मोदी का जादू खत्म, 7000 कार्यकर्ताओं-नेताओं ने थामा AAP का दामन

मोदी के लिए नासूर बनी AAP... 7000 नेताओं-कार्यकर्ताओं ने छोड़ी BJP... 2027 चुनाव में गुजरात से सफाया तय!

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात की राजनीति में भूचाल आ गया है.. भाजपा का किला माने जाने वाले राज्य में आम आदमी पार्टी ने कमर कस ली है.. मंगलवार को छोटा उदयपुर जिले में आयोजित ‘गुजरात जोड़ो जनसभा’ में सात हजार से ज्यादा भाजपा.. और कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने AAP का दामन थाम लिया.. यह जनसभा न सिर्फ संख्या में ऐतिहासिक थी.. बल्कि गुजरात के आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में AAP की जड़ें गहरी होने का जीता-जागता सबूत भी थी..

छोटा उदयपुर के विशाल मैदान पर सुबह से ही लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा.. हरा-भरा मैदान सफेद धोतियों और पारंपरिक खेस पहने हजारों आदिवासी भाइयों से पट गया.. लोग दूर-दूर से पैदल, मोटरसाइकिल और ट्रैक्टरों पर सवार होकर आए थे.. मंच पर AAP के डेढियापाड़ा विधायक चैतर वसावा, जिला अध्यक्ष राधिका राठवा, विधानसभा प्रभारी विनुभाई राठवा.. और युवा छात्र नेता युवराजसिंह जाडेजा मौजूद रहे.. चैतर वसावा ने हर नए सदस्य को पारंपरिक गुजराती खेस ओढ़ाकर स्वागत किया.. सभा में ‘गुजरात में भी केजरीवाल’, ‘आम आदमी की सरकार’ और ‘बदलाव का समय आ गया’ जैसे नारे इतने जोर से गूंजे कि आसपास के गांवों तक सुनाई दिए..

आपको बता दें कि सबसे बड़ा झटका भाजपा को लगा.. जब उनके छोटा उदयपुर तहसील के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश राठवा ने मंच पर ही AAP जॉइन कर ली.. इसके अलावा कई पूर्व सरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य और कांग्रेस के पूर्व तालुका पंचायत सदस्य भी शामिल हुए.. AAP के दावे के मुताबिक, कुल 7,000 से ज्यादा लोग इस जनसभा में पार्टी परिवार का हिस्सा बने.. ये लोग डेढियापाड़ा, छोटा उदयपुर और आसपास के 50 से ज्यादा गांवों से थे.. राजेश राठवा ने कहा कि भाजपा में भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी से तंग आ चुके हैं.. AAP ही सच्चा विकल्प है.. यह संख्या कोई छोटी बात नहीं.. छोटा उदयपुर आदिवासी बहुल क्षेत्र है.. जहां BJP का दबदबा रहा है.. अब ये कार्यकर्ता AAP के लिए वोटरों तक पहुंचेंगे..

बता दें कि मंच पर चढ़ते ही चैतर वसावा ने गरजकर कहा कि अब गुजरात में ईमानदार राजनीति की नई कहानी लिखी जाएगी.. AAP किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी.. हम स्थानीय चुनाव अकेले लड़ेंगे और जीतेंगे.. जनता को BJP-Congress के भ्रष्टाचार से आजादी चाहिए.. और AAP वो आजादी लेकर आई है.. वसावा गुजरात के सबसे युवा विधायक हैं.. 2022 में उन्होंने BJP के कद्दावर नेता को हराकर डेडियापाडा सीट जीती थी.. उनकी लोकप्रियता आदिवासी युवाओं में कमाल की है.. जनसभा में उन्होंने केजरीवाल मॉडल का जिक्र किया और उन्होंने वादा किया.. मुफ्त बिजली, पानी, बेहतर स्कूल-हॉस्पिटल.. दिल्ली-पंजाब का मॉडल गुजरात में भी आएगा ..

AAP गुजरात में 2022 विधानसभा चुनाव में 5 सीटें जीत चुकी है.. चैतर वसावा समेत इशुदान गढ़वी, गोपाल इटालिया जैसे नेता सक्रिय हैं.. ‘गुजरात जोड़ो अभियान’ के तहत पिछले दो महीनों में दर्जनों जनसभाएं हुईं.. गरुड़ेश्वर में 2500, घोघंबा में हजारों लोग जॉइन हुए.. पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रष्टाचार.. और किसान मुद्दों पर घर-घर जाकर प्रचार कर रही.. आदिवासी इलाकों में BJP की कमजोरी को भुनाया जा रहा.. छोटा उदयपुर जैसे क्षेत्रों में बेरोजगारी, खराब सड़कें, स्कूल-हॉस्पिटल की कमी से लोग त्रस्त हैं.. AAP ने वादा किया- 300 यूनिट फ्री बिजली, मोहल्ला क्लिनिक शुरू की जाएगी…

 

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