों के उल्लघंन के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की थी। कोर्ट ने पुलिस चार्जशीट मामले पर संज्ञान लिया था। जिसके बाद अखिलेश ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर चार्जशीट को चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए चार्जशीट और अपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी। आचार संहिता के उल्लंघन मामले में सपा अध्यक्ष और जयंत समेत 400 कार्यकर्ताओं के खिलाफ दादरी में मुकदमा दर्ज हुआ था।
जीते हुए राज्यों में सीएम को लेकर माथापच्ची जारी
- राजे से मिले 70 विधायक मप्र व छत्तीसगढ़ में बहस तेलंगाना में रेंवत पर रार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। पांच राज्यों में चुनाव परिणाम आ चुके है। जहां राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में भाजपा शीर्ष नेतृत्व सीएम के लिए बैठक पर बैठक कर रहा है वहीं तेलंगाना में भी कांगे्रस मुख्यमंत्री के लिए मंथन में जुटी है। हालांकि मिजोरम में चूकि जेडपीएम को बहुमत मिल चुका है वंहा पर पार्टी के संस्थापक लालदुहोमा ही सीएम बनेंगे।
उधर राजस्थान में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद से मुख्यमंत्री के नामों को लेकर अटकलों का बाजार गरमा गया है। वसुंधरा राजे से लेकर अन्य नेता भी सक्रिय हो गए हैं। भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में किसके नाम पर मुहर लगेगी, वह एक-दो दिन में तय हो जाएगा। इस बीच, मेल-मुलाकातों का दौर तेज हो गया है। वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे के समर्थकों ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सोमवार और मंगलवार को 70 विधायकों से मुलाकात की है। इन सभी विधायकों ने वसुंधरा के दावे को समर्थन किया है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, दीया कुमारी और बाबा बालकनाथ के नाम भी चर्चा में हैं। वसुंधरा के समर्थक और आठ बार के विधायक कालीचरण सराफ ने दावा किया है कि उनसे 70 विधायकों ने मुलाकात की है।