यूपी चुनाव में मोर्चा संभालेंगी मुस्लिम महिलाएं

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में मुस्लिम राष्टï्रीय मंच (एमआरएम) से जुड़ी महिलाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पक्ष में सीधे मोर्चा संभालेंगी। मुस्लिम समाज के लोगों को मुख्य धारा में लाने के केंद्र में नरेंद्र मोदी व राज्य में आदित्यनाथ सरकार द्वारा बिना पक्षपात के सबके विकास वाली योजनाओं का जिक्र करते हुए उनसे भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की जाएगी। हरियाणा भवन में एमआरएम के मार्गदर्शक राष्टï्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ की राष्टï्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तर प्रदेश समेत अगले वर्ष सात राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर व्यापक रणनीति बनी।

उत्तर प्रदेश के मतदाताओं में अल्पसंख्यक समाज की हिस्सेदारी तकरीबन 20 प्रतिशत है। एमआरएम पदाधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के प्रति मुस्लिम महिलाओं का स्नेह जगजाहिर है। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले चार प्रतिशत अधिक मतदान किया था। उसमें भी मुस्लिम महिलाएं आगे थीं। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ‘लड़की हूं लड़ सकती हूंÓ के साथ चुनावी मैदान में हैं। इस नारे पर चुटकी लेते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि लड़ने से लड़ने-झगड़े का भान होता है। मुकाबला करूंगी रहता तो अच्छा रहता। एमआरएम महिला विंग की संयोजिका शालिनी अली ने कहा कि योगी सरकार की मंशा एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर की है। इससे सबको अवगत कराया जाएगा।

सलमान खुर्शीद पर दर्ज होगा मुकदमा

लखनऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ हिंदू धर्म व हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन बोको हरम व आईएसआईएस से करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। एसीजेएम शांतनु त्यागी ने यह आदेश थाना प्रभारी बख्शी का तालाब को दिया कि वह तीन दिन में रिपोर्ट की कॉपी कोर्ट भेजने के साथ मामले की विवेचना करें। इससे पूर्व बीकेटी निवासी व वादिनी शुभांशी तिवारी ने खुर्शीद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग वाली अर्जी देकर कोर्ट को बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री की पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्याÓ में कुछ अंश अत्यंत विवादास्पद व हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने वाले हैं। इससे उनकी भावनाएं आहत हुईं हैं। इतना ही नहीं, सलमान खुर्शीद ने अपनी पुस्तक के प्रचार के दौरान दिए साक्षात्कार में हिंदुत्व की तुलना जानवर और हैवान से की है। वादिनी ने मामले में केस दर्ज करने के लिए थाने में अर्जी दी थी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं किया था।

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