प्रज्वल रेवन्ना के पार्टी से निष्कासित होते ही बढ़ी मोदी की टेंशन, टूटेगा गठबंधन!
4PM न्यूज़ नेटवर्क: इन दिनों एक तरफ जहां भाजपा महिला सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है। वहीं दूसरी तरफ ऐसी पार्टी के नेताओं से गठबंधन करती है जिसके नेता महिलओं को खिलौना समझते हैं उनका यौन शोषण करते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना की। जिस तरह से वीडियो सामने आये हैं और आरोप लगाए गए हैं उसे उनकर हर किसी की रूह कांप जा रही है। लेकिन वहीं भाजपा है जिसे इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है। मामले को तूल पकड़ता देख भले ही प्रज्वल रेवन्ना को JDS से सस्पेंड कर दिया गया है। लेकिन जिस पार्टी में प्रज्वल रेवन्ना जैसे अपराधी शामिल है भाजपा ने अभी तक उनसे गठबंधन किया हुआ है। भाजपा चुनावी जीत के लिए ऐसे लोगों के साथ है जिन्हे महिलों की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। यदि भाजपा को महिला सुरक्षा की फ़िक्र होती तो अब तक पीएम मोदी और भाजपा JDS से नाता तोड़ चुकी होती।
खैर आपको बता दें कि ज्वल रेवन्ना के खिलाफ महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाने और उनके साथ जबरदस्ती करने को लेकर पार्टी ने कार्रवाई की है. एचडी देवेगौड़ा की जेडीएस ने प्रज्वल रेवन्ना को सस्पेंड कर नोटिस जारी किया है. पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग के बाद ये फैसला लिया गया है. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने ही कहा कि प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे. इसको लेकर रेवन्ना की हम रक्षा नहीं करेंगे. ये शर्मनाक मामला है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आज कहा कि ऐसे मामले को सहन नहीं ही किया जा सकता. उन्होंने कहा, ”बीजेपी का स्टैंड है कि हम मातृ शक्ति के साथ खड़े हैं. किसी भी जगह मातृ शक्ति के अपमान को सहन नहीं किया जाएगा. कांग्रेस निशाना साध रही है, लेकिन मेरा सवाल है कि अब तक क्यों नहीं कार्रवाई की. राज्य में कांग्रेस की सरकार है. कानून राज्य सरकार का विषय है. प्रियंका गांधी हमसे सवाल कर रहे हैं, लेकिन आपके मुख्यमंत्री से सवाल करिए.’
वहीं आपको बता दें कि सिद्धारमैया सरकार ने सांसद से जुड़े कथित स्कैंडल की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है. बड़े पैमाने पर दुर्व्यवहार के आरोपों के बीच, पेन ड्राइव में प्रज्वल रेवन्ना की ओर से कई महिलाओं के साथ कथित यौन कृत्यों को दिखाया गया था. कर्नाटक सरकार के अधिकारियों ने कहा कि हसन में प्रसारित एक पेन ड्राइव में दो हज़ार नौ सौ छिहत्तर वीडियो थे, जिनमें से कई वीडियो कुछ सेकंड लंबे थे तो कुछ मिनटों के थे. शुरुआती जांच से पता चला है कि अधिकांश को 2019 के बाद बेंगलुरु और हसन में उनके आवास पर मोबाइल फोन से शूट किया गया था. वहीं इस मामले को लेकर कर्नाटक सरकार काफी एक्टिव है और लगातार दोषी को पकड़ने SIT प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कनार्टक के डीजीपी को मामले में तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है।
NCW ने कनार्टक के डीजीपी लिखे लेटर में कहा, ”हम मामले की निंदा करते हैं. ऐसे में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर हमें तीन दिन के भीतर रिपोर्ट दें.” हाल ही में कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. नागलक्ष्मी चौधरी ने भी सरकार को एक पत्र लिखा था. इसके बाद मामले की जांच को लेकर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया था. भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की तीन सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) बिजय कुमार सिंह करेंगे. एसआईटी को शीघ्र अपनी जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है. दरअसल, हाल ही में प्रज्वल की संलिप्तता वाले कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए हैं. इसके बाद से कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बीजेपी और जेडीएस पर हमलावर है.
इस मामले को लेकर विपक्ष भी लगातार हमलावर है। ऐसे में AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन्हें सब पता था, लेकिन इसके बाद भी रेवन्ना के लिए प्रचार किया। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आप मंगलसूत्र की बात मत करो. हाथरस में दलित बच्ची का रेप करने वाला बीजेपी का था. जम्मू में आसिफा का रेप करने वाला बीजेपी का था, गुजरात में बिलकिस बानो का रेप करने वालो को छोड़ा गया. आप दूसरी मिसाल ले लीजिए. कर्नाटक में प्रज्वल रेवन्ना ने दो हजार वीडियो बनाए. इसमें घर में काम करनी वाली औरत, 70 साल की बूढ़ी, पुलिस अफसर और टीवी एंकर के वीडियो सहित कई वीडियो शामिल है.” उन्होंने आगे कहा, पीएम मोदी भूल गए कि जिसके लिए आप वोट मांग रहे हैं उसने महिलाओं की जिंदगी बर्बाद की. पीएम मोदी नारी शक्ति की बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैं मुस्लिम महिलाओं का भाई हूं. माफ करो, लेकिन हमें ऐसा भाई नहीं चाहिए. हैरत की बात है कि पीएम मोदी को पता था कि प्रज्वल रेवन्ना ऐसी हरकत करता है. इसके बाद भी पीएम मोदी ने रेवन्ना के लिए वोट मांगा.’
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर चुप क्यों हैं ? उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, ‘जिस नेता के कंधे पर हाथ रखकर प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाते हैं, जिस नेता का चुनाव प्रचार करने 10 दिन पहले प्रधानमंत्री स्वयं जाते हैं, मंच पर उसकी प्रशंसा करते हैं.. आज कर्नाटक का वह नेता देश से फरार है.” साथ ही उन्होंने कहा कि ‘आज कर्नाटक का वह नेता देश से फरार है. उसके जघन्य अपराधों के बारे में सुनकर ही दिल दहल जाता है. सैकड़ों महिलाओं का जीवन जिसने तहस-नहस कर डाला.’ उन्होंने सवाल किया, ‘मोदी जी, क्या अब भी आप चुप रहेंगे.” कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, ”यौन उत्पीड़न का आरोप हासन के किसी साधारण नेता पर नहीं है. ये आरोप NDA के उम्मीदवार पर है. प्रधानमंत्री और दूसरे नेताओं को जवाब देना चाहिए.”
हालांकि भले ही प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ FIR दर्ज हो गई हो इतना हंगामा हो रहा हो लेकिन रेवन्ना के कथित अश्लील वीडियो सार्वजनिक होने के बाद वो शनिवार सुबह ही जर्मनी भाग गए थे. रेवन्ना का दावा है कि उनके वीडियो से छेड़छाड़ की गई है और उनकी छवि खराब करने के लिए इन वीडियो को सर्कुलेट किया जा रहा है. प्रज्वल के विदेश जाने के सवाल पर पिता एचडी रेवन्ना का कहना है कि उसका विदेश जाने का प्लान पहले से तय था, उसे नहीं पता था कि उसके खिलाफ एफआईआर होने वाली है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर वो बिना बताए चला जाता है और वो चला गया है. क्या उसे पता था कि उसके खिलाफ एफआईआर होने वाली है और एसआईटी गठित होने वाली है? उसे जांच के लिए जब बुलाया जाएगा तो वो आ जाएगा. लेकिन ये सवाल अभी भी बना हुआ है कि वह आनन-फानन में विदेश कैसे भाग गए? उनके विदेश जाने की भनक कैसे किसी को नहीं लगी. इस पूरे मामले पर कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर का कहना है कि प्रज्वल विदेश भाग गए हैं. उन्हें वापस लाकर जांच करने की जिम्मेदारी एसआईटी की है. इस मामले में जांच जारी रहेगी. इस मामले की जांच के लिए 18 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया है, जिनमें तीन असिस्टेंट कमिश्नर पुलिस और दो इंस्पेक्टर शामिल हैं. इन पुलिसकर्मियों को जांच के सिलसिले में राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
लेकिन इन सब के बीच एक सवाल यह भी बनता है कि आखिर पीएम मोदी एक ऐसे नेता के लिए प्रचार कैसे कर सकते हैं जो की इतना बड़ा अपराधी। हो इतना ही नहीं इस मामले के सामने आने के बाद भी अभी तक भाजपा ने BJD से गठबंधन नहीं तोडा है. पूरी दुनिया में फजीहत होने के बाद भले ही प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निकाल दिया है लेकिन BJD अभी भी भाजपा के गठबंधन में शामिल है। लेकिन अब जिस तरह से यह मामला तूल पकड़ रहा है इससे एक बात तो तय है कि भाजपा को अब BJD से नाता तोडना ही पड़ेगा। वहीं अगर भाजपा ने चुनाव से पहले BJD से नाता तोडा तो उसे चुनाव में काफी नुकसान होगा।