महायुति के तनाव का शिकार हुआ निकाय चुनाव

  • शिवसेना व भाजपा में अनबन, चुनाव स्थगित
  • शिंदे-फडणवीस के बीच छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना व भाजपा की तनातनी का असर स्थानीय निकाय चुनावों पर पड़ गया है। खींचतान को देखते हुए फिलहाल पुणे में चुनावों को टाल दिया गया है। दरअसल उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ तनाव को स्वीकार किया, हालांकि दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव स्थानीय मुद्दों और पार्टी कार्यकर्ताओं पर केंद्रित रहना चाहिए। शिंदे ने हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ आरोप-प्रत्यारोप की बात स्वीकार की, लेकिन कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव जमीनी मुद्दों और पार्टी कार्यकर्ताओं के काम पर केंद्रित रहना चाहिए।
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने पुणे जिले में कई नगर परिषदों में चुनाव स्थगित कर दिए हैं, क्योंकि जिला न्यायालय द्वारा प्रमुख अपीलों पर आदेश आयोग की निर्धारित समय सीमा के बाद दिए गए थे। छत्रपति संभाजीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि हाँ, यह सच है कि मैंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए हैं और उन्होंने भी मुझ पर आरोप लगाए हैं। लेकिन आपको यह समझना होगा कि ये चुनाव स्थानीय चुनाव हैं, जो स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा लड़े जाते हैं। इन स्थानीय निकाय चुनावों में बड़े राजनीतिक मुद्दों को उठाने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन पार्टी कार्यकर्ता अपने वरिष्ठ नेतृत्व को इन चुनाव अभियानों में शामिल होते देखना पसंद करते हैं।

फडणवीस का किसी के खिलाफ टिप्पणी से इंकार

इस बीच, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा संचालित होते हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उन्होंने विरोधियों या सहयोगियों के खिलाफ टिप्पणी करने से परहेज किया है और केवल अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार पर ध्यान केंद्रित किया है। ये स्थानीय निकाय चुनाव हैं जिनमें हमारी पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव लड़ते हैं और हम राज्य के उन सभी हिस्सों में पहुँचने की कोशिश करते हैं जहाँ चुनाव हो रहे हैं ताकि चुनाव के दौरान अपने कार्यकर्ताओं का प्रचार और समर्थन कर सकें। यही कार्यकर्ता हमारे प्रचार में कड़ी मेहनत करते हैं, इसलिए यह हमारी भी जिम्मेदारी है कि हम उनके चुनावों में उनके लिए प्रचार करें और यह सभी करते हैं।?

चुनाव से पहले मतदाताओं को प्रभावित कर रही बीजेपी: राणे

राणे ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव से पहले मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ है और पुलिस को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. राणे ने सवाल उठाया कि जब आचार संहिता लागू है, तब इतनी बड़ी मात्रा में नकदी का शहर में घूमना क्या संकेत देता है। शिवसेना के विधायक निलेश राणे का दावा है कि दोनों को बड़ी मात्रा में नकदी के साथ पकड़ा गया। राणे ने कहा कि गाड़ी में भरी नकदी किसके लिए जा रही थी और कहां बांटी जानी थी, यह एक बड़ा सवाल है, उन्होंने मौके पर पहुंचकर पुलिस के सामने सीधे पूछा कि इतनी बड़ी रकम किस उद्देश्य से रात में चुनाव क्षेत्र में घूम रही थी।

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